Durg National Krishi Divas: सांसद विजय बघेल ने किया कृषि विज्ञान पुस्तक का विमोचन
राष्ट्रीय किसान दिवस के अवसर पर सांसद विजय बघेल ने 'कृषि विज्ञान' पुस्तक का विमोचन किया। इस पुस्तक में कृषि से जुड़ी जानकारी और प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी के लिए महत्वपूर्ण सामग्री है।
आज राष्ट्रीय किसान दिवस के अवसर पर, जो कि भारतीय किसान नेता चौधरी चरण सिंह जी की जयंती के रूप में मनाया जाता है, माननीय सांसद विजय बघेल ने एक ऐतिहासिक कदम उठाते हुए डॉ. शशि भूषण शर्मा और डॉ. समिधा पांडे द्वारा लिखित पुस्तक "कृषि विज्ञान" का विमोचन किया। इस पुस्तक का उद्देश्य छात्रों को कृषि से संबंधित गहन और उपयोगी जानकारी प्रदान करना है, जो उन्हें न केवल हायर सेकेंडरी स्तर की पढ़ाई में मदद करेगा, बल्कि विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में भी सफलता प्राप्त करने के लिए प्रेरित करेगा।
कृषि विज्ञान की गहरी समझ का खजाना
इस अवसर पर सांसद विजय बघेल ने कहा कि यह पुस्तक कृषि विज्ञान के विभिन्न पहलुओं की तथ्यात्मक जानकारी से भरी हुई है, जो छात्रों के लिए गागर में सागर जैसा अनुभव प्रस्तुत करती है। श्री बघेल ने आगे बताया कि इस पुस्तक में वह सभी जरूरी जानकारी है, जो हायर सेकेंडरी स्तर के विद्यार्थियों और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे छात्रों के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। यह पुस्तक छात्रों की रचनात्मकता और कृषि ज्ञान को नया दिशा देने में सहायक सिद्ध होगी।
कृषि से संबंधित ज्ञान का इस समय विशेष महत्व है, क्योंकि भारत में खेती-बाड़ी ही अधिकांश लोगों की आजीविका का मुख्य साधन है। आज के समय में किसानों को नई तकनीकों और कृषि विज्ञान के बारे में जानकारी प्राप्त करना बेहद जरूरी है, ताकि वे अपनी फसल उत्पादन में सुधार कर सकें और अधिक मुनाफा कमा सकें।
लेखक की पेशेवर यात्रा
इस पुस्तक के लेखक डॉ. शशि भूषण शर्मा शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय थानोद में कृषि विषय के व्याख्याता हैं। उनके द्वारा लिखे गए कई शोधपत्र राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रकाशित हो चुके हैं और उन्हें पुरस्कार भी मिल चुके हैं। इसके अलावा, वे कृषि संकाय के विद्यार्थियों को PAT (पदस्थापना कृषि प्रशिक्षण) की तैयारी करवा रहे हैं, और उनके द्वारा पढ़ाए गए कई विद्यार्थी इस परीक्षा में सफलता प्राप्त कर चुके हैं।
साथ ही, पुस्तक की सह लेखिका डॉ. समिधा पांडे हैं, जो वर्तमान में सहायक जिला आबकारी अधिकारी के पद पर कार्यरत हैं। डॉ. पांडे भी एक सशक्त लेखिका और शोधकर्ता हैं, जिन्होंने कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पत्रिकाओं में अपने आलेख प्रकाशित कराए हैं। उन्होंने गुरु घासीदास विश्वविद्यालय, बिलासपुर में भी शिक्षण कार्य किया है और वे हमेशा से प्रतियोगी परीक्षाओं से जुड़े कार्यों में सक्रिय रही हैं। उनके मार्गदर्शन में अनेक विद्यार्थी विभिन्न पदों पर चयनित हुए हैं, जो उनकी शिक्षाशक्ति को प्रमाणित करता है।
कृषि विज्ञान पर आगामी शोध की योजना
लेखकों ने यह भी घोषणा की कि यह पुस्तक कृषि विज्ञान की विभिन्न परीक्षाओं के लिए अत्यधिक उपयोगी साबित होगी, और इसके आगामी भाग को भी शीघ्र ही प्रकाशित किया जाएगा। उनका उद्देश्य विद्यार्थियों को अधिक सटीक और व्यापक ज्ञान प्रदान करना है, ताकि वे कृषि क्षेत्र में अपने भविष्य को उज्जवल बना सकें।
समारोह में हुए अन्य सम्मानित अतिथि
इस आयोजन में भारतीय मजदूर संघ के पदाधिकारी श्री हरि सिंह चतुर्वेदी, श्री रवि सिंह और राज्य कर्मचारी संघ के शिक्षा प्रकोष्ठ के अध्यक्ष श्री ज्ञान सिंह राजपूत, सचिव प्रमोद श्रीवास्तव, संरक्षक सदस्य श्री टी आर साहू, डॉक्टर नवीन त्रिपाठी तथा शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय थानोद के प्राचार्य श्री अनिल सहित अनेक सम्मानित अतिथि मौजूद थे। उन्होंने इस पुस्तक के विमोचन को एक ऐतिहासिक कदम बताते हुए, इसके कृषि विज्ञान के क्षेत्र में योगदान को सराहा।
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