Nawada Arrest : पुलिस ने लूट की योजना बनाते पांच बदमाशों को किया गिरफ्तार, हथियार और कारतूस भी बरामद
नवादा पुलिस ने डकैती की योजना बनाते पांच बदमाशों को गिरफ्तार किया है, जिनके पास से हथियार और कारतूस बरामद किए गए हैं। जानें पूरी जानकारी इस खबर में।
नवादा: नवादा नगर थाना पुलिस ने एक बड़ी सफलता हासिल की है। पुलिस ने मंगर बीघा इलाके में लूट की योजना बना रहे पांच बदमाशों को गिरफ्तार किया है। इनके पास से एक देसी कट्टा, एक पिस्टल और एक जिंदा कारतूस बरामद किया गया। पुलिस द्वारा यह गिरफ्तारी एक खुफिया सूचना के आधार पर की गई, जो शहर में डकैती की योजना बनाते अपराधियों के बारे में मिली थी। इस कार्रवाई ने न केवल पुलिस की तत्परता को उजागर किया, बल्कि यह सवाल भी खड़ा किया कि अपराधियों के नेटवर्क को कैसे प्रभावी तरीके से नष्ट किया जा सकता है।
नगर थानाध्यक्ष अविनाश कुमार के नेतृत्व में पुलिस ने मंगर बीघा इलाके में घेराबंदी की और सभी पांच बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में से तीन ने 21 जनवरी को शहर के एक शोरूम में चोरी की घटना को अंजाम देने की बात कबूल की। इस चोरों के गिरोह का खुलासा होते ही पुलिस ने उनके निशानदेही पर चोरी का रकम भी बरामद किया।
सदर एसडीपीओ हुलाश कुमार ने प्रेस वार्ता में बताया कि पुलिस को सूचना मिली थी कि मंगर बीघा इलाके में कुछ अपराधी एक बड़ी डकैती की योजना बना रहे हैं। इस सूचना के सत्यापन के बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार आरोपितों के पास से एक पिस्टल, एक देसी कट्टा और एक जिंदा कारतूस बरामद किया गया। इन आरोपितों के खिलाफ पहले से ही विभिन्न आपराधिक मामलों में संलिप्तता की जांच की जा रही है।
गिरफ्तार आरोपितों की पहचान नगर थाना क्षेत्र के विभिन्न स्थानों से की गई है। इनमें ईशांत राज उर्फ बबलू (सत्य प्रकाश विश्वकर्मा का पुत्र), रोहित कुमार (महेश कुमार का पुत्र), सत्यम कुमार (गोपाल पांडे का पुत्र), ओम कुमार (नंदू यादव का पुत्र) और सुमन उर्फ कारू कुमार (विपुल पांडे का पुत्र) शामिल हैं। इन सभी आरोपितों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
साथ ही, पुलिस ने यह भी बताया कि इन आरोपितों के खिलाफ आगे की जांच की जा रही है। क्या इन अपराधियों ने पहले भी कोई अन्य अपराध अंजाम दिए हैं? इसकी भी जांच की जा रही है, ताकि उनके नेटवर्क का पर्दाफाश किया जा सके और आगे की घटनाओं को रोका जा सके।
यह घटना नवादा पुलिस की तत्परता और खुफिया जानकारी पर आधारित कार्रवाई को उजागर करती है। पुलिस ने समय रहते इस गिरोह को पकड़कर शहर को एक बड़ी वारदात से बचा लिया। इस घटना ने यह भी साबित कर दिया कि जब पुलिस और नागरिकों के बीच सहयोग होता है, तो अपराधी आसानी से पकड़ में आ जाते हैं।
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