Retirement Age Increase: क्या सच में 2024 में केंद्रीय कर्मचारियों की रिटायरमेंट आयु बढ़ाई जा रही है?
सोशल मीडिया पर वायरल हो रही रिटायरमेंट आयु बढ़ोतरी की खबरों को PIB ने किया फर्जी करार। जानें क्या है सच और क्या नहीं बदला है केंद्रीय कर्मचारियों के रिटायरमेंट के नियम।
सोशल मीडिया पर एक खबर तेजी से वायरल हो रही है, जिसमें दावा किया जा रहा है कि भारतीय सरकार ने केंद्रीय कर्मचारियों की रिटायरमेंट आयु में 2 साल की बढ़ोतरी कर दी है। यह खबर कई व्हाट्सएप ग्रुप्स और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर "रिटायरमेंट आयु बढ़ोतरी योजना" के नाम से शेयर हो रही है, जिसमें बताया जा रहा है कि 1 अप्रैल 2025 से केंद्रीय कर्मचारियों की रिटायरमेंट आयु को 60 से बढ़ाकर 62 साल कर दिया जाएगा। इसके लाभार्थी केंद्रीय सरकारी कर्मचारी होंगे और यह कदम केंद्रीय कैबिनेट बैठक में मंजूरी प्राप्त कर चुका है।
क्या है यह वायरल खबर?
वायरल हो रही इस खबर में दावा किया जा रहा है कि सरकार ने केंद्रीय कर्मचारियों के लिए रिटायरमेंट की आयु बढ़ाने का फैसला लिया है और अब केंद्रीय कर्मचारियों को 62 साल तक नौकरी जारी रखने का अधिकार होगा। इसके साथ ही यह भी कहा जा रहा है कि यह योजना 1 अप्रैल 2025 से लागू होगी। इस खबर ने सोशल मीडिया पर हलचल मचा दी है, क्योंकि कई लोग इसे सही मानकर इसे दूसरों के साथ साझा कर रहे हैं।
PIB ने किया फर्जी करार:
हालांकि, इस वायरल खबर को लेकर प्रेस इंफॉर्मेशन ब्यूरो (PIB) ने पूरी तरह से खंडन किया है। PIB ने मंगलवार को एक आधिकारिक बयान जारी कर बताया कि केंद्रीय कर्मचारियों की रिटायरमेंट आयु बढ़ाने के बारे में सोशल मीडिया पर जो दावा किया जा रहा है, वह पूरी तरह से फर्जी है। PIB ने कहा, "भारत सरकार ने केंद्रीय कर्मचारियों की रिटायरमेंट आयु बढ़ाने का कोई निर्णय नहीं लिया है। यह खबर पूरी तरह से गलत है।" इसके साथ ही PIB ने लोगों से अपील की कि वे बिना सत्यता की जांच किए किसी भी खबर को न फैलाएं।
क्या है सरकार का आधिकारिक बयान?
इस बारे में अगस्त 2023 में लोकसभा में एक सवाल उठाया गया था, जिसमें पूछा गया था कि क्या सरकार केंद्रीय कर्मचारियों की रिटायरमेंट आयु बढ़ाने पर विचार कर रही है। केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने इसका जवाब देते हुए कहा था कि केंद्रीय कर्मचारियों की रिटायरमेंट आयु में बदलाव का कोई प्रस्ताव विचाराधीन नहीं है। यानी, सरकार ने रिटायरमेंट आयु में कोई बदलाव करने की योजना नहीं बनाई है।
कैसे फैली यह अफवाह?
सोशल मीडिया पर वायरल हो रही इस अफवाह के बाद कई सरकारी कर्मचारियों के बीच असमंजस की स्थिति पैदा हो गई है। यह दावा सोशल मीडिया पर कुछ व्हाट्सएप संदेशों के माध्यम से फैल रहा था, जिसमें इस योजना के बारे में बताया जा रहा था कि इसे 2024 के केंद्रीय कैबिनेट बैठक में मंजूरी मिल गई है। अफवाह के मुताबिक, 1 अप्रैल 2025 से सभी केंद्रीय कर्मचारियों के रिटायरमेंट की आयु 62 साल हो जाएगी।
PIB की चेतावनी:
PIB ने अपनी चेतावनी में कहा है कि बगैर किसी खबर की सत्यता की जांच किए उसे फैलाना न केवल गलत है, बल्कि इससे अफवाहों का बाजार गर्म होता है और लोगों में गलत जानकारी फैलती है। PIB ने यह भी कहा कि किसी भी सरकारी फैसले या योजना के बारे में अपडेट्स केवल आधिकारिक सरकारी स्रोतों से ही हासिल की जानी चाहिए।
क्या होगी इसका असर?
इस प्रकार की अफवाहें न केवल कर्मचारियों के मनोबल को प्रभावित करती हैं, बल्कि प्रशासनिक प्रक्रियाओं पर भी सवाल उठाती हैं। यह भी देखा गया है कि कुछ सरकारी कर्मचारियों ने इस खबर के बाद खुद को 62 साल तक काम करने की उम्मीद में तैयार करना शुरू कर दिया था।इस पूरे घटनाक्रम से यह साफ हो गया है कि रिटायरमेंट आयु बढ़ाने के बारे में जो अफवाहें सोशल मीडिया पर चल रही थीं, वे पूरी तरह से गलत और निराधार थीं। PIB के खंडन के बाद अब यह स्पष्ट है कि सरकार ने केंद्रीय कर्मचारियों की रिटायरमेंट आयु बढ़ाने का कोई निर्णय नहीं लिया है। इसलिए, सभी कर्मचारियों से अनुरोध है कि वे किसी भी खबर को आधिकारिक पुष्टि के बिना न फैलाएं और केवल विश्वसनीय स्रोतों से जानकारी प्राप्त करें।
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