Jamshedpur Car Crash : बिष्टुपुर में तेज़ रफ्तार कार डिवाइडर से टकराई, बाल-बाल बची महिलाएं
बिष्टुपुर में तेज़ रफ्तार Altroz कार डिवाइडर से टकराई, तीन महिलाएं सवार थीं। हादसे के बावजूद कोई बड़ी हानि नहीं हुई। आखिर यह दुर्घटना कैसे हुई?
जमशेदपुर के बिष्टुपुर में सोमवार रात एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया। रात 8 बजकर 38 मिनट पर बिष्टुपुर गोलचक्कर के पास Tata Altroz XZ कार तेज़ रफ्तार में अचानक डिवाइडर से टकरा गई। टक्कर इतनी जोरदार थी कि कार उछलकर कुछ दूर जाकर पलट गई। कार में तीन महिलाएं सवार थीं, जिनमें से एक महिला गाड़ी चला रही थी। राहत की बात यह रही कि इस घटना में किसी की जान को कोई खतरा नहीं हुआ।
क्या हुआ था हादसे में?
जानकारी के अनुसार, Tata Altroz XZ कार तेज़ गति से बिष्टुपुर गोलचक्कर की ओर बढ़ रही थी। अचानक ड्राइवर का कार पर नियंत्रण खो गया और गाड़ी सीधे डिवाइडर से जा टकराई। टक्कर के बाद गाड़ी पलट गई, जिससे कार का अगला हिस्सा बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। गाड़ी में सवार तीन महिलाओं में से केवल ड्राइवर को हल्की चोटें आईं। बाकी दोनों महिलाएं पूरी तरह सुरक्षित रहीं।
कार की रफ्तार बनी हादसे की वजह
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, गाड़ी की रफ्तार काफी तेज़ थी। अनुमान है कि तेज़ रफ्तार के कारण ड्राइवर ने अचानक नियंत्रण खो दिया। हालांकि पुलिस ने अभी तक यह स्पष्ट नहीं किया है कि ड्राइवर ने ब्रेक लगाने में देरी की या फिर सड़क पर कोई अन्य कारण था जिसने इस दुर्घटना को जन्म दिया।
स्थानीय लोगों ने की मदद
दुर्घटना के तुरंत बाद स्थानीय लोगों ने मौके पर पहुंचकर महिलाओं को कार से बाहर निकाला। हादसे की खबर मिलते ही पुलिस भी तुरंत घटनास्थल पर पहुंच गई। तीनों महिलाओं को प्राथमिक चिकित्सा के लिए पास के अस्पताल ले जाया गया। पुलिस ने बताया कि कार चला रही महिला को मामूली चोटें आईं, जबकि अन्य दोनों महिलाएं सुरक्षित थीं।
रात के समय तेज़ रफ्तार का खतरा
रात के समय तेज़ गति में गाड़ी चलाने के खतरे अक्सर ऐसे हादसों का कारण बनते हैं। बिष्टुपुर जैसे व्यस्त इलाके में सड़कें चौड़ी और सीधी होने के कारण लोग अक्सर गति सीमा का उल्लंघन कर देते हैं। इस मामले में भी गाड़ी की तेज़ रफ्तार हादसे की मुख्य वजह मानी जा रही है।
सुरक्षा के लिए सबक
यह हादसा हमें एक अहम सबक देता है। सड़क पर गाड़ी चलाते समय सुरक्षा नियमों का पालन करना और गति सीमा का ध्यान रखना बेहद जरूरी है। तेज़ रफ्तार में गाड़ी चलाना न केवल ड्राइवर के लिए बल्कि अन्य लोगों के लिए भी जानलेवा साबित हो सकता है।
कार में बैठी महिलाएं किस्मतवाली रहीं
"जाको राखे साइयां, मार सके न कोय" – यह कहावत इस घटना पर पूरी तरह से सटीक बैठती है। हादसे के बावजूद तीनों महिलाएं सुरक्षित रहीं। ड्राइवर को आई मामूली चोटें इस बात का संकेत हैं कि सुरक्षा बेल्ट पहनना कितना जरूरी है।
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