Bareilly Poetry Event : Bareilly में Poetry और Mushaira का शानदार आयोजन, जानिए खास बातें!
बरेली में शुभम साहित्य एवं सामाजिक संस्था द्वारा गंगा-जमुनी कवि सम्मेलन और मुशायरे का आयोजन। जानिए किसने किया संचालन, कौन-कौन हुए सम्मानित, और क्या रही खास झलकियां।
बरेली के ख़ुश लोक सभागार में शुभम साहित्य एवं सामाजिक संस्था की ओर से गंगा-जमुनी कवि सम्मेलन और मुशायरे का भव्य आयोजन किया गया। इस आयोजन ने साहित्य प्रेमियों के दिलों में जगह बना ली। मुशायरे की अध्यक्षता जाने-माने शायर विनय सागर जायसवाल ने की, जबकि कार्यक्रम का संचालन ग़ज़लराज ने अपनी बेहतरीन शैली में किया।
कार्यक्रम की शुरुआत
इस साहित्यिक शाम की शुरुआत मां शारदे की वंदना से हुई, जिसे हिमांशु श्रोतिए निष्पक्ष ने अपने काव्य भावों से प्रस्तुत किया। कार्यक्रम ने गंगा-जमुनी तहज़ीब के साथ साहित्य और समाज के संगम का बेहतरीन उदाहरण पेश किया।
सम्मानित हस्तियां
इस महफ़िल में कई प्रतिष्ठित कवि और शायरों को सम्मानित किया गया।
- सरफ़राज़ हुसैन 'फ़राज़' पीपलसाना
- तहसीन मुरादाबादी
- नफ़ीस पाशा
- आज़म बुराक़
- फ़रहत अली 'फ़रहत'
- सैफ़ुर्रहमान
इन साहित्यिक हस्तियों को संस्था की अध्यक्ष सत्यवती सिंह 'सत्या' ने सम्मानित किया।
विशिष्ट अतिथियों की उपस्थिति
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अनिल कुमार सक्सेना (भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता) और विशिष्ट अतिथि डॉ. विनोद पागरानी (ख़ुश लोक अस्पताल) रहे। दोनों ही अतिथियों ने साहित्यिक आयोजनों के महत्व पर प्रकाश डाला और समाज को जोड़ने में कविता और शायरी की भूमिका को सराहा।
साहित्य और इतिहास का संगम
बरेली का इतिहास साहित्य और सांस्कृतिक विविधता से भरपूर है। यह शहर गंगा-जमुनी तहज़ीब का प्रतीक रहा है, और ऐसे कार्यक्रम इस परंपरा को जीवित रखते हैं। गंगा-जमुनी कवि सम्मेलन ने हिंदुस्तानी संस्कृति की इस खूबसूरती को दर्शाते हुए साम्प्रदायिक सौहार्द का संदेश दिया।
काव्य और शायरी के खास पल
कार्यक्रम में शहर के कई कवि और शायरों ने अपनी प्रस्तुतियों से समां बांध दिया। हर शेर और हर कविता ने श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। कवियों और शायरों ने सामाजिक मुद्दों, प्रेम, विरह, और जीवन के विविध पहलुओं पर अपनी भावनाओं को शब्द दिए।
विशेष प्रस्तुति:
- ग़ज़लराज ने संचालन के साथ-साथ अपनी ग़ज़लों से भी महफ़िल को खास बना दिया।
- हिमांशु श्रोतिए निष्पक्ष ने काव्य वंदना से साहित्य प्रेमियों का दिल जीत लिया।
आयोजन की झलकियां
- बड़ी संख्या में कवि और शायरों की भागीदारी।
- साहित्यिक और सामाजिक एकता का प्रदर्शन।
- अतिथियों और साहित्यकारों का सम्मान।
- श्रोताओं के बीच अद्भुत उत्साह।
कार्यक्रम का समापन
कार्यक्रम के अंत में सभी अतिथियों और प्रतिभागियों का आभार स्वागत अध्यक्ष बिंदु सक्सेना ने व्यक्त किया। उन्होंने इस आयोजन को सफल बनाने में योगदान देने वाले सभी लोगों की प्रशंसा की और भविष्य में ऐसे और कार्यक्रमों के आयोजन का वादा किया।
ऐसे आयोजनों का महत्व
साहित्यिक कार्यक्रम केवल मनोरंजन नहीं होते; वे समाज को जोड़ने, संस्कार देने और सांस्कृतिक विरासत को जीवित रखने का माध्यम भी हैं। शुभम साहित्य एवं सामाजिक संस्था का यह आयोजन न केवल साहित्य प्रेमियों के लिए खास रहा, बल्कि समाज में आपसी भाईचारे और सौहार्द का संदेश भी छोड़ गया।
What's Your Reaction?