Parsudih Accident: गोदाम में भारी ACP सीट गिरने से कारोबारी की दर्दनाक मौत!
जमशेदपुर के परसुडीह में दर्दनाक हादसा! गोदाम में भारी ACP सीट गिरने से कारोबारी विजय पोद्दार की मौत, जानिए पूरी खबर।

जमशेदपुर: झारखंड के जमशेदपुर में एक दर्दनाक हादसा हुआ, जिसने पूरे शहर को झकझोर कर रख दिया। परसुडीह थाना क्षेत्र के मेन रोड स्थित डायमंड कांच घर के मालिक विजय पोद्दार (45) की गोदाम में मौत हो गई।
सोमवार दोपहर 12:30 बजे जब वह अपने गोदाम में काम कर रहे थे, तभी अचानक भारी ACP सीट उनके ऊपर गिर पड़ी।
तेज आवाज सुनकर जब लोग दौड़कर पहुंचे, तब तक विजय पोद्दार गंभीर रूप से घायल हो चुके थे।
उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
क्या यह महज एक हादसा था, या लापरवाही का नतीजा?
क्या गोदाम में सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम नहीं थे?
गोदाम में भारी ACP सीट ने ली जान – परिजनों को नहीं हुआ यकीन!
विजय पोद्दार डायमंड कांच घर के मालिक थे और उनकी दुकान में फोटो फ्रेमिंग, एल्युमिनियम और ACP सीट का काम होता था।
हादसे के वक्त वह गोदाम में ACP सीट निकाल रहे थे, तभी भारी शीट का एक बड़ा हिस्सा अचानक गिर पड़ा।
यह सब इतनी तेजी से हुआ कि विजय पोद्दार संभल भी नहीं सके और गंभीर रूप से घायल हो गए।
स्थानीय लोगों ने तुरंत उन्हें सदर अस्पताल, खासमहल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
परिजनों को जब इस पर यकीन नहीं हुआ, तो वे उन्हें टाटा मेन हॉस्पिटल (TMH) ले गए, लेकिन वहां भी डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
हादसे से पसरा मातम – व्यापारियों में शोक की लहर
घटना की खबर मिलते ही परसुडीह पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए MGM मेडिकल कॉलेज भेज दिया।
विजय पोद्दार लक्ष्मीनगर के रहने वाले थे, उनकी मौत की खबर से परिवार में कोहराम मच गया।
पत्नी बेसुध हो गईं, और परिजन फूट-फूटकर रोने लगे।
इस घटना से स्थानीय दुकानदारों और व्यापारियों में भी शोक की लहर दौड़ गई है।
बाजार के व्यापारियों का कहना है कि विजय पोद्दार बहुत मिलनसार इंसान थे और उनके अचानक चले जाने से हर कोई सदमे में है।
क्या यह लापरवाही का नतीजा था? सुरक्षा इंतजामों पर उठ रहे सवाल!
इस घटना ने औद्योगिक और कारोबारी इलाकों में सुरक्षा इंतजामों पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
गोदाम में इतनी भारी ACP सीट कैसे रखी गई थी?
क्या वहां कोई सेफ्टी मैकेनिज्म नहीं था, जो इस तरह के हादसे को रोक सकता?
स्थानीय व्यापारियों का कहना है कि जमशेदपुर में गोदामों और दुकानों में अक्सर सुरक्षा मानकों की अनदेखी की जाती है।
ACP शीट, कांच और एल्यूमिनियम के काम में भारी वजन उठाने वाले कर्मचारी बिना किसी सुरक्षा गियर के काम करते हैं।
क्या प्रशासन इस मामले में कोई कार्रवाई करेगा?
क्या अन्य व्यापारियों को इस हादसे से कोई सबक मिलेगा?
जमशेदपुर में पहले भी हो चुके हैं ऐसे हादसे!
2019 में साकची के एक गोदाम में भारी शीट गिरने से दो मजदूरों की मौत हो गई थी।
2022 में टेल्को इंडस्ट्रियल एरिया में एक ट्रांसपोर्ट कंपनी में काम के दौरान एक कर्मचारी के ऊपर लोहे की प्लेट गिर गई थी, जिससे उसकी मौत हो गई थी।
2023 में बिष्टुपुर में एक निर्माण स्थल पर क्रेन से गिरी लोहे की रॉड से एक मजदूर की मौत हुई थी।
क्या इन घटनाओं से कोई सीख ली गई?
पुलिस जांच में जुटी, लेकिन क्या मिलेगा इंसाफ?
परसुडीह पुलिस इस मामले की जांच कर रही है और यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि हादसे की असली वजह क्या थी।
क्या गोदाम में सुरक्षा मानकों की अनदेखी की गई थी?
या फिर यह एक दुर्भाग्यपूर्ण हादसा था?
अब सवाल यह है कि क्या प्रशासन सुरक्षा नियमों को कड़ा करेगा या फिर यह मामला भी फाइलों में दबकर रह जाएगा?
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