मुहर्रम पर्व को लेकर जमशेदपुर पुलिस की तैयारी: गोलमुरी पुलिस लाइन में मॉक ड्रिल, आंसू गैस और रबर बुलेट का किया परीक्षण
मुहर्रम पर्व को लेकर जमशेदपुर पुलिस ने गोलमुरी पुलिस लाइन में मॉक ड्रिल की। इस दौरान आंसू गैस और रबर बुलेट का परीक्षण किया गया ताकि उपद्रवियों से निपटने के लिए पुलिस पूरी तरह तैयार रहे।
मुहर्रम पर्व को लेकर जमशेदपुर पुलिस की तैयारी: गोलमुरी पुलिस लाइन में मॉक ड्रिल
जमशेदपुर के गोलमुरी पुलिस लाइन में मंगलवार को जमशेदपुर पुलिस ने आगामी त्योहार मुहर्रम के मद्देनजर एक मॉक ड्रिल का आयोजन किया। इस ड्रिल का उद्देश्य मुहर्रम के दौरान किसी भी अनहोनी से निपटने के लिए पुलिस को तैयार करना था। मुहर्रम की दसवीं 17 जुलाई को है और इस पर्व में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस ने विशेष तैयारी की है।
मॉक ड्रिल की तैयारी और अभ्यास
मॉक ड्रिल के दौरान पुलिस के एक विंग को आम नागरिकों की भूमिका निभाने के लिए तैयार किया गया, जबकि अन्य पुलिस फोर्स के रूप में तैनात थे। मैदान में काल्पनिक असामाजिक तत्वों द्वारा हंगामा शुरू किया गया, जिसे नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने विभिन्न तरीकों का अभ्यास किया। सबसे पहले, पुलिस ने पानी की बौछार कर हंगामे को रोकने का प्रयास किया।
इसके बाद, भीड़ को नियंत्रित करने के लिए लाठीचार्ज का अभ्यास किया गया। पुलिस को यह भी सिखाया गया कि भीड़ में क्या-क्या हो सकता है और ऐसे में उन्हें कैसे प्रतिक्रिया देनी चाहिए। पुलिस ने आंसू गैस के गोले, टीयर गैस और रबर बुलेट का भी परीक्षण किया।
नेतृत्व और उपस्थित अधिकारी
इस मॉक ड्रिल का नेतृत्व जिले के वरीय पुलिस अधीक्षक किशोर कौशल ने किया। इस मौके पर ग्रामीण सिटी एसपी ऋषभ गर्ग और डीएसपी सिटी सुधीर कुमार भी मौजूद थे। किशोर कौशल ने बताया कि इस अभ्यास का मुख्य उद्देश्य कानून व्यवस्था बनाए रखना और उपद्रवियों से निपटने के लिए पुलिस को तैयार करना है। उन्होंने कहा, "अगर कोई कानून को हाथ में लेने का प्रयास करता है या कहीं इस तरह का मजमा जमा हो जाता है जो कानून की बात सुनने को तैयार नहीं है, तो वैसे स्थिति में किस प्रकार पुलिस को कार्रवाई करनी है, इसका रिहर्सल आज किया गया है।"
जमशेदपुर पुलिस द्वारा आयोजित इस मॉक ड्रिल ने यह साबित कर दिया कि वे मुहर्रम पर्व के दौरान किसी भी संभावित समस्या से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। यह अभ्यास न केवल पुलिस की तैयारी को दर्शाता है, बल्कि जनता में विश्वास भी पैदा करता है कि वे सुरक्षित हाथों में हैं। आगामी त्योहार के दौरान शांति और सुरक्षा बनाए रखने के लिए इस तरह के मॉक ड्रिल बेहद महत्वपूर्ण हैं।
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