PM Awas Yojana Rural: महिलाओं को मिलेगा 100% घर का स्वामित्व, क्या होगा बड़ा बदलाव?
प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण के दूसरे चरण में सरकार ने महिलाओं को 100% घर का स्वामित्व देने की योजना बनाई है। जानें इससे जुड़ी सभी अहम बातें और बदलाव।
प्रधानमंत्री आवास योजना (PM Awas Yojana) के दूसरे चरण में एक बड़े बदलाव की योजना बनाई जा रही है, जो सीधे तौर पर महिलाओं से जुड़ी है। खबरों के अनुसार, अब सरकार का लक्ष्य है कि इस योजना के तहत घर का स्वामित्व केवल महिला सदस्य के पास हो। यह कदम महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है, जो समाज में महिलाओं के अधिकारों को और मजबूती देगा। हालांकि, इस बदलाव पर सरकार की ओर से आधिकारिक तौर पर कोई घोषणा नहीं की गई है, लेकिन सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार यह बदलाव निश्चित ही होगा।
प्रधानमंत्री आवास योजना की शुरुआत:
प्रधानमंत्री आवास योजना की शुरुआत 2016 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की थी। इस योजना का उद्देश्य था कि देश के हर गरीब परिवार को एक पक्का घर मिल सके, जिससे वे बेहतर जीवन जी सकें। शुरुआत में इस योजना को शहरी क्षेत्रों में लागू किया गया था, लेकिन जल्द ही इसे ग्रामीण क्षेत्रों में भी विस्तार दिया गया। इस योजना के तहत गरीबों को घर बनाने के लिए आर्थिक सहायता दी जाती है।
महिलाओं को मिलेगा 100% स्वामित्व:
प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत अब तक जो घरों का स्वामित्व महिलाओं के पास था, उनका प्रतिशत 74% था, जिसमें महिलाओं के स्वामित्व के साथ या संयुक्त रूप से घर रजिस्टर्ड थे। अब योजना में बदलाव करते हुए इसका उद्देश्य 100% महिला स्वामित्व की ओर बढ़ने का है। इसका मतलब यह है कि अब हर घर का मालिकाना हक सिर्फ महिला के पास होगा।
क्या है नया बदलाव?
प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण के दूसरे चरण में दो विकल्प होंगे – एक में महिलाओं को अकेले घर का स्वामित्व मिलेगा, जबकि दूसरे में वे संयुक्त स्वामित्व में होंगी। खास बात यह है कि अब इस योजना में घर का रजिस्ट्रेशन केवल पुरुषों के नाम पर नहीं किया जाएगा। इसका उद्देश्य महिलाओं को स्वामित्व देने और उनके अधिकारों को मजबूत करना है।
Awas-Plus 2024 सर्वे:
सरकार ने एक और अहम कदम उठाया है। केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय अब "Awas-Plus 2024" नाम से एक नया सर्वे शुरू करने जा रहा है। इस सर्वे के माध्यम से दूसरे चरण के लाभार्थियों की पहचान की जाएगी। इसमें एक सेल्फ सर्वे का भी प्रावधान होगा, जिससे लाभार्थी खुद अपने घर के संबंधित विवरणों का सर्वे करेंगे। इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि किसी भी लाभार्थी को इस योजना से वंचित न किया जाए और सर्वे करने वाले उन सभी शिकायतों का समाधान कर सकें, जिनमें घर के सदस्य को छोड़ दिया गया था।
महिलाओं पर ध्यान क्यों?
प्रधानमंत्री आवास योजना में अब महिलाओं को विशेष ध्यान दिया जा रहा है, क्योंकि ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं को अक्सर घरों के स्वामित्व से वंचित रखा जाता है। यह बदलाव महिलाओं के आर्थिक और सामाजिक सशक्तिकरण के लिए एक अहम कदम हो सकता है। जब महिलाओं को घर का स्वामित्व मिलेगा, तो वे न केवल घर के फैसलों में शामिल होंगी, बल्कि उन्हें एक नई पहचान भी मिलेगी। यह कदम भारतीय समाज में महिलाओं को समान अधिकार देने की दिशा में भी बड़ा है।
क्या है इस बदलाव का प्रभाव?
इस बदलाव से महिलाओं को स्वामित्व मिलने से उनके जीवन स्तर में सुधार आएगा। यह कदम खासकर ग्रामीण इलाकों में महिलाओं को उनकी संपत्ति पर अधिकार देने में मदद करेगा। इसके अलावा, यह बदलाव महिलाओं को अपने परिवार की आर्थिक स्थिति सुधारने में भी सक्षम बनाएगा।प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण का यह नया बदलाव महिलाओं के लिए एक बड़ी राहत साबित हो सकता है। सरकार का उद्देश्य महिलाओं को 100% स्वामित्व देने के साथ-साथ उनके अधिकारों को और मजबूती देना है। इसके अलावा, Awas-Plus 2024 सर्वे से यह सुनिश्चित किया जाएगा कि कोई भी लाभार्थी इस योजना से बाहर न रहे। इस बदलाव के जरिए सरकार महिलाओं को स्वामित्व देने के लिए प्रतिबद्ध दिख रही है, जिससे समाज में बदलाव की दिशा और मजबूत हो सकती है।
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