मुरली पैरामेडिकल कॉलेज जमशेदपुर में स्वच्छता अभियान
मुरली पैरामेडिकल एंड रिसर्च कॉलेज, जमशेदपुर में स्वच्छता अभियान का आयोजन। जानें कैसे विद्यार्थियों ने पूरे झारखंड से आकर इस मिशन को सफल बनाया।
जमशेदपुर, 20 सितंबर 2024: मुरली पैरामेडिकल एंड रिसर्च कॉलेज, जमशेदपुर में बीते कुछ दिनों से स्वच्छता अभियान चलाया जा रहा है। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य था स्वच्छ भारत अभियान को बढ़ावा देना और स्वच्छता के प्रति जागरूकता फैलाना। कॉलेज के विद्यार्थी इस कार्यक्रम में बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं और पूरे जोश के साथ अपने कर्तव्य का पालन कर रहे हैं।
कार्यक्रम का उद्देश्य
स्वच्छता अभियान का मुख्य उद्देश्य केवल कॉलेज परिसर तक सीमित नहीं था। इसका उद्देश्य था कि समाज के हर वर्ग तक स्वच्छता की जागरूकता फैलाई जाए। इसमें ग्रामीण इलाकों और आस-पास के समाज को भी शामिल किया गया, ताकि एक स्वच्छ और खुशहाल वातावरण का निर्माण हो सके। इस अभियान के माध्यम से यह संदेश दिया गया कि स्वच्छता न केवल एक आदत है, बल्कि यह एक जिम्मेदारी भी है जो समाज को स्वस्थ और खुशहाल रखती है।
विद्यार्थियों का उत्साह
इस स्वच्छता अभियान में मुरली पैरामेडिकल के विद्यार्थियों ने सक्रिय रूप से हिस्सा लिया। सभी विद्यार्थी पूरे उत्साह और हर्षोल्लास के साथ स्वच्छता के कार्य में जुटे रहे। उनका मानना था कि स्वच्छता में ही खुशियां निवास करती हैं। उनके चेहरे पर काम करने का उत्साह और समाज को बेहतर बनाने की प्रेरणा स्पष्ट रूप से दिख रही थी।
झारखंड भर से आए विद्यार्थी
इस कार्यक्रम की खास बात यह रही कि इसमें न केवल कॉलेज के स्थानीय विद्यार्थी शामिल हुए, बल्कि कोल्हान प्रमंडल और झारखंड के विभिन्न हिस्सों से भी विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया। यहां तक कि पश्चिम बंगाल से भी कुछ विद्यार्थी इस अभियान का हिस्सा बने। इस तरह का योगदान दर्शाता है कि स्वच्छता के प्रति जागरूकता अब राज्य की सीमाओं को पार कर रही है।
डॉक्टर चंदन पांडा का नेतृत्व
इस स्वच्छता अभियान का नेतृत्व डॉक्टर चंदन पांडा ने किया। उनके मार्गदर्शन में विद्यार्थियों ने पूरे परिसर और आसपास के क्षेत्रों को साफ किया। डॉक्टर पांडा ने इस कार्यक्रम के महत्व को समझाते हुए कहा कि स्वच्छता हमारी दिनचर्या का अभिन्न हिस्सा होना चाहिए। स्वच्छता न केवल शारीरिक स्वास्थ्य को बेहतर करती है, बल्कि मानसिक शांति भी प्रदान करती है।
विद्यार्थियों का संकल्प
अभियान के अंत में सभी विद्यार्थियों ने संकल्प लिया कि वे अपने घर, शिक्षा स्थल और कार्यस्थल को हमेशा साफ-सुथरा रखेंगे। उन्होंने कहा कि स्वच्छता का संदेश केवल शब्दों तक सीमित नहीं होना चाहिए, बल्कि इसे अपने जीवन में भी अपनाना चाहिए। इस अभियान में जय कुमार दास (राजनगर), सनातन मुंडा (घाटशिला), समीर सिंह (कुचिया, पश्चिम बंगाल), ललिता टुडू (चाकुलिया), सरस्वती मांडी (धालभूमगढ़), आरती कुमारी (रामगढ़), निशा कुमारी (जमशेदपुर), रिंकी सोरेन (मुसाबनी), रिशीता गोप (सिमुल डंगा), मीरा मंडल (सिमुल डंगा), उमा कर्मकार (भिलाई पहाड़ी) और अमृता भगत (गालूडीह) जैसे कई विद्यार्थियों ने सक्रिय योगदान दिया।
समाज में स्वच्छता का संदेश
इस स्वच्छता अभियान के माध्यम से मुरली पैरामेडिकल एंड रिसर्च कॉलेज ने पूरे समाज को यह संदेश दिया कि स्वच्छता केवल एक व्यक्तिगत जिम्मेदारी नहीं है, बल्कि यह एक सामाजिक जिम्मेदारी है। जब हर व्यक्ति अपने आस-पास के क्षेत्र को स्वच्छ रखेगा, तभी एक स्वच्छ और स्वस्थ समाज का निर्माण हो सकेगा।
भविष्य की योजना
इस स्वच्छता अभियान की सफलता के बाद, मुरली पैरामेडिकल कॉलेज ने भविष्य में भी ऐसे कार्यक्रमों को नियमित रूप से आयोजित करने की योजना बनाई है। इसका उद्देश्य स्वच्छता को एक आंदोलन के रूप में स्थापित करना है, जिसमें हर व्यक्ति सक्रिय रूप से भाग ले। कॉलेज प्रशासन ने भी इस बात पर जोर दिया कि इस तरह के कार्यक्रमों के माध्यम से विद्यार्थी न केवल शारीरिक स्वच्छता के प्रति जागरूक होंगे, बल्कि मानसिक और सामाजिक स्वच्छता को भी अपने जीवन में शामिल करेंगे।
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