तन्हा तन्हा - योगेश रामदुलार शाहू महाराष्ट्र
महाराष्ट्र
तन्हा तन्हा
तन्हा तन्हा दिन गुज़ारे
तन्हा तन्हा कटती रातें
अब तेरे बिन मेरे सनम
दर्द भी दिल का सह नही पाते
तेरी याद रह रह कर दर्द दिल मे जगाती है
तु नही तो फिर क्युं यारा तेरी याद सताती है
आखों से होती है हरपल तेरे गम की बरसातें
अब तेरे बिन मेरे सनम
किस मोड पे छोडेगा वो आकर हाथ अपना
यह किसको खबर थी के टुटेगा हर सपना
बेजान हुआ ये तन और टुटने लगी सांसे
अब तेरे बिन मेरे सनम
दुनिया ने देखा है जो दिल को नही दिखता
जो देखा मेरे दिल ने वो सबको नही दिखता
भुलेगा दिल कैसे वो प्यारी मुलाकातें
अब तेरे बिन मेरे सनम
योगेश रामदुलार शाहू
गद्दी गोदाम नागपुर
महाराष्ट्र
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