Ranchi Bribe Case: प्रमाण पत्र के नाम पर महिला गृहरक्षकों से वसूली, कंपनी कमांडर निलंबित!

रांची में होमगार्ड कंपनी कमांडर सत्येंद्र कुमार को महिला गृहरक्षकों से रिश्वत लेने के आरोप में निलंबित कर दिया गया। जानिए पूरी खबर!

Feb 19, 2025 - 09:56
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Ranchi Bribe Case: प्रमाण पत्र के नाम पर महिला गृहरक्षकों से वसूली, कंपनी कमांडर निलंबित!
Ranchi Bribe Case: प्रमाण पत्र के नाम पर महिला गृहरक्षकों से वसूली, कंपनी कमांडर निलंबित!

रांची में होमगार्ड के केंद्रीय प्रशिक्षण संस्थान से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां प्रमाण पत्र देने के नाम पर महिला गृहरक्षकों से 200-200 रुपये वसूले जा रहे थे। इस गंभीर आरोप में कंपनी कमांडर सत्येंद्र कुमार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। यह मामला सामने आते ही होमगार्ड मुख्यालय में हड़कंप मच गया और डीआईजी अजय लिंडा ने कड़ी कार्रवाई करते हुए सस्पेंशन का आदेश जारी कर दिया।

महिला गृहरक्षकों की लिखित शिकायत से हुआ खुलासा

घटना का खुलासा तब हुआ जब 16 फरवरी 2025 को प्रशिक्षण केंद्र में महिला गृहरक्षकों का पारण परेड आयोजित किया गया। इस दौरान कंपनी कमांडर सत्येंद्र कुमार ने सभी से प्रमाण पत्र देने के एवज में 200-200 रुपये की मांग की। कुछ महिला गृहरक्षकों ने इस अवैध वसूली के खिलाफ हिम्मत दिखाते हुए लिखित शिकायत दर्ज कराई। शिकायत में न केवल रिश्वतखोरी बल्कि कई अन्य गंभीर आरोप भी लगाए गए, जो बेहद शर्मनाक और चिंताजनक थे।

होमगार्ड के इतिहास में ऐसा मामला पहली बार नहीं!

होमगार्ड संस्थान का इतिहास देखें तो भ्रष्टाचार और अनुशासनहीनता के ऐसे मामले पहले भी सामने आए हैं। गृह रक्षा वाहिनी की स्थापना 1946 में हुई थी, जिसका उद्देश्य आंतरिक सुरक्षा और आपातकालीन परिस्थितियों में पुलिस बल की सहायता करना था। लेकिन समय-समय पर इसमें भ्रष्टाचार के आरोप लगते रहे हैं। इससे पहले भी झारखंड में कई होमगार्ड अफसरों पर रिश्वतखोरी और अनुशासनहीनता के आरोप लगे हैं, लेकिन इस बार मामला महिला गृहरक्षकों से जुड़ा होने के कारण और भी संवेदनशील हो गया है।

डीआईजी ने दी सख्त कार्रवाई की चेतावनी

डीआईजी अजय लिंडा ने इस मामले को गंभीर मानते हुए सत्येंद्र कुमार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया और उन्हें सामान्य जीवन भत्ता (सब्सिस्टेंस एलाउंस) पर रखा गया है। निलंबन के दौरान उनका मुख्यालय गृह रक्षा वाहिनी, रांची रहेगा, जहां उन्हें प्रतिदिन मुख्यालय समादेष्टा के समक्ष हाजिरी लगानी होगी।

डीआईजी ने यह भी स्पष्ट कर दिया कि भविष्य में अगर कोई अधिकारी इस तरह की हरकत में शामिल पाया जाता है तो उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने सभी गृहरक्षकों को भी आश्वस्त किया कि भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।

महिला गृहरक्षकों की हिम्मत बनी मिसाल

इस घटना से यह साफ हो गया कि अब महिला गृहरक्षक अपने अधिकारों के प्रति जागरूक हो रही हैं और अन्याय के खिलाफ आवाज उठा रही हैं। पहले ऐसे मामलों में कई महिलाएं चुप रह जाती थीं, लेकिन इस बार उन्होंने हिम्मत दिखाकर भ्रष्टाचारियों को बेनकाब कर दिया। यह एक बड़ी मिसाल है और अन्य सरकारी विभागों के कर्मचारियों के लिए भी एक संदेश है कि भ्रष्टाचार और अनुशासनहीनता अब छिपी नहीं रह सकती।

क्या होगी आगे की कार्रवाई?

अब सवाल यह है कि सत्येंद्र कुमार पर आगे क्या कार्रवाई होगी? क्या केवल निलंबन ही पर्याप्त होगा या उनके खिलाफ कोई कानूनी कार्रवाई भी होगी? इस मामले की जांच अभी जारी है और अगर आरोप सही साबित होते हैं, तो उनके खिलाफ सख्त प्रशासनिक कार्रवाई के साथ-साथ कानूनी कार्रवाई भी हो सकती है।

रांची में महिला गृहरक्षकों से रिश्वत लेने का यह मामला पूरे सिस्टम पर सवाल खड़ा करता है। यह घटना दिखाती है कि कैसे कुछ अधिकारी अपनी शक्तियों का दुरुपयोग कर रहे हैं। हालांकि, इस बार महिला गृहरक्षकों की हिम्मत और प्रशासन की तत्परता ने भ्रष्टाचारियों को सबक सिखाने का काम किया है। अब देखने वाली बात यह होगी कि इस घटना के बाद अन्य सरकारी विभागों में सुधार होता है या नहीं!

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Manish Tamsoy मनीष तामसोय कॉमर्स में मास्टर डिग्री कर रहे हैं और खेलों के प्रति गहरी रुचि रखते हैं। क्रिकेट, फुटबॉल और शतरंज जैसे खेलों में उनकी गहरी समझ और विश्लेषणात्मक क्षमता उन्हें एक कुशल खेल विश्लेषक बनाती है। इसके अलावा, मनीष वीडियो एडिटिंग में भी एक्सपर्ट हैं। उनका क्रिएटिव अप्रोच और टेक्निकल नॉलेज उन्हें खेल विश्लेषण से जुड़े वीडियो कंटेंट को आकर्षक और प्रभावी बनाने में मदद करता है। खेलों की दुनिया में हो रहे नए बदलावों और रोमांचक मुकाबलों पर उनकी गहरी पकड़ उन्हें एक बेहतरीन कंटेंट क्रिएटर और पत्रकार के रूप में स्थापित करती है।