जगन्नाथपुर विधायक सोनाराम सिंकू ने फिर से चुनाव लड़ने की घोषणा की, भाजपा उम्मीदवार से होगा सीधा मुकाबला
जगन्नाथपुर के विधायक सोनाराम सिंकू ने फिर से चुनाव लड़ने की घोषणा की है, जहां उनका सीधा मुकाबला भाजपा प्रत्याशी गीता कोड़ा से होगा।
जगन्नाथपुर विधानसभा क्षेत्र के विधायक सोनाराम सिंकू ने आगामी चुनावों में एक बार फिर से भाजपा के खिलाफ चुनावी मैदान में उतरने की घोषणा की है। उनका कहना है कि राजनीति में कोई किसी का गॉडफादर नहीं होता, और उनके लिए क्षेत्र की जनता ही सबसे महत्वपूर्ण है। श्री सिंकू ने स्पष्ट रूप से कहा कि उनका कोई राजनीतिक गॉडफादर नहीं है और वे अपनी मेहनत और जनता के विश्वास से ही दोबारा जीत हासिल करेंगे।
विधायक सोनाराम सिंकू ने बताया कि वे हमेशा क्षेत्र की जनता के विकास और कल्याणकारी योजनाओं के प्रति प्रतिबद्ध रहे हैं। उनका यह भी कहना है कि भाजपा प्रत्याशी के साथ ही उनका सीधा मुकाबला होगा। इससे पहले भी वे भाजपा के खिलाफ चुनाव लड़ चुके हैं और इस बार भी उनकी सीधी भिड़ंत भाजपा उम्मीदवार गीता कोड़ा से होगी।
राजनीतिक सफर की शुरुआत:
1989 में आजसू के कार्यकर्ता के रूप में राजनीति में कदम रखने वाले सोनाराम सिंकू का सफर झारखंड अलग राज्य आंदोलन से जुड़ा रहा। वे 1992 में आजसू पार्टी के संस्थापक सूर्य सिंह बेसरा के साथ आर्थिक नाकेबंदी आंदोलन में शामिल हुए, जिसके चलते उन्हें और उनके साथियों को ओड़िशा के चंपुआ जेल में 18 महीने बिताने पड़े।
2005 में उन्होंने जयभारत समानता पार्टी जॉइन की और 2019 में कांग्रेस में शामिल हो गए। उसी साल राहुल गांधी के नेतृत्व में उन्हें जगन्नाथपुर विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस का उम्मीदवार बनाया गया, और उन्होंने जीत हासिल की। हालाँकि उस समय पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा और पूर्व सांसद गीता कोड़ा भी कांग्रेस का हिस्सा थे, जिनका योगदान उनकी जीत में महत्वपूर्ण माना जाता है।
लोकप्रियता और जनता का समर्थन:
पिछले पांच वर्षों में विधायक सोनाराम सिंकू ने क्षेत्र में अपनी लोकप्रियता बढ़ाने का कोई मौका नहीं छोड़ा। आज वे जगन्नाथपुर के लोगों की पहली पसंद बने हुए हैं। उनका कहना है कि जिस तरह से जनता ने उन पर विश्वास किया है, वे कभी भी उनकी उम्मीदों को तोड़ने का काम नहीं करेंगे और न ही दल बदल करेंगे। वे कांग्रेस में थे, कांग्रेस में हैं, और कांग्रेस में ही रहेंगे।
भाजपा के खिलाफ सीधी टक्कर:
विधायक सोनाराम सिंकू ने स्पष्ट किया कि आगामी विधानसभा चुनाव में उनका सीधा मुकाबला भाजपा प्रत्याशी गीता कोड़ा से होगा, जो पूर्व सांसद भी रह चुकी हैं। उन्होंने कहा कि जिस तरह से लोकसभा चुनाव में भाजपा को हार का सामना करना पड़ा था, ठीक वैसे ही विधानसभा चुनाव में भी भारी मतों से हार का सामना करना पड़ेगा।
सोनाराम सिंकू का कहना है कि राजनीति में किसी का गॉडफादर नहीं होता, और उन्होंने अपने प्रयासों और जनता के समर्थन से ही इस मुकाम तक पहुंचने का दावा किया है। उनके अनुसार, गीता कोड़ा और मधु कोड़ा ने आदिवासी समाज को छोड़कर भगवा धारण किया, जिसके चलते भाजपा को लोकसभा चुनाव में पराजय मिली। अब विधानसभा चुनाव में भी यही कहानी दोहराई जाएगी।
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