Madhuban Accident: अवैध कोयला बाइक की टक्कर से छात्रा गंभीर, गुस्साए लोगों ने जलाई मोटरसाइकिल!
मधुबन में अवैध कोयला बाइक की टक्कर से छात्रा गंभीर, गुस्साए लोगों ने बाइक में आग लगाई, विधायक ने सरकार पर लगाया बड़ा आरोप!

मधुबन: झारखंड में अवैध कोयला कारोबार के खिलाफ गुस्सा लगातार बढ़ रहा है। सोमवार को मधुबन थाना क्षेत्र के खरखरी रेलवे पुल के पास एक दर्दनाक सड़क हादसा हुआ, जिसमें दो छात्राएं और एक व्यक्ति बुरी तरह घायल हो गए।
नावागढ़ की 16 वर्षीय खुशी सिन्हा, 19 वर्षीय बबली चौधरी और 48 वर्षीय संतोष श्रीवास्तव तेज रफ्तार कोयला लदी मोटरसाइकिल की चपेट में आ गए।
घटना से आक्रोशित भीड़ ने सड़क पर ही मोटरसाइकिल को आग के हवाले कर दिया और सड़क जाम कर दिया।
लोगों ने पुलिस पर पैसे लेकर अवैध कोयला कारोबार चलाने का गंभीर आरोप लगाया!
क्या झारखंड में अवैध कोयला कारोबार अब जानलेवा बन गया है?
सरकार इस पर क्यों नहीं कर रही कोई ठोस कार्रवाई?
तेज रफ्तार कोयला लदी बाइक ने मचाया कहर!
हादसे के वक्त संतोष श्रीवास्तव नावागढ़ से अपनी मोटरसाइकिल पर खुशी सिन्हा और बबली चौधरी को लेकर कतरास कॉलेज के लिए निकले थे।
खरखरी रेलवे पुल के पास विपरीत दिशा से तेज रफ्तार में बिना नंबर की पांच कोयला लदी मोटरसाइकिलें आ रही थीं।
संतोष श्रीवास्तव ने अपनी बाइक को किनारे करने की कोशिश की, लेकिन एक कोयला लदी बाइक ने उन्हें जोरदार टक्कर मार दी।
टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि तीनों सड़क पर गिरकर गंभीर रूप से घायल हो गए।
खुशी सिन्हा का एक हाथ और एक पैर टूट गया, जबकि बबली चौधरी और संतोष श्रीवास्तव को मामूली चोटें आईं।
स्थानीय लोगों ने तुरंत तीनों को कतरास के एक निजी क्लिनिक में भर्ती कराया।
गुस्साए लोगों ने किया हंगामा, पुलिस पर लगे आरोप
घटना के बाद स्थानीय लोग आक्रोशित हो गए और सड़क पर उतर आए।
गुस्साए लोगों ने आरोपी बाइक सवार को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया।
लोगों ने घटनास्थल पर ही बाइक में आग लगा दी और नावागढ़-महुदा सड़क मार्ग को जाम कर दिया।
मौके पर पहुंची मधुबन पुलिस ने लोगों को समझाने की कोशिश की, लेकिन वे मानने को तैयार नहीं थे।
लोगों का आरोप था कि पुलिस अवैध कोयला कारोबारियों से पैसे लेकर उन्हें खुली छूट देती है, जिससे इस तरह की घटनाएं हो रही हैं।
क्या वाकई पुलिस की मिलीभगत से अवैध कोयला कारोबार फल-फूल रहा है?
या यह एक महज संयोग था, जिसे अब राजनीतिक रंग दिया जा रहा है?
विधायक भी पहुंचे, सरकार पर लगाया गंभीर आरोप!
घटना की सूचना मिलते ही विधायक शत्रुघ्न महतो मौके पर पहुंचे।
उन्होंने कहा कि कोयला चोरी को सरकार का संरक्षण मिला हुआ है, इसलिए इस तरह की घटनाएं हो रही हैं।
उन्होंने आश्वासन दिया कि वह इस मुद्दे को विधानसभा में उठाएंगे।
क्या सरकार अवैध कोयला कारोबार पर सख्ती दिखाएगी, या यह मामला भी ठंडे बस्ते में चला जाएगा?
क्या अवैध कोयला कारोबार बन चुका है मौत का सौदागर?
झारखंड में अवैध कोयला कारोबार कोई नई बात नहीं है।
यहां के कई इलाकों में कोयला चोरी का धंधा धड़ल्ले से चलता है, जिसमें बड़े-बड़े माफिया शामिल हैं।
सड़क पर बिना नंबर की बाइकों से तेज रफ्तार में कोयला ढोया जाता है, जिससे कई हादसे हो चुके हैं।
2019 में धनबाद के कतरास में अवैध कोयला ढो रही बाइक की टक्कर से एक स्कूली छात्रा की मौत हो गई थी।
2021 में गिरिडीह के बरवाडीह में कोयला लदी गाड़ी से कुचलकर एक युवक की जान चली गई थी।
2023 में बोकारो के फुसरो में कोयला चोरी के दौरान गैंगवार में दो लोगों की हत्या हो गई थी।
क्या प्रशासन इन घटनाओं से कोई सबक लेगा?
पांच घंटे बाद मानी पुलिस, लेकिन क्या वाकई बदलेगी व्यवस्था?
लगभग पांच घंटे तक मधुबन थाना परिसर में लोगों का प्रदर्शन जारी रहा।
आखिरकार, पुलिस ने घायलों के इलाज का खर्च उठाने और सड़कों पर अवैध कोयला ढोने वाली बाइकों पर सख्ती करने का आश्वासन दिया।
इसके बाद लोगों ने आंदोलन समाप्त किया।
लेकिन बड़ा सवाल यह है कि क्या पुलिस अपने वादे पर कायम रहेगी?
या फिर कुछ दिन बाद मामला ठंडा पड़ जाएगा और फिर से अवैध कोयला कारोबार जारी रहेगा?
सरकार और प्रशासन को अब इस पर ठोस कार्रवाई करनी होगी, वरना ऐसे हादसे फिर से होते रहेंगे।
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