Jagnnathpur Raid: पुलिस का बड़ा अभियान, शराब माफियाओं में मचा हड़कंप!
जगन्नाथपुर पुलिस ने खुटियापाड़ा और गुट्टुसाई गांव में छापेमारी कर हजारों लीटर अवैध महुआ शराब और शराब भट्टियों को नष्ट कर दिया। पुलिस लगातार इस तरह के अवैध धंधों पर नजर बनाए हुए है। जानिए पूरी खबर!

जगन्नाथपुर थाना क्षेत्र में पुलिस और उत्पाद विभाग ने अवैध देशी शराब के खिलाफ बड़ा अभियान चलाते हुए हजारों लीटर महुआ शराब और शराब बनाने की भट्टियों को नष्ट कर दिया। बुधवार सुबह हुई इस छापेमारी में खुटियापाड़ा और गुट्टुसाई गांव में चल रहे अवैध शराब के ठिकानों पर पुलिस ने धावा बोला, जिससे पूरे इलाके में हड़कंप मच गया।
पुलिस को कैसे मिली जानकारी?
जगन्नाथपुर पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि जैतगढ़ के खुटियापाड़ा और गुट्टुसाई गांव में अवैध रूप से महुआ शराब बनाई और बेची जा रही है। जानकारी मिलते ही थाना प्रभारी शिवनारायण तिवारी के निर्देश पर एएसआई अजय सिंह और संजय सिंह के नेतृत्व में पुलिस और उत्पाद विभाग की टीम ने संयुक्त रूप से कार्रवाई की।
इस दौरान पुलिस ने 4500 लीटर जावा महुआ और 2500 लीटर तैयार अवैध देशी शराब को मौके पर ही नष्ट कर दिया। इसके साथ ही शराब बनाने के उपकरणों को भी तोड़ दिया गया।
अवैध शराब का गढ़ बनता जा रहा था क्षेत्र
यह इलाका कई महीनों से अवैध शराब के गढ़ के रूप में कुख्यात होता जा रहा था। स्थानीय लोग लगातार इसकी शिकायत कर रहे थे, लेकिन अब जाकर पुलिस ने इस अवैध धंधे पर कार्रवाई की है। पुलिस के पहुंचते ही शराब माफिया मौके से फरार हो गए, जिससे कोई गिरफ्तारी नहीं हो सकी।
इतिहास में भी हो चुकी हैं ऐसी छापेमारियां
जगन्नाथपुर और उसके आसपास के इलाकों में अवैध शराब के खिलाफ पहले भी कई बार अभियान चलाए गए हैं, लेकिन हर बार यह धंधा फिर से पनपने लगता है।
2021 में भी पुलिस ने इसी इलाके में बड़ी कार्रवाई करते हुए 10,000 लीटर से ज्यादा महुआ शराब को नष्ट किया था, लेकिन कुछ महीनों बाद फिर से शराब माफियाओं ने अपना कारोबार शुरू कर दिया।
होली के कारण बढ़ी थी शराब की मांग
थाना प्रभारी शिवनारायण तिवारी ने बताया कि होली पर्व को देखते हुए अवैध शराब की बिक्री बढ़ रही थी, इसलिए पुलिस ने यह कार्रवाई की। उन्होंने कहा, "महुआ शराब बनाना और बेचना कानूनन अपराध है। अगर कोई दोबारा इस धंधे में पकड़ा गया, तो उसे जेल भेजा जाएगा।"
उन्होंने स्थानीय लोगों, समाजसेवियों और ग्राम प्रतिनिधियों से अवैध शराब के खिलाफ पुलिस का सहयोग करने की अपील की।
समस्या की जड़ तक कब पहुंचेगी पुलिस?
हर बार जब पुलिस कार्रवाई करती है, तो शराब माफिया कुछ दिनों के लिए गायब हो जाते हैं, लेकिन फिर नए ठिकानों से इस धंधे को चालू कर देते हैं। ऐसे में बड़ा सवाल यह है कि क्या इस बार प्रशासन इसे पूरी तरह खत्म कर पाएगा, या फिर यह सिलसिला यूं ही चलता रहेगा?
इस अभियान के बाद इलाके के लोगों ने राहत की सांस ली है, लेकिन अवैध शराब का नेटवर्क पूरी तरह खत्म करने के लिए पुलिस को और सख्त कदम उठाने की जरूरत है।
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