Deoghar Preparation: बाबा बैद्यनाथ मंदिर में महाशिवरात्रि की धूम, महाशिवरात्रि पर भक्तों की भीड़ संभालने के लिए प्रशासन अलर्ट!
महाशिवरात्रि पर देवघर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़, बाबा बैद्यनाथ मंदिर में कड़ी सुरक्षा, VIP दर्शन पर रोक। जानिए पूरी खबर!

देवघर में महाशिवरात्रि को लेकर जबरदस्त तैयारियां की गई हैं। अहले सुबह उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी विशाल सागर ने बाबा बैद्यनाथ मंदिर के आसपास के इलाकों का निरीक्षण किया और सुरक्षा व्यवस्थाओं का जायजा लिया।
इस दौरान बीएड कॉलेज, तिवारी चौक, क्यू कॉम्प्लेक्स, नेहरू पार्क और शिवराम झा चौक समेत पूरे मंदिर परिसर में सुरक्षा इंतजामों को दुरुस्त किया गया। उपायुक्त ने पुलिस बल और दंडाधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो और भगदड़ जैसी स्थिति पर सख्ती से नजर रखी जाए।
महाशिवरात्रि पर उमड़ी भक्तों की भीड़, रातभर लाइन में खड़े रहे श्रद्धालु!
महाशिवरात्रि पर बाबा बैद्यनाथ का जलार्पण करने के लिए भक्तों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। उपायुक्त विशाल सागर ने मीडिया से बातचीत में बताया कि रात से ही हजारों की संख्या में श्रद्धालु कतारबद्ध होकर जलार्पण का इंतजार कर रहे थे। जिला प्रशासन ने श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा को ध्यान में रखते हुए पहले से ही व्यापक इंतजाम किए थे।
बाबा बैद्यनाथ मंदिर भारत के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है और महाशिवरात्रि के मौके पर यहां लाखों भक्त जलार्पण के लिए आते हैं। मान्यता है कि इस दिन बाबा बैद्यनाथ को जल चढ़ाने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम, VIP दर्शन पर रोक!
महाशिवरात्रि के अवसर पर प्रशासन ने किसी भी VIP या आउट ऑफ टर्न दर्शन पर पूरी तरह से रोक लगा दी है। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए 600 रुपये शुल्क के साथ ‘शीघ्र दर्शनम कूपन’ की व्यवस्था की गई है, जिससे भक्त आसानी से बाबा के दर्शन कर सकें।
सुबह 4:30 बजे सरकारी पूजा के बाद बाबा बैद्यनाथ का पट आम भक्तों के लिए खोल दिया गया। इस दौरान अनुमंडल पदाधिकारी, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी, मंदिर प्रबंधक और अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।
श्रद्धालुओं के लिए विशेष सुविधाएं!
इस बार प्रशासन ने भक्तों की सुविधा के लिए कई नई व्यवस्थाएं लागू की हैं:
सूचना केंद्र और हेल्प डेस्क – किसी भी समस्या के समाधान के लिए मंदिर परिसर में बनाए गए हैं।
शौचालय और पेयजल व्यवस्था – श्रद्धालुओं को कोई दिक्कत न हो, इसका ध्यान रखा गया है।
बैरिकेडिंग और कतारबद्ध दर्शन – भक्तों की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए सख्त व्यवस्था।
कड़ी सुरक्षा व्यवस्था – जगह-जगह पुलिस बल और दंडाधिकारी तैनात किए गए हैं।
देवघर में महाशिवरात्रि का ऐतिहासिक महत्व!
देवघर स्थित बाबा बैद्यनाथ मंदिर को त्रेता युग से जोड़कर देखा जाता है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, रावण ने भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए कठोर तप किया और शिवलिंग को लंका ले जाने की कोशिश की। लेकिन भगवान शिव ने देवघर में ही स्थायी रूप से विराजमान रहने का निर्णय लिया। तभी से यह स्थान भक्तों के लिए आस्था का केंद्र बन गया।
महाशिवरात्रि के दिन यहां लाखों श्रद्धालु भगवान शिव का जलाभिषेक करने के लिए देशभर से आते हैं। माना जाता है कि इस दिन उपवास रखने और बाबा बैद्यनाथ का जलार्पण करने से सभी कष्ट दूर हो जाते हैं।
श्रद्धालुओं के लिए प्रशासन की अपील!
- धैर्य और अनुशासन बनाए रखें – कतार में लगे रहें और किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें।
- सुरक्षा नियमों का पालन करें – पुलिस और प्रशासन के निर्देशों का पालन करें।
- जल्द दर्शन के लिए ‘शीघ्र दर्शनम कूपन’ का इस्तेमाल करें।
- अपनी सुविधा के लिए पानी और जरूरी सामान साथ रखें।
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