Nawada Crime : महिला की लाश सहित टोटो थाने में छोड़ा, चालक हुआ फरार, पुलिस की सुरक्षा पर सवाल
नवादा जिले में एक महिला का शव टोटो में छोड़कर चालक थाने से फरार हो गया। जानिए इस अजीब घटना की पूरी कहानी और पुलिस की सुरक्षा पर उठे सवाल।
नवादा: नवादा जिले के उग्रवाद प्रभावित परनाडाबर थाना क्षेत्र में एक अजीबो-गरीब घटना ने पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोल दी है। एक टोटो चालक ने महिला का शव लेकर थाने में टोटो खड़ा किया और फिर फरार हो गया। जब पुलिसकर्मियों ने टोटो के पास जाकर देखा, तो वहां का दृश्य देखकर उनकी आंखें फैल गईं। टोटो के अंदर एक महिला की लाश पड़ी हुई थी, जो काफी समय से थाने में पड़ी रही। यह घटना उस समय हुई जब थाने के पास सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठने लगे थे।
इस घटना ने न केवल स्थानीय पुलिस की तत्परता पर सवाल उठाए, बल्कि यह भी दर्शाया कि उग्रवाद प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षा की स्थिति कितनी गंभीर हो सकती है। थाने में एक टोटो छोड़ने के बाद चालक का फरार हो जाना, यह संकेत देता है कि सुरक्षा व्यवस्था को लेकर कुछ गंभीर सुधार की आवश्यकता है।
जब टोटो को थाने में लाया गया, तो पुलिस ने देखा कि महिला की लाश उसके अंदर पड़ी थी। महिला की पहचान काफी समय तक नहीं हो सकी, क्योंकि न तो टोटो पर कोई नंबर प्लेट थी और न ही महिला के बारे में कोई जानकारी मिल पा रही थी। मामले की गंभीरता को देखते हुए परनाडाबर थानाध्यक्ष रंजन चौधरी ने बारीकी से छानबीन शुरू की।
इसके बाद लंबी जांच के बाद मृतका की पहचान गया जिले के फतेहपुर थाना क्षेत्र के बेला गांव निवासी लक्ष्मण मांझी की पत्नी शांति देवी के रूप में हुई। पुलिस ने महिला के परिजनों से संपर्क किया और मामले की जानकारी दी।
पुलिस ने बताया कि शांति देवी शाम को टोटो से घर लौट रही थी, जब रास्ते में परनाडाबर मोड़ से पहले डाक बाबा के पास बाइक और टोटो की टक्कर हो गई। टक्कर के बाद महिला गंभीर रूप से घायल हो गई और टोटो चालक ने उसे सिरदला पीएचसी ले जाया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
इस दौरान, टोटो चालक महिला के शव को लेकर सिरदला थाना पहुंचा, लेकिन पुलिसकर्मियों ने उसे वापस भेज दिया क्योंकि यह मामला परनाडाबर थाना क्षेत्र का था। फिर चालक महिला के शव को लेकर परनाडाबर थाना पहुंचा, लेकिन वहां डर के मारे उसने वाहन और शव को छोड़कर फरार हो गया।
पुलिस ने मामले की पूरी छानबीन की और शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया। हालांकि, इस समय तक मृतका के परिजनों ने थाने में शिकायत पत्र दर्ज नहीं कराया था।
What's Your Reaction?