Nawada: हाइवे पर तेज रफ्तार ट्रैक्टर से किसान की मौत, परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़
नवादा के पटना-रांची हाईवे पर अनियंत्रित ट्रैक्टर पलटने से 45 वर्षीय किसान की दर्दनाक मौत। जानें कैसे यह हादसा परिवार पर कहर बनकर टूटा।
नवादा, बिहार: पटना-रांची नेशनल हाईवे 20 पर मंगलवार की शाम एक दर्दनाक हादसे में 45 वर्षीय किसान की जान चली गई। घटना अकबरपुर थाना क्षेत्र के फतेहपुर मोड़ के समीप फोर लेन पर हुई, जहां तेज रफ्तार और अनियंत्रित ट्रैक्टर ने सड़क किनारे पैदल चल रहे किसान को कुचल दिया।
हादसे का विवरण
मृतक की पहचान फतेहपुर गांव निवासी बुन्दी चौधरी के पुत्र इंद्रदेव चौधरी के रूप में हुई है। दुर्घटना के समय इंद्रदेव चौधरी अपने खेत से गेहूं की बुआई कर घर लौट रहे थे। फतेहपुर मोड़ के समीप ट्रैक्टर चालक ने वाहन पर से नियंत्रण खो दिया, जिससे ट्रैक्टर सड़क किनारे पलट गया और किसान को कुचल दिया।
दुर्घटना के बाद स्थानीय लोग तुरंत मौके पर पहुंचे और ट्रैक्टर के नीचे दबे किसान को निकालने का प्रयास किया। हालांकि, उन्हें बचाया नहीं जा सका। हादसे के बाद ट्रैक्टर चालक मौके से फरार हो गया।
परिवार पर दुखों का पहाड़
किसान इंद्रदेव चौधरी अपने परिवार के इकलौते सहारा थे। उनके निधन से परिवार में कोहराम मच गया। उनकी पत्नी मालो देवी, तीन पुत्र, और दो पुत्रियां अब असहाय हैं। मृतक की पत्नी विलाप करते हुए बार-बार यही कह रही थी, "अब कौन सहारा देगा हमें? बच्चों को कौन कमाकर खिलाएगा?" आसपास के लोग परिवार को सांत्वना देने में जुटे रहे।
पुलिस की कार्रवाई
हादसे की जानकारी मिलते ही अकबरपुर थाना की पुलिस मौके पर पहुंची। दुर्घटनाग्रस्त ट्रैक्टर को जब्त कर लिया गया है, और शव को पोस्टमार्टम के लिए नवादा सदर अस्पताल भेज दिया गया है। पुलिस ने घटना के सिलसिले में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। दुर्घटनाग्रस्त ट्रैक्टर गुरूचक गांव निवासी रंजीत कुमार का बताया जा रहा है।
किसान और हादसों का इतिहास
नवादा जिले में सड़क दुर्घटनाएं कोई नई बात नहीं हैं। पटना-रांची नेशनल हाईवे 20 पर आए दिन हादसे होते रहते हैं, जिसमें सबसे अधिक जानमाल का नुकसान होता है। किसानों के लिए यह हाइवे जोखिम का क्षेत्र बन गया है। ट्रैक्टर जैसे भारी वाहनों की तेज रफ्तार और लापरवाही अक्सर मौतों का कारण बनती है।
गांव में मातम का माहौल
इंद्रदेव चौधरी की मौत के बाद पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई। ग्रामीणों ने प्रशासन से दोषी ट्रैक्टर चालक के खिलाफ सख्त कार्रवाई और पीड़ित परिवार को मुआवजा दिलाने की मांग की है। एक ग्रामीण ने कहा, "इंद्रदेव चौधरी मेहनती किसान थे। उनकी मौत से न केवल उनके परिवार, बल्कि पूरे गांव को झटका लगा है।"
सरकार और प्रशासन की जिम्मेदारी
इस घटना ने सड़क सुरक्षा और किसानों की सुरक्षा के प्रति सरकार और प्रशासन की उदासीनता को उजागर किया है। हाईवे पर भारी वाहनों की तेज रफ्तार पर नियंत्रण और ग्रामीण क्षेत्रों में सड़क सुरक्षा उपायों की कमी किसानों की जान को जोखिम में डाल रही है।
इंद्रदेव चौधरी की मौत ने नवादा जिले में सड़क सुरक्षा के प्रति नई बहस छेड़ दी है। ऐसे हादसों को रोकने के लिए प्रशासन को सख्त कदम उठाने की जरूरत है। ट्रैक्टर जैसे भारी वाहनों की नियमित जांच और ग्रामीण सड़कों पर गति सीमा लागू करना इस दिशा में अहम कदम हो सकता है।
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