Nawada Campaign News: नवादा में डॉ. अनुज का कंबल वितरण अभियान जारी, हजारों गरीबों को राहत
नवादा में डॉ. अनुज का कंबल वितरण अभियान जारी, हजारों गरीबों को राहत! जानिए पूरा विवरण और इस नेक पहल के पीछे की प्रेरणा।
नवादा जिले के नारदीगंज प्रखंड में इन दिनों एक नेक पहल की खूब चर्चा हो रही है। मशहूर शिक्षाविद् और समाजसेवी डॉ. अनुज का कंबल वितरण अभियान लगातार जारी है। उन्होंने कड़ाके की ठंड में गरीब, बेसहारा और वृद्धजनों को राहत देने का संकल्प लिया है। हाल ही में ओड़ो पंचायत के इंटर विद्यालय खेल मैदान में एक भव्य कंबल वितरण समारोह आयोजित किया गया, जहां हजारों गरीब और असहायों को कंबल बांटे गए।
कंबल वितरण अभियान का उद्देश्य क्या है?
डॉ. अनुज ने इस अभियान की शुरुआत समाज में जरूरतमंदों को राहत पहुंचाने के लिए की थी। उन्होंने कहा:
"इस हाड़ कंपा देने वाली सर्दी में गरीबों की मदद करना सबसे बड़ा पुण्य है। ठंड के कारण कई गरीब और बुजुर्गों के जीवन को खतरा हो सकता है। ऐसे में अगर हमारे प्रयास से किसी की जान बचती है, तो यह हमारे लिए सबसे बड़ी उपलब्धि होगी।"
इस अभियान के तहत अब तक 10 से अधिक गांवों के गरीबों को कंबल बांटे जा चुके हैं।
समारोह में कौन-कौन रहे शामिल?
इस खास मौके पर कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे:
- त्रिवेणी एजुकेशनल वेलफेयर ट्रस्ट के अध्यक्ष संजय कुमार सिंह
- लक्ष्मी नाट्य कला परिषद के अध्यक्ष संजय कुमार सिंह
- समाजसेवी चंदन सिंह, सीताराम सिंह, अरुण कुमार
- प्रोफेसर वीरेंद्र सिंह, पूर्व जिला परिषद प्रत्याशी डॉ. जे पी चौधरी
सभी अतिथियों को पुष्पगुच्छ और माला पहनाकर सम्मानित किया गया।
कौन-कौन से गांवों के लोग हुए लाभान्वित?
इस कंबल वितरण का लाभ ओड़ो, बस्तीबीघा, बहादुरगंज, महादेव बीघा, कोसला, बभनौली सीताबीघा, नया नगर दलित टोला, फतेहपुर, इचुआ करना, दयाली बीघा, भेलूबीघा, आदमपुर, जगदीशपुर, पांचू बीघा जैसे गांवों के हजारों गरीब, असहाय वृद्धजन, महिलाएं और दिव्यांगों को मिला।
सामाजिक कार्यों में डॉ. अनुज की भूमिका
डॉ. अनुज सिर्फ शिक्षा के क्षेत्र में ही नहीं, बल्कि सामाजिक कार्यों में भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते हैं। वह मॉडर्न इंटरनेशनल स्कूल, हिसुआ और त्रिवेणी एजुकेशनल वेलफेयर ट्रस्ट के संस्थापक हैं। उनकी पहल पर समय-समय पर गरीबों और जरूरतमंदों की मदद के लिए कई कार्यक्रम आयोजित किए जाते रहे हैं।
समारोह में क्या बोले गणमान्य लोग?
संजय कुमार सिंह ने कहा:
"धन का सबसे बड़ा उपयोग जरूरतमंदों की सेवा में है। अगर हमारी थोड़ी सी मदद से किसी गरीब का जीवन बच सकता है, तो इससे बड़ा कोई पुण्य नहीं।"
ओड़ो पंचायत की उपमुखिया मारो देवी ने भी इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि यह समाज के लिए एक प्रेरणादायक कदम है।
क्या है कंबल वितरण का ऐतिहासिक महत्व?
भारत में गरीबों को ठंड से बचाने के लिए कंबल वितरण अभियान की परंपरा लंबे समय से चली आ रही है। ऐतिहासिक रूप से कई समाजसेवी संगठनों और महापुरुषों ने इस तरह के कार्य किए हैं। स्वामी विवेकानंद और महात्मा गांधी भी गरीबों की मदद के लिए ठंड के मौसम में कंबल वितरण जैसे कार्यक्रम आयोजित करते थे।
कंबल वितरण क्यों है जरूरी?
- जान बचाना: ठंड में गरीब और वृद्धजनों की सुरक्षा
- सामाजिक एकता: जरूरतमंदों की मदद से समाज में आपसी सहयोग बढ़ता है।
- प्रेरणा: अन्य लोगों को भी प्रेरित करना।
समारोह के अंत में क्या हुआ?
समारोह के अंत में सभी लाभार्थियों ने डॉ. अनुज और उनकी टीम को दिल से आशीर्वाद दिया। हजारों गरीबों को राहत मिलने पर सभी ने उनका धन्यवाद किया।
डॉ. अनुज का यह अभियान सिर्फ एक कंबल वितरण तक सीमित नहीं है, बल्कि यह समाज में संवेदना और सहयोग का एक बड़ा उदाहरण है। उनकी यह पहल न सिर्फ जरूरतमंदों की मदद कर रही है, बल्कि समाज को एकजुट करने का संदेश भी दे रही है।
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