Electricity Theft: नवादा में बिजली चोरी के खिलाफ कार्रवाई, तीन लोगों पर जुर्माना और प्राथमिकी दर्ज
नवादा जिले के वारिसलीगंज थाना क्षेत्र में बिजली चोरी के आरोप में तीन लोगों पर जुर्माना लगाया गया और प्राथमिकी दर्ज की गई। जानें पूरी घटना और जुर्माने की राशि।
नवादा जिले के वारिसलीगंज थाना क्षेत्र में बिजली चोरी की बढ़ती घटनाओं के खिलाफ बिजली विभाग ने कड़ी कार्रवाई की है। विभाग की छापेमारी टीम ने तीन लोगों को चोरी से बिजली उपयोग करते हुए रंगे हाथ पकड़ा। इस मामले में बिजली विभाग के कनीय अभियंता राहुल कुमार ने संबंधित आरोपियों के खिलाफ जुर्माना लगाने और प्राथमिकी दर्ज कराने की प्रक्रिया शुरू की है।
गुप्त सूचना पर छापेमारी
बिजली विभाग को मिली गुप्त सूचना के बाद विभाग की टीम ने वारिसलीगंज क्षेत्र के विभिन्न स्थानों पर छापेमारी की। इस दौरान तीन लोग पकड़े गए, जो बिजली चोरी कर रहे थे। पकड़े गए आरोपियों ने एलटी तार में टोका फंसाकर और मीटर बायपास कर बिजली का इस्तेमाल किया था।
बिजली चोरी करने की विधि
विभाग द्वारा पकड़े गए आरोपियों ने बिजली चोरी के लिए एक चालाक तरीका अपनाया था। वे एलटी (लो टेंशन) तार में टोका फंसाकर और मीटर बायपास करके बिजली का उपयोग कर रहे थे। इस प्रकार के तरीके से चोरी करने वाले लोग बिजली के मीटर को चुपके से हटा कर या फिर बायपास करके अपने घरों में मुफ्त बिजली का इस्तेमाल कर रहे थे। यह एक गंभीर अपराध है, जिससे सरकार को काफी नुकसान हो रहा है।
जुर्माने की राशि और प्राथमिकी दर्ज
बिजली चोरी की घटना के बाद विभाग ने आरोपियों पर कुल 67,890 रुपये का जुर्माना लगाया है। जुर्माना तीन अलग-अलग राशि में बांटा गया है। पहले आरोपी पर 18,092 रुपये, दूसरे पर 27,007 रुपये और तीसरे पर 22,791 रुपये का जुर्माना लगाया गया है। इस जुर्माने के साथ-साथ विभाग ने वारिसलीगंज थाना में प्राथमिकी भी दर्ज कराई है।
बिजली चोरी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई
बिजली विभाग के कनीय अभियंता राहुल कुमार ने बताया कि इस प्रकार की छापेमारी और जुर्माना लगाने की कार्रवाई भविष्य में भी जारी रहेगी। विभाग का लक्ष्य बिजली चोरी की घटनाओं को रोकना और सरकारी खजाने को नुकसान से बचाना है। इसके अलावा, विभाग ने अन्य क्षेत्रों में भी इसी प्रकार की छापेमारी करने की योजना बनाई है, ताकि बिजली चोरी को जड़ से समाप्त किया जा सके।
लोकतंत्र में बिजली चोरी की बढ़ती समस्या
बिजली चोरी एक गंभीर अपराध है, जो न सिर्फ सरकार को आर्थिक नुकसान पहुंचाता है बल्कि बिजली की आपूर्ति में भी बाधा डालता है। इसके साथ ही, यह अन्य नागरिकों के लिए भी परेशानी का कारण बनता है, जो सही तरीके से बिजली का बिल चुका रहे होते हैं। बिजली चोरी रोकने के लिए अधिकारियों की कड़ी निगरानी और लोगों को जागरूक करना जरूरी है।
आगे की कार्रवाई और नतीजे
बिजली विभाग ने साफ किया है कि भविष्य में ऐसे मामलों में कोई भी सख्ती से बचने नहीं दिया जाएगा। विभाग ने इसके लिए अपनी छापेमारी टीम को और भी सुसज्जित किया है ताकि बिजली चोरी के मामलों में और तेजी से कार्रवाई की जा सके। अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि बिजली चोरी करने वालों के खिलाफ और कड़ी कार्रवाई की जाएगी, ताकि इस अपराध को पूरी तरह से समाप्त किया जा सके।
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