Tamil Nadu Fire: अस्पताल में लगी भीषण आग, 7 लोगों की मौत, कई घायल!
तमिलनाडु के डिंडीगुल स्थित निजी अस्पताल में आग लगने से 7 लोगों की मौत हो गई। आग में 1 बच्चा और 3 महिलाएं शामिल हैं। हादसे की पूरी जानकारी और बचाव कार्यों का विवरण।
डिंडीगुल, तमिलनाडु: तमिलनाडु के डिंडीगुल जिले में गुरुवार रात करीब 10 बजे एक निजी अस्पताल में आग लग गई, जिसमें सात लोगों की मौत हो गई और कई लोग गंभीर रूप से झुलस गए। मृतकों में एक बच्चा और तीन महिलाएं शामिल हैं। इस हादसे ने पूरे जिले को सकते में डाल दिया है, और घटना के बाद तत्काल बचाव कार्य शुरू किया गया।
आग कैसे लगी?
जानकारी के अनुसार, डिंडीगुल जिले के तिरुचि रोड स्थित एक चार मंजिला निजी अस्पताल में आग पहले ग्राउंड फ्लोर पर लगी। अचानक आग का विस्फोट हुआ और देखते ही देखते पूरे अस्पताल में फैल गई। शुरुआती जांच में यह शॉर्ट सर्किट के कारण होने का अनुमान लगाया जा रहा है। हालांकि, आग फैलने के बाद अस्पताल के अंदर फंसे मरीजों और कर्मचारियों को बचाने के लिए फायर ब्रिगेड की टीम ने त्वरित कार्रवाई की।
बचाव कार्य और रेस्क्यू ऑपरेशन
आग लगने के तुरंत बाद, फायर ब्रिगेड की तीन गाड़ियां घटनास्थल पर पहुंची और बचाव कार्य शुरू किया। रेस्क्यू ऑपरेशन में 10 सरकारी एंबुलेंस और 30 निजी एंबुलेंस का इस्तेमाल किया गया, ताकि झुलसे हुए लोगों को पास के अस्पतालों में तुरंत भर्ती कराया जा सके। रेस्क्यू टीम ने बड़े प्रयासों से अस्पताल में फंसे करीब 100 से अधिक लोगों को बाहर निकाला, जिनमें मरीजों के साथ-साथ अस्पताल के कर्मचारी भी शामिल थे।
हादसे के बाद का माहौल
इस घटना के बाद, तमिलनाडु सरकार और स्थानीय प्रशासन ने बचाव कार्यों में तेजी लाने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए। घटनास्थल पर राज्य के कई बड़े अधिकारी पहुंचे। ग्रामीण विकास मंत्री आई. पेरियासामी, पूर्व मंत्री डिंडीगुल सी. श्रीनिवासन, डिंडीगुल कलेक्टर एम.एन. पूंगोडी, पुलिस अधीक्षक ए. प्रदीप और पलानी विधायक आई.पी. सेंथिल कुमार ने मौके पर पहुंचकर बचाव कार्यों का जायजा लिया और प्रभावित परिवारों से मिलकर शोक व्यक्त किया।
रेस्क्यू के दौरान क्या हुआ?
डिंडीगुल की जिला कलेक्टर एमएन पूंगोडी ने बताया कि आग लगने के तुरंत बाद रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया। अस्पताल में मौजूद मरीजों और उनके परिजनों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित किया गया और उन्हें पास के सरकारी और निजी अस्पतालों में भर्ती कराया गया। इस हादसे के बाद अस्पताल में फंसे लोगों की मदद के लिए स्थानीय पुलिस और प्रशासन ने पूरा जोर लगाया।
विधायक और प्रशासन की प्रतिक्रिया
घटना के बाद, पलानी विधायक आई.पी. सेंथिल कुमार ने कहा कि आग लगने की घटना दुखद है और प्रशासन इस मामले में हर संभव मदद करेगा। उन्होंने स्थानीय लोगों से भी अपील की कि वे सरकार और प्रशासन के साथ सहयोग करें ताकि किसी भी प्रकार की और कोई दुर्घटना न हो सके।
अस्पताल में सुरक्षा मानकों की जांच
इस हादसे ने अस्पतालों में सुरक्षा मानकों की कमी को उजागर किया है। अस्पतालों में आग बुझाने के उपकरण और त्वरित निकासी के रास्तों की कमी होने पर सवाल खड़े हो रहे हैं। यह घटना अन्य अस्पतालों के लिए भी एक चेतावनी हो सकती है, ताकि वे अपनी सुरक्षा व्यवस्थाओं को बेहतर बनाए।
हादसे का बढ़ता असर
इस दुर्घटना से न केवल डिंडीगुल के लोग, बल्कि तमिलनाडु के अन्य इलाकों में भी शोक का माहौल बन गया है। अस्पताल के कर्मचारियों और मरीजों के परिवारों में इस घटना को लेकर गहरा दुख है। तमिलनाडु सरकार ने इस हादसे के दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है और अस्पताल प्रशासन से सुरक्षा मानकों की जांच करने को कहा है।
तमिलनाडु के डिंडीगुल में हुआ यह अस्पताल आग हादसा राज्य के स्वास्थ्य विभाग और अस्पतालों की सुरक्षा व्यवस्थाओं पर गंभीर सवाल खड़े करता है। जबकि पुलिस और प्रशासन ने घटनास्थल पर पहुंचकर तेजी से बचाव कार्य किया, यह घटना यह साबित करती है कि अस्पतालों में सुरक्षा उपायों की सख्त जरूरत है। इस हादसे से घायल और मृतक परिवारों के प्रति शोक संवेदनाएं व्यक्त की जाती हैं और सरकार से उम्मीद की जाती है कि इस तरह की घटनाओं से सबक लेकर भविष्य में बेहतर सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी।
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