Raipur Assembly: मंत्री ओपी चौधरी और नेताम से होंगे कड़े सवाल, मास्टर प्लान और फसल बीमा पर गरमाएगा सत्र!
रायपुर विधानसभा सत्र के दसवें दिन मंत्री ओपी चौधरी और राम विचार नेताम पर सवालों की बौछार होगी। मास्टर प्लान, फसल बीमा योजना, पर्यावरण स्वीकृति, धान खरीदी में देरी जैसे मुद्दों पर होगी गरमा-गरम बहस। पढ़ें पूरी खबर।

रायपुर: विधानसभा सत्र का आज दसवां दिन राजनीतिक गरमाहट से भरा रहने वाला है। सहकारिता मंत्री केदार कश्यप आज अपेक्स बैंक और राज्य सहकारी मत्स्य महासंघ मर्यादित के ऑडिट रिपोर्ट और वित्तीय पत्रक को सदन में पेश करेंगे। वहीं, कई अहम मुद्दों पर मंत्रियों से सवालों की झड़ी लगने वाली है।
धान खरीदी और पेयजल संकट पर उठेंगे सवाल
विधायक चातुरी नंद धान खरीदी केंद्रों में फसलों की उठाव में देरी को लेकर खाद्य मंत्री से जवाब मांगेंगी। वहीं, विधायक मोतीलाल साहू राजधानी सहित विभिन्न इलाकों में पेयजल संकट की गंभीरता को सदन में उठाएंगे और उपमुख्यमंत्री एवं नगरीय प्रशासन मंत्री अरुण साव से तत्काल समाधान की मांग करेंगे।
मंत्रियों पर सवालों की बौछार, ओपी चौधरी से तीखी पूछताछ
वित्त, आवास एवं पर्यावरण मंत्री ओम प्रकाश चौधरी के विभागों से जुड़े कई संवेदनशील मुद्दे चर्चा में रहेंगे। खासकर रायपुर मास्टर प्लान, औद्योगिक क्षेत्र में वृक्षारोपण, रेरा के तहत बिल्डरों और कॉलोनाइजरों का पंजीकरण, जमीन रजिस्ट्री के नए नियम, जीएसटी चोरी के मामलों, पर्यावरण स्वीकृति, पावर प्लांट स्थापना, राखड़ की वजह से जल प्रदूषण और पराली जलाने से प्रदूषण जैसे मामलों पर जवाब तलब किया जाएगा।
इतना ही नहीं, रायपुर विकास प्राधिकरण (RDA) द्वारा बनाए गए कौशल्या विहार में मकानों के आबंटन, राज्य कर विभाग में प्रमोशन प्रक्रिया और पंजीयन कार्यालय में रजिस्ट्रेशन से जुड़ी शिकायतों को लेकर भी उनसे सवाल किए जाएंगे। इन मुद्दों को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच तीखी बहस की संभावना है।
राम विचार नेताम से आदिवासी योजनाओं और कृषि पर सवाल
आदिम जाति विकास एवं कृषि मंत्री राम विचार नेताम से भी कई अहम मुद्दों पर जवाब मांगे जाएंगे।
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एकलव्य विद्यालयों में रिक्त पद,
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कृषि योजनाओं का क्रियान्वयन,
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प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का लाभ,
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अमानक बीज वितरण का मामला,
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आदिवासी छात्रावासों में मिलने वाली सुविधाएं,
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प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना के तहत चयनित गांवों की स्थिति आदि मुद्दे सदन में छाए रहेंगे।
क्या फिर सवालों से बच पाएंगे मंत्री?
पिछले कई विधानसभा सत्रों में देखा गया है कि कई मंत्री असहज सवालों का सामना करने से बचते आए हैं, लेकिन इस बार ऐसा नहीं होगा। विपक्षी दलों के विधायक इन मुद्दों पर पूरी तैयारी के साथ आए हैं, जिससे सत्र के गरमाने की पूरी संभावना है। खासकर, रायपुर मास्टर प्लान में गड़बड़ियां, फसल बीमा योजना में किसानों को लाभ न मिलना, पर्यावरण प्रदूषण और खाद्यान्न संकट जैसे विषयों पर गहन चर्चा होगी।
इतिहास से सीखने की जरूरत
अगर इतिहास पर नजर डालें तो हर सरकार के कार्यकाल में मास्टर प्लान में धांधली, धान खरीदी में देरी और कृषि योजनाओं के सही क्रियान्वयन को लेकर विवाद होते रहे हैं। 2014 में भी मास्टर प्लान में बदलाव को लेकर जमकर विरोध हुआ था, और आज फिर वही मुद्दा सदन में चर्चा का केंद्र बन रहा है। किसानों को प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का पूरा लाभ अब तक नहीं मिल पाया है, जो कि 2016 में लागू हुई थी। अब देखना होगा कि सरकार इन मुद्दों पर क्या ठोस जवाब देती है।
विधानसभा सत्र का आज रहेगा हाईवोल्टेज ड्रामा!
आज विधानसभा में 21 याचिकाओं की प्रस्तुति होगी और मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े, लखनलाल देवांगन, दयालदास बघेल के विभागों से जुड़ी अनुदान मांगों पर चर्चा होगी।
आज का दिन रायपुर विधानसभा सत्र के लिए बेहद महत्वपूर्ण रहने वाला है। विपक्ष और सत्ता पक्ष के बीच गरमागरम बहस देखने को मिलेगी। देखना दिलचस्प होगा कि मंत्रीगण सवालों का सामना कैसे करते हैं और क्या वे संतोषजनक जवाब दे पाएंगे या नहीं।
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