Nawada Mystery: नसीम ब्रदर्स के संरक्षकों को क्यों बचा रही है पुलिस?

Nawada Mystery : नवादा के नसीम ब्रदर्स पर करोड़ों की ठगी का आरोप, लेकिन पुलिस अब तक गिरफ्तारी में विफल। वायरल ऑडियो और पीड़ितों के सवालों ने बढ़ाई पुलिस पर शक।

Dec 5, 2024 - 16:02
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Nawada Mystery: नसीम ब्रदर्स के संरक्षकों को क्यों बचा रही है पुलिस?
Nawada Mystery: नसीम ब्रदर्स के संरक्षकों को क्यों बचा रही है पुलिस?

Nawada Mystery: नसीम ब्रदर्स पर ठगी, लेकिन पुलिस क्यों बनी मूकदर्शक?

नवादा जिले में करोड़ों की ठगी के आरोपों से घिरे नसीम ब्रदर्स का मामला अब तूल पकड़ रहा है। ठगी से पीड़ित लोग न केवल अपनी मेहनत की कमाई गंवा चुके हैं, बल्कि अब पुलिस की कार्रवाई पर भी सवाल उठा रहे हैं।

दो महीने से अधिक का समय बीतने के बावजूद, नसीम ब्रदर्स की गिरफ्तारी तो दूर, उनके ठिकाने का भी पुलिस को सुराग नहीं मिला है। सवाल उठ रहे हैं कि क्या वाकई पुलिस उनकी मदद कर रही है?

नसीम ब्रदर्स: कौन हैं और क्या हैं आरोप?

नसीम ब्रदर्स पर आरोप है कि उन्होंने सैकड़ों गरीब और जरूरतमंद लोगों को निवेश के नाम पर धोखा दिया और करोड़ों की ठगी की।

  • ठगी का पैमाना: ठगी की कुल राशि करोड़ों में बताई जा रही है।
  • पीड़ितों की संख्या: बड़ी संख्या में स्थानीय लोग उनकी ठगी का शिकार हुए हैं।
  • वायरल ऑडियो: एक ऑडियो क्लिप वायरल हुआ है, जिसमें कथित तौर पर पुलिस और नसीम ब्रदर्स के बीच बातचीत सुनाई दे रही है। यह ऑडियो मामले को और भी संदिग्ध बनाता है।

पुलिस की भूमिका पर सवाल

मामले की गंभीरता के बावजूद, नवादा पुलिस की निष्क्रियता ने पीड़ितों को निराश किया है।

  • वायरल ऑडियो का अनदेखा होना: पुलिस अधीक्षक ने ऑडियो का संज्ञान तक नहीं लिया।
  • थानाध्यक्ष की भूमिका: सिरदला थानाध्यक्ष, जिन्हें सुपर कॉर्प माना जाता है, नसीम ब्रदर्स के मामले में घुटने टेकते नजर आ रहे हैं।
  • गिरफ्तारी में देरी: दो महीने के बाद भी पुलिस उनके ठिकाने तक नहीं पहुंच पाई है।

यह सब पीड़ितों और स्थानीय लोगों के बीच पुलिस की भूमिका पर गहरे सवाल खड़े करता है।

मामले का इतिहास: ठगी और संरक्षक का खेल

नवादा में ठगी के इस मामले ने प्रशासन और पुलिस की निष्पक्षता पर पहले भी सवाल उठाए हैं।

  1. सिरदला क्षेत्र में विवाद: नसीम ब्रदर्स लंबे समय से विवादों में रहे हैं, लेकिन उनके खिलाफ ठोस कार्रवाई नहीं हुई।
  2. संरक्षकों का प्रभाव: स्थानीय लोगों का मानना है कि पुलिस उनकी गिरफ्तारी से बचने में मदद कर रही है।

वायरल ऑडियो में कथित संरक्षक की बातचीत ने मामले को और उलझा दिया है।

वायरल ऑडियो: क्या है इसमें?

सोशल मीडिया पर वायरल हुए ऑडियो में कथित तौर पर नसीम ब्रदर्स और उनके संरक्षक के बीच बातचीत सुनाई देती है।

  • संभवतः मिलीभगत: ऑडियो में ठगी के आरोपों और गिरफ्तारी से बचाने की बात हो रही है।
  • पुलिस की चुप्पी: इस ऑडियो पर पुलिस की कोई प्रतिक्रिया न आने से स्थानीय लोग गुस्से में हैं।

पीड़ितों का दर्द और सवाल

पीड़ितों का कहना है कि नसीम ब्रदर्स ने उनकी मेहनत की गाढ़ी कमाई लूट ली है।

  • क्या उनकी रकम वापस मिल सकेगी?
  • पुलिस उनकी मदद के बजाय क्यों चुप्पी साधे हुए है?
  • क्या पुलिस के कुछ अधिकारी नसीम ब्रदर्स को बचा रहे हैं?

ये सवाल अब नवादा पुलिस की साख पर गंभीर धब्बा लगा रहे हैं।

पुलिस के लिए चुनौतीपूर्ण मामला

नसीम ब्रदर्स का मामला नवादा पुलिस के लिए एक बड़ी चुनौती बन गया है।

  • जांच में पारदर्शिता: वायरल ऑडियो का सत्यापन और जांच जरूरी है।
  • गिरफ्तारी: ठोस कार्रवाई और गिरफ्तारी से ही पुलिस की निष्पक्षता साबित होगी।

अगर पुलिस समय पर कदम नहीं उठाती, तो यह मामला एक बड़े विवाद का रूप ले सकता है।

अगला कदम क्या होना चाहिए?

  1. ऑडियो की जांच: वायरल ऑडियो की जांच की जाए और सच्चाई सामने लाई जाए।
  2. तेज कार्रवाई: नसीम ब्रदर्स की गिरफ्तारी और उनके ठिकानों पर छापेमारी हो।
  3. पुलिस की जवाबदेही: पुलिस अधिकारियों की निष्क्रियता पर सवाल उठे, तो उसकी जांच होनी चाहिए।

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Team India मैंने कई कविताएँ और लघु कथाएँ लिखी हैं। मैं पेशे से कंप्यूटर साइंस इंजीनियर हूं और अब संपादक की भूमिका सफलतापूर्वक निभा रहा हूं।