Bahargora Accident: बहरागोड़ा में मोटरसाइकिल की टक्कर से 4 लोग बुरी तरह घायल हुए, बच्ची सहित घायलों का हाल खुला
बहरागोड़ा थाना क्षेत्र के एकताल गांव में दो मोटरसाइकिलों की आमने-सामने की भीषण टक्कर हुई। हादसे में दो पुरुष, एक महिला और एक 3 वर्षीय बच्ची सहित 4 लोग बुरी तरह घायल हो गए। बरहागाड़िया के सुकुमार मुंडा और ईंटामुड़ा के दीपांकर मुंडा की बाइक का संतुलन अचानक बिगड़ा। स्थानीय ग्रामीणों ने मानवता दिखाते हुए घायलों को तुरंत अस्पताल पहुंचाया। जानिए इस सड़क हादसे का पूरा विवरण और घायलों की स्थिति।
जमशेदपुर, 14 नवंबर 2025 – झारखंड में सड़क सुरक्षा के नियमों को तोड़ने और लापरवाही से वाहन चलाने के कारण हादसों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। पूर्वी सिंहभूम जिले के बहरागोड़ा थाना क्षेत्र के डोमजुड़ी पंचायत अंतर्गत एकताल गांव में शुक्रवार को एक भयानक सड़क हादसा हुआ, जिसने क्षेत्र में दहशत फैला दी। यहां दो मोटरसाइकिलों की आमने-सामने की सीधी और भीषण टक्कर हो गई, जिसमें एक महिला और एक छोटी बच्ची सहित कुल चार लोग बुरी तरह घायल हो गए। यह दुर्घटना सड़क पर चलने वाले वाहन चालकों की छोटी सी लापरवाही के बड़े परिणामों को दर्शाती है। सवाल यह है कि क्या यह हादसा केवल संतुलन बिगड़ने का परिणाम था, या इसके पीछे तेज रफ्तार और नियमों को नजरअंदाज करने की कोई बड़ी वजह छिपी थी?
सीधी टक्कर: तीन वर्षीय बच्ची समेत 4 घायल
मिली जानकारी के अनुसार, यह हादसा उस वक्त हुआ जब दो मोटरसाइकिलें विपरीत दिशाओं से आ रही थीं और अचानक आपस में टकरा गईं।
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घायल पीड़ित: हादसे में कुल चार लोग बुरी तरह घायल हुए, जिनमें दो पुरुष, एक महिला और एक छोटी बच्ची शामिल हैं।
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यात्री विवरण: एक मोटरसाइकिल पर बरहागाड़िया गांव निवासी सुकुमार मुंडा अपनी माता बैशाखी मुंडा के साथ जा रहे थे। वहीं, विपरीत दिशा से ईंटामुड़ा गांव निवासी दीपांकर मुंडा अपनी तीन वर्षीय बेटी भाग्यलक्ष्मी मुंडा के साथ पश्चिम बंगाल की ओर जा रहे थे।
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हादसे का कारण: बताया गया कि एकताल गांव के पास दोनों बाइक चालकों ने कथित तौर पर अपना संतुलन खो दिया, जिसके परिणामस्वरूप दोनों वाहनों की आपस में सीधी टक्कर हो गई।
इस भीषण टक्कर से दोनों मोटरसाइकिलों को काफी नुकसान पहुंचा है और घायलों को गंभीर चोटें आई हैं।
ग्रामीणों की तत्काल पहल: मानवता का परिचय
हादसे के बाद सड़क पर अफरा-तफरी का माहौल बन गया, लेकिन स्थानीय ग्रामीणों ने तुरंत मोर्चा संभाला।
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तत्काल मदद: दुर्घटनास्थल पर मौजूद ग्रामीणों ने तत्काल मानवता दिखाते हुए घायलों की मदद के लिए पहल की।
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निजी वाहनों का इस्तेमाल: ग्रामीणों ने एम्बुलेंस का इंतजार किए बिना ही अपने निजी वाहनों की मदद से सभी घायलों को तुरंत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, बहरागोड़ा पहुंचाया।
ग्रामीणों की यह त्वरित प्रतिक्रिया घायलों को समय पर चिकित्सा सहायता सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण साबित हुई, जिससे उनकी जान बचायी जा सकी।
सड़क सुरक्षा पर गंभीर सवाल
यह हादसा एक बार फिर दोपहिया वाहनों पर अत्यधिक सवारी करने और सड़क पर सावधानी न बरतने के कारण होने वाले जोखिम को उजागर करता है। तीन साल की बच्ची सहित चार लोगों के घायल होने की खबर ने पूरे क्षेत्र में चिंता बढ़ा दी है। पुलिस को चाहिए कि वह इस मामले की जांच करे और सुनिश्चित करे कि भविष्य में ऐसी दुर्घटनाओं को रोकने के लिए सड़क सुरक्षा नियमों का सख्ती से पालन किया जाए।
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