Nawada Inspection – डीएम ने किया संप हाउस का निरीक्षण, जानिए क्या हैं बड़े निर्देश?

नवादा के जिलाधिकारी ने संप हाउस का निरीक्षण कर गंगा जलापूर्ति योजना की समीक्षा की। जानिए किन बड़े निर्देशों के साथ जल संकट समाधान की ओर बढ़ा नवादा?

Jan 16, 2025 - 14:51
 0
Nawada Inspection – डीएम ने किया संप हाउस का निरीक्षण, जानिए क्या हैं बड़े निर्देश?
Nawada Inspection – डीएम ने किया संप हाउस का निरीक्षण, जानिए क्या हैं बड़े निर्देश?

नवादा: बिहार के नवादा जिले में जल संकट से राहत दिलाने के उद्देश्य से जिलाधिकारी ने पुरानी जेल और नगर थाना स्थित संप हाउस का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान बुडको (बिहार अर्बन इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कॉरपोरेशन) के कार्यपालक अभियंता चंद्रदीप कुमार ने गंगा जलापूर्ति योजना के तहत शहर में पानी आपूर्ति की स्थिति की विस्तृत जानकारी दी।

क्या है गंगा जलापूर्ति योजना?

गंगा जलापूर्ति योजना बिहार सरकार की एक महत्वाकांक्षी योजना है, जिसका उद्देश्य गंगा नदी के जल को शुद्ध कर शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में सप्लाई करना है।

  • योजना की शुरुआत: 2019
  • लक्ष्य: भू-जल दोहन को कम करना और सतही जल पर निर्भरता बढ़ाना
  • प्रमुख लाभ: नगरों में स्वच्छ जल की निरंतर आपूर्ति

जिलाधिकारी ने दिए ये खास निर्देश:

निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने कई महत्वपूर्ण निर्देश दिए:

  1. मोटर की कार्यक्षमता: संप हाउस में लगे मोटर्स को पूरी क्षमता के साथ चलाने और स्पेयर मोटर की व्यवस्था करने का निर्देश ताकि आपूर्ति बाधित न हो।
  2. राइजिंग पाइप की क्षमता बढ़ाने पर जोर: जलापूर्ति की निरंतरता बनाए रखने के लिए राइजिंग पाइप की क्षमता बढ़ाने के निर्देश दिए गए।
  3. भू-जल पर निर्भरता कम करने की योजना: सतही जल स्रोतों जैसे गंगा जल को प्राथमिकता देने पर जोर दिया।

क्या है वर्तमान स्थिति?

  • 44 वार्डों में से केवल 17 वार्डों में ही जल आपूर्ति हो रही है।
  • 27 वार्डों में अब भी जलापूर्ति बाधित है।
  • कुल 04 जलाशय हैं जिनकी जल भंडारण क्षमता 15.14 लाख लीटर है।

जिलाधिकारी ने बुडको को निर्देश दिया कि शेष 27 वार्डों में जल्द से जल्द जल आपूर्ति बहाल की जाए ताकि नगरवासियों को निर्बाध जल आपूर्ति मिल सके।

जल संकट और समाधान:

नवादा सहित बिहार के कई जिलों में भू-जल स्तर लगातार गिरता जा रहा है।

  • गंगा जलापूर्ति योजना इसी समस्या के समाधान का प्रयास है।
  • भू-जल के अत्यधिक दोहन के कारण कई क्षेत्रों में पेयजल संकट उत्पन्न हो गया है।
  • इस योजना का उद्देश्य सतही जल को प्राथमिकता देना है।

जल संकट का ऐतिहासिक परिप्रेक्ष्य:

बिहार में जल संकट कोई नई बात नहीं है।

  • 2016: बिहार में पहली बार गंगा जल के उपयोग की योजना बनाई गई थी।
  • 2019: इस योजना का कार्यान्वयन नवादा सहित अन्य जिलों में शुरू हुआ।
  • 2021: कई जिलों में योजना का विस्तार हुआ लेकिन पूर्ण सफलता नहीं मिली।

जनता के लिए राहत:

जिलाधिकारी ने स्पष्ट किया कि:

  • जल संकट के स्थायी समाधान के लिए कार्य किया जा रहा है।
  • जल्द ही शेष 27 वार्डों में भी जल आपूर्ति बहाल होगी।
  • गंगा जलापूर्ति योजना को समयबद्ध तरीके से पूरा किया जाएगा।

स्थानीय निवासियों की प्रतिक्रिया:

  • संतोषजनक: कुछ लोगों ने इस निरीक्षण को सकारात्मक कदम बताया।
  • आशंकाएं: कुछ लोगों ने अब तक जलापूर्ति बाधित होने पर नाराजगी जताई।

आगे क्या?

  • जलाशयों की संख्या बढ़ाई जाएगी।
  • स्पेयर मोटर लगाने की प्रक्रिया जल्द पूरी होगी।
  • राइजिंग पाइप की क्षमता बढ़ाकर जलापूर्ति सुचारू की जाएगी।

नवादा जिले में जल संकट को समाप्त करने की दिशा में गंगा जलापूर्ति योजना एक बड़ा कदम है। जिलाधिकारी के इस निरीक्षण से स्पष्ट है कि सरकार जल संकट को गंभीरता से ले रही है और जल्द ही नगरवासियों को राहत मिलने की उम्मीद है। अब देखने वाली बात होगी कि बुडको कब तक शेष 27 वार्डों में जलापूर्ति बहाल कर पाती है।

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow