Ration Card Update: राशन कार्ड होल्डर्स के लिए खुशखबरी, ई-केवाईसी की तारीख बढ़ी, अब 28 फरवरी तक कर सकते हैं
झारखंड में राशन कार्ड ई-केवाईसी की तारीख बढ़ाकर 28 फरवरी तक कर दी गई है। जानिए इस अपडेट से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी और राशन कार्ड धारकों के लिए क्या है नया!
रांची, 26 दिसंबर: यदि आप झारखंड में राशन कार्ड धारक हैं और अब तक आपने अपना ई-केवाईसी नहीं कराया है, तो आपके लिए बड़ी खुशखबरी है। राज्य सरकार ने राशन कार्ड धारकों के लिए ई-केवाईसी की तारीख को बढ़ा दिया है। अब आप 28 फरवरी 2025 तक ई-केवाईसी करवा सकते हैं। खाद्य आपूर्ति विभाग के प्रभारी सचिव उमा शंकर सिंह ने इस महत्वपूर्ण जानकारी की घोषणा की है।
यह कदम उन राशन कार्ड धारकों के लिए राहत का कारण बन सकता है, जिन्होंने समय पर अपनी ई-केवाईसी नहीं कराई थी। अब राशन कार्ड धारक इस अतिरिक्त समय का लाभ उठा सकते हैं और अपने राशन कार्ड को अपडेट करा सकते हैं।
ई-केवाईसी में देरी क्यों हो रही है?
हालांकि ई-केवाईसी की तारीख बढ़ा दी गई है, लेकिन तकनीकी समस्याओं के कारण प्रक्रिया में देरी हो रही है। झारखंड ऑथटिकेशन यूजर एजेंसी (एयूए) के सर्वर पर लोड बढ़ जाने के कारण कई बार सर्वर डाउन हो जा रहे हैं, जिससे आधार प्रमाणीकरण में समस्या आ रही है। इससे राशन कार्ड धारकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
खाद्य और अन्य आवश्यक सामग्री का वितरण भी प्रभावित हो रहा है, क्योंकि ई-केवाईसी के लिए आधार प्रमाणीकरण की प्रक्रिया तकनीकी कारणों से पूरी नहीं हो पा रही है। विभाग ने इस स्थिति को लेकर जरूरी कदम उठाए हैं और राशन वितरण के बाद बचे हुए समय में ई-केवाईसी की प्रक्रिया पूरी करने की योजना बनाई है।
ई-केवाईसी क्या है और क्यों जरूरी है?
ई-केवाईसी का मतलब है "इलेक्ट्रॉनिक-केवाईसी" यानी "कृपया अपने पहचान सत्यापन को डिजिटल रूप में पूरा करें।" राशन कार्ड धारकों के लिए यह एक आवश्यक प्रक्रिया है, क्योंकि आधार कार्ड के आधार पर राशन वितरण किया जाता है। इसके अंतर्गत, राशन कार्ड धारकों को अपनी पहचान और बायोमेट्रिक जानकारी प्रदान करनी होती है। इस प्रक्रिया के तहत आधार कार्ड से जुड़ी जानकारी को अपडेट करना जरूरी होता है, ताकि राशन वितरण की प्रक्रिया सही तरीके से हो सके।
ई-केवाईसी से जुड़ी सभी जानकारी डिजिटल रूप से ली जाती है और राशन कार्ड धारकों का आधार प्रमाणीकरण किया जाता है। यह सुनिश्चित करता है कि केवल सही पात्र व्यक्तियों को ही राशन मिले। यह प्रक्रिया राज्य की खाद्य वितरण प्रणाली को और भी पारदर्शी और व्यवस्थित बनाने का काम करती है।
राशन कार्ड धारकों को क्या करना होगा?
ई-केवाईसी प्रक्रिया के तहत, राशन कार्ड धारकों को अपने आधार कार्ड से जुड़ी जानकारी को अपडेट करना होता है। यह प्रक्रिया न केवल राशन वितरण को व्यवस्थित करती है, बल्कि खाद्य और अन्य सामग्री के वितरण में भी पारदर्शिता सुनिश्चित करती है।
खाद्य आपूर्ति विभाग ने सभी राशन कार्ड धारकों को निर्देश दिए हैं कि वे निर्धारित समय सीमा के भीतर अपनी ई-केवाईसी करवा लें। खासकर, झारखंड के रांची, जमशेदपुर और धनबाद जैसे प्रमुख जिलों में राशन कार्ड धारकों के लिए यह प्रक्रिया जरूरी है।
ई-केवाईसी के फायदे
ई-केवाईसी के कारण राशन वितरण में पारदर्शिता बढ़ेगी और सही पात्र लोगों तक ही राशन पहुंच सकेगा। यह प्रक्रिया गरीबों और जरूरतमंदों के लिए विशेष रूप से फायदेमंद है, क्योंकि यह सुनिश्चित करती है कि राशन कार्ड केवल उन लोगों को मिले, जिनकी वास्तविक जरूरत है। इसके अलावा, यह राशन वितरण प्रणाली में भ्रष्टाचार को भी कम करने में मदद करेगा।
ई-केवाईसी की प्रक्रिया से राशन कार्ड धारकों को घर बैठे ही यह जानकारी मिल सकेगी कि उनके पास उपलब्ध राशन किस समय और कहां से मिलेगा। इससे राशन वितरण में काफी सुधार होगा और इसका लाभ सभी नागरिकों तक पहुंच सकेगा।
झारखंड में राशन कार्ड के लिए ई-केवाईसी की तारीख बढ़ा दी गई है, जिससे राशन कार्ड धारकों को राहत मिली है। अब वे 28 फरवरी तक अपना ई-केवाईसी पूरा कर सकते हैं। हालांकि, तकनीकी समस्याएं इस प्रक्रिया को प्रभावित कर रही हैं, लेकिन राज्य सरकार इस मुद्दे को सुलझाने के लिए कदम उठा रही है। राशन कार्ड धारकों को सलाह दी जाती है कि वे जल्द से जल्द अपना ई-केवाईसी करवाएं, ताकि वे राशन वितरण में किसी भी प्रकार की परेशानी से बच सकें।
इस अपडेट के बारे में आपकी क्या राय है? क्या आप अपना ई-केवाईसी करवाने जा रहे हैं? अपने विचार कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं।
ई-केवाईसी का महत्व और राशन कार्ड प्रणाली में इसका योगदान झारखंड के नागरिकों के लिए काफी फायदेमंद साबित हो सकता है।
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