टाटा वर्कर्स यूनियन की मीटिंग: कर्मचारियों के मुद्दों पर उठे गंभीर सवाल
जमशेदपुर में टाटा वर्कर्स यूनियन की मीटिंग में वित्तीय अनियमितताओं पर चर्चा की गई। कर्मचारियों ने पीएफ कटौती और फिक्स्ड डिपाजिट की ब्याज दरों पर सवाल उठाए।
जमशेदपुर, 1 अक्टूबर 2024: टाटा स्टील की अधिकृत यूनियन, टाटा वर्कर्स यूनियन की एक महत्वपूर्ण मीटिंग मंगलवार को हुई। इस मीटिंग में केवल जून और जुलाई माह का अकाउंट पास किया गया। कोषाध्यक्ष आमोद दुबे ने अकाउंट पेश किया। इस दौरान कमेटी के सदस्य ओम प्रकाश शर्मा उर्फ बमबम ने कुछ गंभीर मुद्दे उठाए।
ओम प्रकाश शर्मा ने कहा कि एक मीटिंग में गेस्ट हाउस की बुकिंग में अनियमितता की बात कही गई थी। इसके बाद यूनियन ने अवकाश प्राप्त कर्मचारियों को मिलने वाली सुविधा बंद कर दी। उन्होंने यह भी बताया कि पीएफ मद में कटौती करके यूनियन द्वारा रखी गई राशि को गैर कानूनी बताया गया।
इस पर डिप्टी प्रेसिडेंट शैलेश कुमार सिंह ने सफाई देते हुए कहा कि सरकार के पास जमा होने से कर्मचारियों को पैसे निकालने में दिक्कत होगी। महामंत्री सतीश कुमार सिंह ने भी ओम प्रकाश शर्मा के प्रश्न का समर्थन किया और कहा कि जल्द से जल्द कटौती की जानी चाहिए।
ओम प्रकाश शर्मा ने यूनियन द्वारा किए गए फिक्स डिपॉजिट पर मिले ब्याज की दर पर सवाल उठाया। उन्होंने बताया कि जनरल फंड में 7% और माइकल जॉन सेंटर के फिक्स डिपॉजिट में 4.65% ब्याज मिला है। इससे यह स्पष्ट होता है कि पिछले साल फिक्स डिपॉजिट में रखी गई राशि पर लगभग ढाई प्रतिशत का नुकसान हुआ है। उन्होंने इस पर गंभीर जांच की मांग की।
इस विषय पर कोषाध्यक्ष और अध्यक्ष ने कहा कि ओम प्रकाश शर्मा को शायद कुछ कन्फ्यूजन है। उन्होंने उन्हें बैठकर सभी हिसाब किताब दिखाने का आश्वासन दिया।
इस मीटिंग में यूनियन के अध्यक्ष संजीव चौधरी टुन्नु ने भी अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि हाल ही में बिजली कटने के बाद गैस रिसाव के मामले में जो वीडियो वायरल हुआ था, वह गलत है। यह सामान्य स्थिति थी।
इस मीटिंग में चर्चा के बाद यूनियन के भीतर कई मुद्दों पर गंभीर मंथन चल रहा है। कमेटी के सदस्य इस बात को लेकर चिंतित हैं कि क्या सभी मामलों को सही तरीके से समझाया जा रहा है या नहीं। इस मीटिंग ने कर्मचारियों के बीच एक बार फिर से सवाल उठाए हैं और यूनियन की कार्यशैली पर चर्चा तेज कर दी है।
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