Retail Inflation 2025 : फरवरी में महंगाई 7 महीने के निचले स्तर पर, आम जनता को बड़ी राहत!
फरवरी 2025 में खुदरा महंगाई 7 महीने के निचले स्तर 3.61% पर पहुंची। जानें महंगाई घटने की वजह, RBI का फैसला और EMI पर असर।

नई दिल्ली: फरवरी 2025 में आम आदमी को महंगाई से बड़ी राहत मिली है! Retail Inflation (खुदरा महंगाई) में जबरदस्त गिरावट दर्ज की गई है, जिससे पिछले 7 महीनों में सबसे कम स्तर 3.61% पर पहुंच गई है। इसका सबसे बड़ा कारण सब्जियों, अंडे और प्रोटीन युक्त उत्पादों की कीमतों में आई भारी गिरावट है।
बुधवार को जारी सरकारी आंकड़ों के अनुसार, जनवरी में महंगाई दर 4.26% थी, जो अब घटकर 3.61% रह गई है। यह आंकड़ा RBI के 2-6% लक्ष्य के भीतर है, जिससे केंद्रीय बैंक ब्याज दरों में कटौती कर सकता है।
महंगाई गिरने की बड़ी वजहें
राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (NSO) के अनुसार, जनवरी 2025 की तुलना में फरवरी में कोर मुद्रास्फीति में 65 आधार अंकों की कमी देखी गई। इसके पीछे मुख्य कारण हैं:
सब्जियों के दाम में गिरावट:
- अदरक: -35.81%
- जीरा: -28.77%
- टमाटर: -28.51%
अंडे, मांस और मछली के दाम गिरे
दाल और दूध उत्पादों की महंगाई में नरमी
शहरी बनाम ग्रामीण महंगाई दर
- शहरी महंगाई: 3.32% (जनवरी में 3.87% थी)
- ग्रामीण महंगाई: 3.79% (जनवरी में 4.59% थी)
किस राज्य में कितनी महंगाई?
- सबसे कम महंगाई: तेलंगाना (1.31%)
- सबसे ज्यादा महंगाई: केरल (7.31%)
लेकिन कुछ चीजों के दाम अभी भी ज्यादा!
हालांकि कई जरूरी चीजों के दाम घटे हैं, लेकिन कुछ चीजें अब भी महंगी बनी हुई हैं:
नारियल तेल: +54.48%
नारियल: +41.61%
सोना: +35.56%
चांदी: +30.89%
प्याज: +30.42%
महंगाई में गिरावट से RBI की नीति पर असर!
महंगाई दर 4% से नीचे आने से RBI की अगली मौद्रिक नीति समिति (MPC) की बैठक में ब्याज दरों में कटौती की संभावना बढ़ गई है।
ICRA की मुख्य अर्थशास्त्री अदिति नायर के मुताबिक, अप्रैल 2025 की MPC बैठक में RBI एक और 0.25% की दर कटौती कर सकता है।
आनंद राठी ग्रुप के अर्थशास्त्री सुजन हाजरा के अनुसार, महंगाई RBI के 4.4% अनुमान से भी कम रह सकती है, जिससे जून या अगस्त में भी ब्याज दरों में कटौती संभव है।
रेपो रेट घटने से आम आदमी को फायदा!
EMI में राहत: होम लोन, कार लोन और पर्सनल लोन सस्ते हो सकते हैं।
खाद्य पदार्थों की कीमतों में राहत: सब्जियों और अनाज के दाम और गिर सकते हैं।
शेयर बाजार में तेजी: महंगाई काबू में रहने से निवेशकों का भरोसा बढ़ेगा।
इतिहास: महंगाई की मार से राहत कब-कब मिली?
अगर हम पिछले 5 वर्षों के आंकड़ों पर नजर डालें, तो भारत में महंगाई दर कई बार 4% से नीचे आई है:
मई 2023: खाद्य मुद्रास्फीति गिरकर 3.75% हुई थी।
जुलाई 2024: महंगाई दर 3.61% पर थी।
फरवरी 2025: एक बार फिर 3.61% पर आ गई।
आगे क्या?
अगर महंगाई दर इसी तरह नियंत्रण में रहती है, तो RBI आने वाले महीनों में ब्याज दरों में और कटौती कर सकता है। इससे आम आदमी की जेब पर बोझ कम होगा और अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी।
फरवरी 2025 में महंगाई दर 7 महीने के निचले स्तर पर पहुंच गई, जिससे आम आदमी को बड़ी राहत मिली है। RBI के फैसले से अब ब्याज दरों में कटौती और सस्ती EMI की उम्मीद बढ़ गई है। अगर आप भी लोन लेने की सोच रहे हैं, तो अगले कुछ महीनों तक इंतजार करना फायदेमंद हो सकता है!
What's Your Reaction?






