टीपीएस डीएवी स्कूल में खेल दिवस पर बच्चों ने दिखाया अपना हुनर, मेजर ध्यानचंद को किया याद
टीपीएस डीएवी स्कूल, बहरागोड़ा में राष्ट्रीय खेल दिवस के अवसर पर मेजर ध्यानचंद को श्रद्धांजलि दी गई और छात्रों के लिए विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। जानिए, कैसे छात्रों ने इस अवसर पर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया।
बहरागोड़ा के टीपीएस डीएवी स्कूल में आज राष्ट्रीय खेल दिवस बड़ी धूमधाम से मनाया गया। इस विशेष अवसर पर महान हॉकी खिलाड़ी मेजर ध्यानचंद को याद कर उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित की गई। विद्यालय के प्राचार्य श्री अनुप कुमार जी और समस्त शिक्षकों ने मेजर ध्यानचंद की तस्वीर पर पुष्प अर्पित कर अपने सम्मान और श्रद्धा का प्रदर्शन किया।
प्राचार्य अनुप कुमार जी ने अपने उद्बोधन में खेलों के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि "हमारे शारीरिक और मानसिक विकास के लिए खेल अत्यंत आवश्यक हैं। खेलों से न केवल शरीर स्वस्थ और मजबूत बनता है, बल्कि यह मानसिक शक्ति और अनुशासन को भी बढ़ाता है। खेल व्यक्ति के जीवन में अनुशासन, टीम भावना, और सहनशीलता जैसे गुणों का विकास करता है।"
राष्ट्रीय खेल दिवस के उपलक्ष्य में स्कूल के छात्र-छात्राओं के लिए विविध प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। इसमें भाषण, प्रश्नोत्तरी, चित्रकला, वाद-विवाद, और सामान्य ज्ञान प्रश्नोत्तरी जैसी प्रतिस्पर्धाएँ शामिल थीं। छात्रों ने इन सभी प्रतियोगिताओं में बढ़-चढ़कर भाग लिया और अपनी प्रतिभा का शानदार प्रदर्शन किया। हर छात्र ने अपनी क्षमता और कौशल से सबका मन मोह लिया।
कार्यक्रम के दौरान, छात्रों ने मेजर ध्यानचंद के जीवन और उनकी खेल उपलब्धियों पर आधारित भाषण प्रस्तुत किए, जिनसे सभी को प्रेरणा मिली। चित्रकला प्रतियोगिता में भी छात्रों ने मेजर ध्यानचंद और अन्य खेलों से जुड़े विषयों पर सुंदर चित्र बनाए, जो उनके रचनात्मक सोच और कला कौशल का प्रमाण थे।
इस अवसर पर प्राचार्य महोदय ने सभी छात्रों को खेलों में सक्रिय भागीदारी के लिए प्रेरित किया और कहा कि खेल एक साधन है जो जीवन को अनुशासन और स्वास्थ्य की ओर ले जाता है। उन्होंने यह भी कहा कि खेल हमारे जीवन का अभिन्न हिस्सा होना चाहिए, जिससे हम न केवल शारीरिक रूप से फिट रह सकते हैं, बल्कि मानसिक रूप से भी मजबूत बन सकते हैं।
इस प्रकार, टीपीएस डीएवी स्कूल में आयोजित राष्ट्रीय खेल दिवस का यह आयोजन न केवल मेजर ध्यानचंद की स्मृति को ताजा करने का अवसर बना, बल्कि बच्चों को खेलों के महत्व से अवगत कराते हुए उनके सर्वांगीण विकास की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ।
What's Your Reaction?