Parsudih Awareness: सड़क सुरक्षा पर जागरूकता अभियान, राजेंद्र मध्य विद्यालय के बच्चों को दिए जरूरी टिप्स
परसुडीह के राजेंद्र मध्य विद्यालय में सड़क सुरक्षा अभियान का आयोजन। ट्रैफिक नियमों की जानकारी और हेलमेट-सीट बेल्ट के महत्व पर जोर। जानें, कैसे यह पहल बच्चों और उनके परिवारों के लिए उपयोगी बनी।
Parsudih: परसुडीह के राजेंद्र मध्य विद्यालय में शुक्रवार को सड़क सुरक्षा पर जागरूकता अभियान का आयोजन किया गया। समाजसेवी भारत सिंह और यातायात थाना प्रभारी राजन सिंह के नेतृत्व में आयोजित इस कार्यक्रम का उद्देश्य बच्चों और उनके परिवारों में सड़क सुरक्षा को लेकर जागरूकता बढ़ाना था।
कार्यक्रम में क्या-क्या हुआ?
इस अभियान में छात्रों और शिक्षकों को सड़क सुरक्षा, ट्रैफिक नियमों के पालन, और सुरक्षित यात्रा के उपायों की विस्तृत जानकारी दी गई। यातायात थाना प्रभारी राजन सिंह ने कहा कि सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए हेलमेट और सीट बेल्ट का उपयोग बेहद जरूरी है। उन्होंने बताया कि यह छोटे-छोटे कदम बड़ी दुर्घटनाओं से बचाव कर सकते हैं।
समाजसेवी भारत सिंह ने बच्चों को सड़क पर सतर्क रहने और ट्रैफिक नियमों का पालन करने की सलाह दी। उन्होंने बच्चों को सिखाया कि सड़क पार करते समय कैसे सावधानी बरती जाए और वाहन चलाते समय किन नियमों का पालन करना चाहिए।
इतिहास और संदर्भ
भारत में सड़क दुर्घटनाओं की समस्या गंभीर रही है। हर साल लाखों लोग ट्रैफिक नियमों की अनदेखी के कारण जान गंवाते हैं। सड़क सुरक्षा पर पहला राष्ट्रीय अभियान 1980 के दशक में शुरू हुआ, लेकिन जागरूकता का स्तर अभी भी अपेक्षा से कम है। हाल के वर्षों में, स्कूलों और शैक्षणिक संस्थानों को शामिल कर सड़क सुरक्षा पर जागरूकता बढ़ाने की कोशिशें तेज हुई हैं।
छात्रों और अभिभावकों के लिए संदेश
कार्यक्रम के दौरान छात्रों को यह समझाया गया कि सड़क सुरक्षा के नियम केवल औपचारिकता नहीं हैं, बल्कि जीवन को बचाने के लिए अनिवार्य हैं।
- हेलमेट का महत्व: बाइक सवारों के लिए हेलमेट पहनना जीवन रक्षक साबित हो सकता है।
- सीट बेल्ट की अनिवार्यता: कार चलाते समय सीट बेल्ट लगाना दुर्घटना के प्रभाव को कम करता है।
- सड़क पर सतर्कता: पैदल चलते समय जेब्रा क्रॉसिंग का उपयोग करें और सड़क पर फोन का उपयोग न करें।
बच्चों के लिए खास निर्देश
बच्चों को सड़क पर चलने के दौरान सतर्कता बरतने की सलाह दी गई। उन्हें सिखाया गया कि स्कूल बस या वाहन से उतरने के बाद सड़क पार करने से पहले दोनों ओर देखना जरूरी है। यह छोटी-छोटी आदतें उन्हें और उनके परिवार को सुरक्षित रख सकती हैं।
सड़क सुरक्षा का महत्व
भारत में सड़क दुर्घटनाएं हर साल लाखों लोगों की जान लेती हैं। ट्रैफिक नियमों का पालन करके इन दुर्घटनाओं को काफी हद तक रोका जा सकता है। सरकार और सामाजिक संस्थाएं मिलकर जागरूकता अभियान चला रही हैं, लेकिन इसका सही असर तभी होगा जब लोग खुद नियमों का पालन करेंगे।
कार्यक्रम की सराहना
इस पहल को छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों ने खूब सराहा। इस तरह के कार्यक्रम न केवल बच्चों को शिक्षित करते हैं बल्कि उनके माध्यम से परिवारों में भी जागरूकता फैलाते हैं।
परसुडीह का यह जागरूकता अभियान बच्चों के जीवन को सुरक्षित बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। सड़क सुरक्षा पर इस तरह के कार्यक्रम न केवल जानकारी देते हैं बल्कि समाज को एक सकारात्मक संदेश भी देते हैं। आपका एक हेलमेट और एक सीट बेल्ट किसी की जान बचा सकता है।
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