Latehar Lockup: खूंखार राहुल सिंह गिरोह का बड़ा षड्यंत्र नाकाम! लातेहार पुलिस ने चंदवा से 5 अपराधियों को हथियारों के साथ दबोचा, किस रेलवे साइडिंग पर देने वाले थे बड़ी वारदात को अंजाम?
झारखंड की लातेहार पुलिस ने कुख्यात राहुल सिंह गिरोह के पाँच अपराधियों को चंदवा थाना क्षेत्र से गिरफ्तार कर एक बड़ी वारदात को टाल दिया है। गिरफ्तार अपराधियों के पास से दो देशी पिस्तौल और गोलियां बरामद हुई हैं। पूछताछ में खुलासा हुआ कि वे रेलवे साइडिंग पर किसी हिंसक घटना को अंजाम देने की योजना बना रहे थे।
झारखंड में अपराधी गिरोहों के सक्रिय होने की घटनाएं लगातार चुनौती बनी हुई हैं, लेकिन लातेहार जिला पुलिस ने बुधवार को एक बड़ी और साहसी कार्रवाई करते हुए कुख्यात राहुल सिंह गिरोह के पाँच सदस्यों को धर दबोचा। पुलिस की इस त्वरित कार्रवाई के कारण चंदवा क्षेत्र में होने वाली एक बड़ी हिंसक वारदात को टाल दिया गया, जिसका संबंध सीधे रेलवे साइडिंग से था।
गिरफ्तार किए गए अपराधियों में रांची जिले के निवासी विश्वनाथ उरांव, फूलचंद खलखो, तुलसी मुंडा और तनवीर अंसारी, तथा गुमला जिला निवासी संदीप यादव शामिल हैं। पुलिस ने इनके पास से अपराध के लिए इस्तेमाल होने वाले दो देशी पिस्तौल और कई जिंदा गोलियां भी बरामद की हैं, जो इनके नापाक इरादों की पुष्टि करते हैं।
गुप्त सूचना से खुलासा: डीएसपी के नेतृत्व में घेराबंदी
लातेहार एसपी कुमार गौरव ने एक प्रेस वार्ता में घटना का खुलासा करते हुए बताया कि पुलिस को यह गुप्त सूचना मिली थी कि कुख्यात राहुल सिंह गिरोह के सदस्य जिले के चंदवा थाना क्षेत्र के परसाही गांव के पास इकट्ठा हुए हैं और किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की योजना बना रहे हैं।
सूचना की गंभीरता को समझते हुए एसपी ने तत्काल डीएसपी अरविंद कुमार के नेतृत्व में एक विशेष पुलिस टीम गठित की। टीम ने तेजी से कार्रवाई करते हुए परसाही गांव की ओर छापामारी शुरू की। पुलिस टीम को देखते ही अपराधी भागने लगे, लेकिन पुलिस ने तुरंत घेराबंदी कर पांचों अपराधियों को मौके पर ही दबोच लिया। इस सफलता ने निश्चित रूप से लातेहार में अपराधियों के मनोबल को तोड़ा है।
निशाने पर थी रेलवे साइडिंग: हिंसक घटनाओं का रिकॉर्ड
पुलिस द्वारा की गई सघन पूछताछ के दौरान, अपराधियों ने स्वीकार किया कि वे कुख्यात राहुल सिंह गिरोह के लिए काम करते हैं। उन्होंने यह भी खुलासा किया कि वे रेलवे साइडिंग पर किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की साजिश रच रहे थे। झारखंड में अक्सर अपराधी गिरोह रेलवे साइडिंग और खनन क्षेत्रों को निशाना बनाकर रंगदारी और लेवी वसूलने का प्रयास करते हैं।
एसपी कुमार गौरव ने जोर देकर कहा कि ये अपराधी पूर्व में भी इलाके में हिंसक घटनाओं को अंजाम दे चुके थे और पुलिस को काफी समय से इनकी तलाश थी। उन्होंने पुष्टि की कि लातेहार पुलिस अपराधियों के खिलाफ लगातार कार्रवाई कर रही है। डीएसपी अरविंद कुमार समेत पूरे छापेमारी दल की सतर्कता और बहादुरी से मिली यह सफलता लातेहार के लोगों को एक बड़ी राहत देती है।
आपकी राय में, लातेहार समेत झारखंड के अन्य जिलों में खनन और रेलवे साइडिंग जैसे संवेदनशील इलाकों में गिरोहों की गतिविधियों को रोकने और सुरक्षा बढ़ाने के लिए पुलिस और उद्योग प्रबंधन को कौन से दो सबसे अनिवार्य कदम उठाने चाहिए?
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