Mango Plastic Ban: मानगो में स्वच्छता अभियान, प्लास्टिक पर निगम का बड़ा एक्शन
मानगो नगर निगम ने स्वच्छता सर्वेक्षण के तहत प्लास्टिक के खिलाफ बड़ा अभियान चलाया। दुकानदारों से पॉलिथीन जब्त कर दी चेतावनी। जानिए क्या रहा बाजार का हाल।
स्वच्छता सर्वेक्षण 2024 को ध्यान में रखते हुए मानगो नगर निगम ने इलाके में प्लास्टिक बैन को लेकर सख्ती दिखानी शुरू कर दी है। सोमवार को मानगो बाजार में नगर निगम की टीम ने औचक छापेमारी करते हुए दुकानदारों को पॉलिथीन का उपयोग बंद करने की सख्त हिदायत दी। इस दौरान कई दुकानों से प्लास्टिक बैग जब्त किए गए, जिससे बाजार में हड़कंप मच गया।
नगर निगम के इस अभियान का मकसद इलाके को स्वच्छ बनाना और पॉलिथीन के उपयोग को रोकना है, जो पर्यावरण और स्वास्थ्य के लिए खतरनाक साबित हो सकता है।
पॉलिथीन पर क्यों है बैन?
प्लास्टिक पर्यावरण के लिए सबसे बड़ा खतरा है। यह न तो जल्दी सड़ता है और न ही इसे जलाना सुरक्षित है। पॉलिथीन के अत्यधिक उपयोग से मिट्टी और पानी प्रदूषित हो जाते हैं।
मानगो नगर निगम का यह कदम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की "स्वच्छ भारत अभियान" की मुहिम को आगे बढ़ाने की दिशा में एक अहम प्रयास है। झारखंड के कई शहरों में प्लास्टिक बैन पर पहले से सख्ती बरती जा रही है, और अब मानगो भी इस सूची में शामिल हो गया है।
छापेमारी से बाजार में हड़कंप
नगर निगम की अचानक हुई कार्रवाई से मानगो बाजार के दुकानदारों में खलबली मच गई। जैसे ही टीम ने पॉलिथीन बैग की जांच शुरू की, कई दुकानदारों ने अपने स्टॉल और शेल्फ़ से बैग हटाने की कोशिश की।
नगर निगम के अधिकारी दुकानदारों से बातचीत करते हुए उन्हें पर्यावरण के प्रति जागरूक कर रहे थे। उन्होंने बताया कि यदि पॉलिथीन का उपयोग जारी रहा, तो उन्हें कड़ी कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ सकता है।
दुकानदारों को दी गई चेतावनी
छापेमारी के दौरान नगर निगम ने जिन दुकानदारों के पास से पॉलिथीन बैग जब्त किए, उन्हें फिलहाल चेतावनी देकर छोड़ दिया गया। अधिकारियों ने साफ किया कि यदि आगे से ऐसा दोबारा पाया गया, तो जुर्माना लगाया जाएगा।
एक दुकानदार ने कहा, "हम समझते हैं कि पॉलिथीन पर रोक सही है, लेकिन हमें इसके विकल्प भी उपलब्ध कराए जाने चाहिए।"
निगम की अपील: जागरूक बनें, जिम्मेदार बनें
मानगो नगर निगम ने इस अभियान के जरिए एक स्पष्ट संदेश दिया है— प्लास्टिक मुक्त मानगो। निगम की टीम ने दुकानदारों और ग्राहकों से पॉलिथीन की जगह कपड़े या जूट के बैग का इस्तेमाल करने की अपील की।
इतिहास में झारखंड का योगदान
झारखंड ने पर्यावरण संरक्षण की दिशा में कई बड़े कदम उठाए हैं। 2017 में रांची में पहली बार प्लास्टिक बैन की पहल की गई थी, जिसने राज्य के अन्य शहरों को प्रेरित किया।
मानगो नगर निगम का यह कदम झारखंड के स्वच्छता मानकों को और बेहतर बनाने की दिशा में एक बड़ा प्रयास है।
आगे की योजना
नगर निगम ने यह साफ कर दिया है कि स्वच्छता सर्वेक्षण के तहत अब बाजारों और मोहल्लों में नियमित छापेमारी की जाएगी। यदि पॉलिथीन के उपयोग में सुधार नहीं हुआ, तो दुकानों को सील करने जैसी सख्त कार्रवाई की जाएगी।
नगर निगम के इस अभियान ने इलाके के दुकानदारों और नागरिकों को जिम्मेदारी का अहसास दिलाया है। क्या मानगो इस प्रयास के साथ झारखंड का सबसे स्वच्छ इलाका बन पाएगा? यह आने वाला वक्त बताएगा।
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