पूर्व सैनिक परिषद ने शहीद अब्दुल हमीद को शौर्य सम्मानित किया
अखिल भारतीय पूर्व सैनिक सेवा परिषद ने परमवीर हवलदार अब्दुल हमीद को शौर्य नमन किया। शहीद स्मारक पर आयोजित कार्यक्रम में वीरता और बलिदान की सराहना की गई।
जमशेदपुर, 10 सितंबर 2024: अखिल भारतीय पूर्व सैनिक सेवा परिषद ने परमवीर हवलदार अब्दुल हमीद की शौर्य और बलिदान को श्रद्धांजलि देने के लिए एक कार्यक्रम का आयोजन किया। यह आयोजन मंगलवार को शहीद स्मारक, गोलमुरी में हुआ। इस कार्यक्रम में तीनों सेना के सैनिक साथी शामिल हुए और शहीद अब्दुल हमीद को नमन किया।
उत्तर प्रदेश के धामपुर गांव में जन्मे अब्दुल हमीद की वीरता और बलिदान को पूरे देश में सम्मानित किया जाता है। वे गरीब मोहम्मद उस्मान के पुत्र थे और भारतीय सेना में अपनी वीरता का परिचय दिया। शहीद अब्दुल हमीद ने अपनी जान की परवाह किए बिना देश की रक्षा के लिए सर्वोच्च बलिदान दिया।
शहीद अब्दुल हमीद का जीवन साहस और समर्पण से भरा हुआ था। 27 दिसंबर 1954 को वे ग्रेनेडियर्स इंफेंट्री रेजिमेंट में शामिल हुए। 1962 और 1965 के युद्धों में उनकी वीरता ने इतिहास में अमर पंक्तियों को लिखा। विशेष रूप से, 1965 के भारत-पाकिस्तान युद्ध में उन्होंने अपने अदम्य साहस से दुश्मन के सात टैंकों को अकेले ही ध्वस्त कर दिया, जिसे देखकर पाकिस्तानियों में हलचल मच गई।
कार्यक्रम में जसवीर सिंह और अवधेश कुमार ने धन्यवाद ज्ञापन किया। उन्होंने शहीद अब्दुल हमीद के जीवन और उनके अद्वितीय साहस की सराहना की। इस अवसर पर सभी उपस्थित लोगों ने शहीद की वीरता और बलिदान को सलाम किया और उनके द्वारा किए गए बलिदान को याद किया।
इस कार्यक्रम ने शहीद अब्दुल हमीद की वीरता को पुनः सम्मानित करने और उनकी प्रेरणादायक कहानी को युवाओं के सामने प्रस्तुत करने का महत्वपूर्ण अवसर प्रदान किया।
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