Nawada Promotion News: नवादा में प्रशांत चंद्र बने पुलिस सहायक अवर निरीक्षक, जानिए प्रमोशन की पूरी कहानी
नवादा के प्रशांत चंद्र बने पुलिस सहायक अवर निरीक्षक! जानिए प्रमोशन की पूरी कहानी, समारोह की झलक और उनके प्रेरणादायक सफर की पूरी जानकारी।
नवादा जिले के अकबरपुर थाना में तैनात पुलिस पीटीसी प्रशांत चंद्र को पुलिस सहायक अवर निरीक्षक के पद पर पदोन्नति मिली है। हाल ही में उन्हें एक शानदार समारोह में थाना अध्यक्ष संतोष कुमार पासवान और अपर थाना अध्यक्ष नवनीत कुमार ने कंधों पर बैज लगाकर सम्मानित किया। प्रमोशन के बाद प्रशांत चंद्र बेहद उत्साहित हैं और उन्होंने इसे अपनी मेहनत और समर्पण का परिणाम बताया।
कैसे मिला प्रमोशन?
प्रशांत चंद्र ने अपनी पदोन्नति के लिए पुलिस ट्रेनिंग सेंटर (PTC) में कठिन ट्रेनिंग पूरी की। उन्होंने बताया कि इस सफलता के पीछे उनकी लगातार मेहनत और लगन का हाथ है। उनकी इस सफलता को लेकर पूरे थाने में जश्न का माहौल है।
प्रमोशन समारोह में क्या हुआ खास?
प्रमोशन बैच समारोह में थाना अध्यक्ष संतोष कुमार पासवान और अपर थानाध्यक्ष नवनीत कुमार ने संयुक्त रूप से प्रशांत चंद्र को एक स्टार का बैज पहनाया। इस मौके पर उन्होंने कहा:
"अब आपकी जिम्मेदारी पहले से अधिक बढ़ गई है। उम्मीद है कि आप अपने कार्य को और बेहतर तरीके से करेंगे और जल्द ही अगले प्रमोशन के लिए भी तैयार होंगे।"
कौन-कौन रहा मौजूद?
इस खास मौके पर कई वरिष्ठ पुलिस अधिकारी भी उपस्थित रहे:
- पीएसआई सानू कुमार
- पीएसआई संजूल कुमारी
- सहायक अवर निरीक्षक संजय भारती
- नागेंद्र कुमार
सभी ने प्रशांत चंद्र को शुभकामनाएं दीं और उनके उज्जवल भविष्य की कामना की।
पुलिस प्रमोशन का ऐतिहासिक महत्व
पुलिस विभाग में प्रमोशन हमेशा से कड़ी मेहनत और अनुशासन का प्रतीक माना गया है। भारत में पुलिस प्रमोशन की परंपरा 1861 के भारतीय पुलिस अधिनियम से जुड़ी हुई है। यह कानून ब्रिटिश शासन के दौरान बना था, जिसके तहत पुलिस कर्मियों को उनके कार्य प्रदर्शन और अनुभव के आधार पर प्रमोशन दिया जाता था।
प्रमोशन से पुलिसकर्मियों का मनोरथ बढ़ता है और वे अधिक प्रेरित होकर जनता की सेवा करते हैं।
पुलिस सहायक अवर निरीक्षक का कार्यक्षेत्र
पुलिस सहायक अवर निरीक्षक (ASI) का पद एक महत्वपूर्ण रैंक है। इस पद पर तैनात अधिकारी की मुख्य जिम्मेदारियां होती हैं:
- थाना संचालन: थाने की दैनिक गतिविधियों को संभालना।
- जांच और रिपोर्टिंग: अपराध की जांच और रिपोर्ट तैयार करना।
- जनता से संवाद: आम जनता के साथ बेहतर संबंध बनाए रखना।
- वरिष्ठ अधिकारियों को रिपोर्टिंग: वरिष्ठ अधिकारियों को समय-समय पर रिपोर्ट देना।
प्रमोशन के बाद क्या बोले प्रशांत चंद्र?
प्रशांत चंद्र ने प्रमोशन के बाद कहा:
"यह मेरी मेहनत और परिवार के सहयोग का नतीजा है। मैं आगे भी इसी तरह मेहनत करता रहूंगा और पुलिस विभाग को गौरवान्वित करूंगा।"
प्रमोशन क्यों है जरूरी?
- मनोबल बढ़ाना: प्रमोशन से अधिकारी का आत्मविश्वास और कार्यक्षमता बढ़ती है।
- प्रेरणा: अन्य पुलिसकर्मियों को बेहतर प्रदर्शन के लिए प्रेरित करना।
- जिम्मेदारी में वृद्धि: अधिक जिम्मेदारियों के साथ अधिकारी की कार्यक्षमता बढ़ती है।
प्रशांत चंद्र की पदोन्नति सिर्फ उनकी व्यक्तिगत सफलता नहीं, बल्कि पुलिस विभाग की प्रेरणादायक उपलब्धि भी है। उनकी मेहनत और लगन आने वाले पुलिसकर्मियों के लिए मिसाल है। नवादा पुलिस प्रशासन ने इस मौके पर उन्हें सम्मानित कर यह संदेश दिया कि मेहनत और ईमानदारी का फल जरूर मिलता है।
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