Bihar Surrender: पीएफआई मॉड्यूल का वांछित अफरोज ने किया सरेंडर, कई बड़े खुलासे!
Bihar में PFI के फुलवारीशरीफ मॉड्यूल से जुड़े फरार आरोपी मो. अफरोज ने कोर्ट में सरेंडर किया। जानिए कैसे ट्रेनिंग कैंप चलाकर युवाओं को संगठन से जोड़ा जा रहा था।

Bihar: बिहार में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) से जुड़े फुलवारीशरीफ मॉड्यूल के फरार आरोपी मो. अफरोज ने आखिरकार मुजफ्फरपुर की विशेष (UAPA) कोर्ट में सरेंडर कर दिया। अफरोज पर युवाओं को संगठन से जोड़ने और गुप्त ट्रेनिंग देने का आरोप है। वह पिछले दो साल से फरार था और पुलिस उसकी कुर्की-जब्ती की कार्रवाई कर रही थी।
अफरोज पूर्वी चंपारण के मेहसी थाना क्षेत्र के कस्बा गांव का रहने वाला है और फुलवारीशरीफ केस में भी वांछित था।
पीएफआई मॉड्यूल – खतरनाक साजिश का पर्दाफाश!
पीएफआई के इस नेटवर्क में बिहार, तमिलनाडु और झारखंड जैसे कई राज्यों के लोग शामिल थे। जांच एजेंसियों के अनुसार, बरुराज के परसौनी गांव में एक गुप्त ट्रेनिंग कैंप चलाया गया था, जहां युवाओं को ट्रेनिंग दी जा रही थी।
PFI के मुख्य आरोप –
गुप्त ट्रेनिंग कैंप का संचालन
युवाओं को संगठन से जोड़ने की साजिश
अवैध दस्तावेजों और हथियारों की बरामदगी
व्हाट्सएप ग्रुप के जरिए निर्देश जारी करना
अफरोज को पीएफआई के प्रदेश उपाध्यक्ष मो. रियाज मौरिफ का करीबी सहयोगी बताया जा रहा है। उसने बरुराज के परसौनी गांव में अब्दुल कादिर अंसारी के घर पर ट्रेनिंग कैंप चलाया था।
NIA की छापेमारी और बड़े खुलासे!
नेशनल इंवेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) ने 2023 में फुलवारीशरीफ मॉड्यूल की जांच के दौरान पूर्वी चंपारण के चकिया से मो. बेलाल को गिरफ्तार किया था।
बेलाल से पूछताछ के बाद एनआईए ने परसौनी गांव में छापेमारी की और चौंकाने वाले सबूत बरामद किए:
ट्रेनिंग और भर्ती कैंप के बैनर
गोपनीय दस्तावेज
हथियार और तलवारें
PFI नेटवर्क – बिहार से लेकर तमिलनाडु तक फैला जाल!
पीएफआई का नेटवर्क सिर्फ बिहार तक सीमित नहीं था, बल्कि मधुबनी, तमिलनाडु और अन्य राज्यों में भी इसका प्रभाव था।
PFI के बड़े नाम जो इस केस में शामिल हैं –
रियाज मौरिफ (PFI प्रदेश उपाध्यक्ष)
याकूब खान उर्फ सुल्तान उर्फ उस्मान (अब भी फरार)
अब्दुल कादिर अंसारी (गिरफ्तार, NIA की हिरासत में)
शमीम अख्तर (बिहारशरीफ), मो. रोसेलन (तमिलनाडु), तौसीफ (मधुबनी)
इस नेटवर्क ने पहले मोतिहारी के गांधी मैदान में भी ट्रेनिंग कैंप लगाया था।
बिहार में PFI की गतिविधियां – कितनी बड़ी साजिश?
बिहार में फुलवारीशरीफ मॉड्यूल के खुलासे ने सुरक्षा एजेंसियों को चौंका दिया है।
PFI केस में अब तक की बड़ी घटनाएं –
5 फरवरी 2023: NIA ने मो. बेलाल को गिरफ्तार किया।
परसौनी गांव में छापेमारी: अब्दुल कादिर के घर से दस्तावेज और हथियार मिले।
मार्च 2024: अफरोज ने कोर्ट में सरेंडर किया।
17 मार्च 2024: रियाज मौरिफ और कादिर के खिलाफ आरोप तय किए जाएंगे।
सबसे बड़ा सवाल – क्या PFI बिहार में कोई बड़ी साजिश रच रहा था?
अब आगे क्या?
NIA और पुलिस की जांच जारी है।
फरार आरोपी याकूब खान की तलाश तेज की गई है।
PFI के अन्य सहयोगियों पर भी शिकंजा कस सकता है।
इस केस का खुलासा बिहार में कट्टरपंथी संगठनों की साजिशों को उजागर करता है। अब देखना होगा कि NIA इस मामले में और किन-किन लोगों को बेनकाब करती है।
What's Your Reaction?






