Bhilai Loss: पार्षद लक्ष्मीपति राजू की माता का निधन, अंतिम यात्रा आज
भिलाई के पार्षद लक्ष्मीपति राजू की माता का निधन। आज रामनगर मुक्तिधाम में होगा अंतिम संस्कार। जानिए उनकी जीवन यात्रा और समाज में योगदान की कहानी।
भिलाई: नगर पालिका निगम भिलाई के पार्षद और एमआईसी सदस्य लक्ष्मीपति राजू की माता, श्रीमती वाय अन्नपूर्णा का 75 वर्ष की आयु में गुरुवार को निधन हो गया। उनकी अंतिम यात्रा आज, 27 दिसंबर, को दोपहर 12:00 बजे उनके निवास स्थान क्वार्टर नंबर 10 डी, सड़क 18, सेक्टर 7 से शुरू होगी। अंतिम संस्कार रामनगर मुक्तिधाम भिलाई में किया जाएगा।
माता के निधन से शोकाकुल परिवार
श्रीमती वाय अन्नपूर्णा अपने पीछे भरापूरा परिवार छोड़ गई हैं, जिसमें उनके पति वाय रामलु, तीन पुत्र—लक्ष्मीपति राजू, वाय भास्कर, और वाय मुरली—सहित बहुएं, नाती-पोते शामिल हैं। उनका निधन परिवार और समाज के लिए अपूरणीय क्षति है।
भिलाई और वाय अन्नपूर्णा का नाता
भिलाई, जो छत्तीसगढ़ का औद्योगिक और सांस्कृतिक केंद्र है, श्रीमती अन्नपूर्णा की कर्मभूमि रही। अपने परिवार के साथ उन्होंने यहां दशकों तक एक समृद्ध और सम्मानित जीवन जिया। उनका परिवार सामाजिक कार्यों और जनसेवा में हमेशा आगे रहा है। पार्षद लक्ष्मीपति राजू के योगदान को देखते हुए, उनकी माता को भी समाज में एक प्रतिष्ठित स्थान प्राप्त था।
विधि-विधान से होगा अंतिम संस्कार
रामनगर मुक्तिधाम, भिलाई का प्रमुख अंतिम संस्कार स्थल, जहां आज उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा, ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व रखता है। यहां अनेक प्रतिष्ठित व्यक्तियों का अंतिम संस्कार हुआ है। परिवार ने इस स्थल को इसलिए चुना क्योंकि यह भिलाई के जनमानस से गहराई से जुड़ा है।
शोक में डूबा समाज
पार्षद लक्ष्मीपति राजू की माता के निधन की खबर सुनते ही भिलाई के विभिन्न सामाजिक संगठनों और राजनीतिक दलों के नेताओं ने अपनी संवेदना प्रकट की। श्रीमती अन्नपूर्णा को उनकी सादगी, ममता और परिवार को जोड़कर रखने की क्षमता के लिए याद किया जाएगा।
स्मृति के रूप में छोड़ गए प्रेरणा
श्रीमती वाय अन्नपूर्णा ने अपने जीवनकाल में न केवल अपने परिवार को संजोकर रखा, बल्कि अपने सिद्धांतों और मूल्यों के जरिए समाज को भी प्रेरणा दी। भिलाई के लोग उन्हें एक सशक्त महिला के रूप में याद करेंगे, जिन्होंने अपने परिवार और समाज के बीच संतुलन बनाए रखा।
सामाजिक योगदान का इतिहास
पार्षद लक्ष्मीपति राजू का परिवार हमेशा सामाजिक कार्यों में अग्रणी रहा है। श्रीमती अन्नपूर्णा ने अपने पुत्रों को भी यही शिक्षा दी, जिसका प्रमाण लक्ष्मीपति राजू के जनसेवा में दिए गए योगदान से मिलता है।
शोकसभा और श्रद्धांजलि कार्यक्रम
अंतिम संस्कार के बाद शोकसभा आयोजित की जाएगी, जिसमें भिलाई के प्रमुख नागरिक, सामाजिक कार्यकर्ता, और राजनीतिक नेता शामिल होंगे। यह सभा पारिवारिक और सामाजिक जीवन में उनके योगदान को सम्मान देने का अवसर होगी।
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