जमशेदपुर के वरीय अधिवक्ता मदन कुमार सिंह का छठ के दिन आकस्मिक निधन, अधिवक्ता समुदाय में शोक की लहर
छठ महापर्व के दिन जमशेदपुर के वरीय अधिवक्ता मदन कुमार सिंह का टाटा मोटर्स अस्पताल में आकस्मिक निधन हो गया। जमशेदपुर जिला बार संघ के साथी अधिवक्ताओं ने प्रार्थना सभा आयोजित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी।
जमशेदपुर, 6 नवंबर: छठ महापर्व के विशेष दिन खरना के अवसर पर जमशेदपुर के वरिष्ठ अधिवक्ता मदन कुमार सिंह का आकस्मिक निधन हो गया। यह दुखद घटना मंगलवार को टाटा मोटर्स अस्पताल में हुई। 26 वर्षों से जमशेदपुर जिला बार संघ में सक्रिय अधिवक्ता मदन कुमार सिंह का जाना न केवल उनके परिवार बल्कि पूरे अधिवक्ता समुदाय के लिए एक गहरी क्षति है। उनके परिवार में उनकी पत्नी, दो बेटियाँ और एक बेटा हैं, जो इस कठिन समय में गहरे सदमे में हैं।
अधिवक्ता मदन कुमार सिंह का अंतिम संस्कार 7 नवंबर को स्वर्णरेखा बर्निंग घाट पर 10:30 बजे आयोजित किया जाएगा। जमशेदपुर जिला बार संघ के अधिवक्ता साथी उनके परिवार के साथ इस दुख की घड़ी में खड़े हैं और उनकी याद में एक प्रार्थना सभा का आयोजन कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की है।
26 साल का अनुभव, कड़ी मेहनत और न्याय की सेवा
मदन कुमार सिंह ने अपने जीवन के 26 साल जमशेदपुर जिला बार संघ में बिताए। उन्होंने कई महत्वपूर्ण केसों में अपनी भूमिका निभाई और अपने व्यवहार और कार्यशैली से न्याय की सेवा में अपना योगदान दिया। उनकी कड़ी मेहनत और न्याय के प्रति उनकी निष्ठा के कारण वे जमशेदपुर के कानूनी क्षेत्र में एक प्रसिद्ध और विश्वसनीय नाम बन गए थे। उनके सहयोगी अधिवक्ता और बार संघ के सदस्य उन्हें एक नेकदिल इंसान और अनुभवी वकील के रूप में याद करते हैं।
अधिवक्ताओं का शोक और श्रद्धांजलि सभा
मदन कुमार सिंह के निधन की खबर सुनते ही जमशेदपुर के अधिवक्ताओं में शोक की लहर दौड़ गई। उनके सहयोगियों में अधिवक्ता अक्षय कुमार झा, जन्मेजय कुमार सिंह, महासचिव कुमार राजेश रंजन और अधिवक्ता चंद्रशेखर राजहंस जैसे वरिष्ठ अधिवक्ता शामिल हैं, जिन्होंने उनके परिवार से मिलकर संवेदना व्यक्त की और दुख की इस घड़ी में हिम्मत बनाए रखने की बात कही।
अधिवक्ताओं ने प्रार्थना सभा का आयोजन कर मदन कुमार सिंह को श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर सभी ने उनके योगदान को सराहा और उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की। अधिवक्ताओं ने कहा कि मदन कुमार सिंह का जाना कानूनी क्षेत्र के लिए एक बड़ी क्षति है और उनकी कमी को कोई पूरा नहीं कर सकता।
परिवार पर पड़ा गहरा प्रभाव
मदन कुमार सिंह का परिवार इस आकस्मिक घटना से टूट चुका है। उनकी पत्नी, बेटियाँ और बेटा अब इस दुख के साथ जीने की कोशिश कर रहे हैं। उनके परिवार के प्रति अधिवक्ता समुदाय की संवेदनाएँ हैं और इस कठिन समय में उन्हें हर संभव समर्थन देने का आश्वासन दिया गया है।
स्वर्णरेखा बर्निंग घाट पर अंतिम संस्कार
अधिवक्ता मदन कुमार सिंह का अंतिम संस्कार 7 नवंबर को सुबह 10:30 बजे स्वर्णरेखा बर्निंग घाट पर होगा। अधिवक्ता समुदाय और उनके जानने वाले लोग बड़ी संख्या में उनके अंतिम संस्कार में शामिल होंगे और उन्हें अपनी अंतिम श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे।
एक प्रेरणादायक व्यक्तित्व
मदन कुमार सिंह का जीवन एक प्रेरणा है। उनके सहकर्मी उन्हें याद करते हुए कहते हैं कि उन्होंने अपने पेशे के प्रति ईमानदारी और अनुशासन को हमेशा प्राथमिकता दी। वे अपने मृदुभाषी स्वभाव और सामाजिक सेवा के प्रति समर्पण के लिए भी जाने जाते थे। जमशेदपुर का कानूनी समुदाय उन्हें हमेशा याद रखेगा और उनके योगदान को कभी नहीं भुलाएगा।
मदन कुमार सिंह की याद में आयोजित श्रद्धांजलि सभा में अधिवक्ताओं ने कहा कि उनकी अनुपस्थिति हमेशा महसूस की जाएगी। वे एक ऐसे साथी थे जो हमेशा सही के साथ खड़े रहते थे और कठिन से कठिन समय में भी हिम्मत नहीं हारते थे।
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