Bagbera Initiative: कचरा प्रबंधन के लिए बागबेड़ा क्षेत्र में पहली बैठक, जानें क्या हैं प्रमुख योजनाएं!
बागबेड़ा क्षेत्र में कचरा प्रबंधन के लिए प्रखंड विकास पदाधिकारी और पंचायत प्रतिनिधियों के साथ बैठक हुई। जानें कचरा प्रबंधन योजना और प्रमुख कदम, जो इस गंभीर समस्या के समाधान के लिए उठाए जाएंगे।
बागबेड़ा क्षेत्र में कचरा प्रबंधन को लेकर पहली बैठक आयोजित की गई, जिसमें पंचायत प्रतिनिधियों और प्रखंड विकास पदाधिकारी ने मिलकर इस गंभीर समस्या का समाधान खोजने के लिए महत्वपूर्ण विचार-विमर्श किया। यह बैठक जमशेदपुर प्रखंड कार्यालय में आयोजित की गई, जहां जिला पार्षद डॉ. कविता परमार और अन्य पंचायत प्रतिनिधियों ने कचरा प्रबंधन को जल्द लागू करने की आवश्यकता को लेकर अपने सुझाव साझा किए।
कचरा प्रबंधन को लेकर जिला पार्षद का पहल
जैसा कि हम जानते हैं, डॉ. कविता परमार के नेतृत्व में पंचायत प्रतिनिधियों ने उपायुक्त महोदय और प्रखंड विकास पदाधिकारी से मिलकर बागबेड़ा क्षेत्र में कचरा प्रबंधन की समस्या का समाधान शीघ्र करवाने का अनुरोध किया था। इसके बाद, उपायुक्त ने प्रखंड विकास पदाधिकारी को योजना बनाने का निर्देश दिया, ताकि यह समस्या जल्दी हल हो सके।
बैठक में उठे महत्वपूर्ण सुझाव
बैठक के दौरान सभी पंचायत प्रतिनिधियों ने कचरे की समस्या को गंभीर बताते हुए इसके त्वरित समाधान के लिए अपने-अपने सुझाव दिए। डॉ. कविता परमार ने सभी को एकजुट होकर इस गंभीर समस्या के समाधान के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि कचरे के निपटान में समूह प्रयास बेहद जरूरी है और इसके लिए सभी को मिलकर काम करना होगा।
प्रखंड विकास पदाधिकारी की योजना
प्रखंड विकास पदाधिकारी ने बैठक में कचरा प्रबंधन की योजना को विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि ग्राम सभा आयोजित करने के बाद वेस्ट कलेक्शन सेंटर के लिए स्थानों की पहचान की जाएगी। इन सेंटरों से कचरा एकत्रित किया जाएगा और फिर उसे सेग्रीगेशन सेंटर में लाकर अलग-अलग किया जाएगा। इसके बाद, कचरे का ट्रीटमेंट किया जाएगा ताकि वह पर्यावरण के लिए सुरक्षित हो।
फरवरी तक कार्य पूरा करने की सहमति
बैठक में यह तय किया गया कि फरवरी के अंत तक सभी पंचायतों में ग्राम सभा आयोजित की जाएगी और कचरा प्रबंधन के लिए जगह चिह्नित की जाएगी। सभी प्रतिनिधियों ने इस योजना के क्रियान्वयन के लिए अपनी सहमति दी।
बैठक में उपस्थित प्रमुख अधिकारी और प्रतिनिधि
इस महत्वपूर्ण बैठक में प्रखंड विकास पदाधिकारी, डॉ. कविता परमार, पानी मुर्मू, राजकुमार गौड़, उमा मुंडा, गौरी टोप्पो, झरना मिश्रा, राजू सिंह, मनीषा हाइबरू, और अन्य कई पंचायत प्रतिनिधि उपस्थित थे। इन सभी ने कचरा प्रबंधन के प्रभावी और तेजी से लागू होने के लिए सकारात्मक विचार साझा किए।
कचरा प्रबंधन की ओर उठाए गए कदम
बैठक में यह स्पष्ट हो गया कि कचरा प्रबंधन के लिए जो कदम उठाए जा रहे हैं, वे क्षेत्र की स्वच्छता और सतत विकास के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। सरकारी योजनाओं के माध्यम से बागबेड़ा क्षेत्र को साफ-सुथरा और स्वस्थ बनाने की दिशा में यह एक बहुत बड़ा कदम है। सभी पंचायतों को इस कार्यक्रम के अंतर्गत सक्रिय रूप से शामिल किया जाएगा, ताकि बागबेड़ा क्षेत्र में कचरे की समस्या का स्थायी समाधान किया जा सके।
आगे की दिशा और कार्य
यह पहल बागबेड़ा क्षेत्र के लिए एक मील का पत्थर साबित हो सकती है। कचरा प्रबंधन के इस कार्यक्रम को समयबद्ध तरीके से लागू करना न केवल स्वच्छता की दिशा में एक कदम होगा, बल्कि यह स्थानीय समुदाय के लिए भी एक सशक्त और प्रेरणादायक पहल है। पंचायत प्रतिनिधियों और प्रशासन के सहयोग से इस योजना को सफलतापूर्वक लागू किया जाएगा, ताकि इलाके में हरियाली और स्वच्छता बनी रहे।
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