Chaibasa Tragedy : चाईबासा-कोकचो सड़क पर टाटा मैजिक ने साइकिल सवार किशोरी को कुचला, 12 वर्षीय सोनाक्षी की मौके पर दर्दनाक मौत
झारखंड के चाईबासा में बिरूवा नगर के पास चाईबासा-कोकचो मुख्य सड़क पर तेज रफ्तार टाटा मैजिक की टक्कर से 12 वर्षीय सोनाक्षी बिड़ऊली की मौत हो गई और एक युवती गंभीर रूप से घायल है। आक्रोशित ग्रामीणों ने वाहन में तोड़फोड़ की। स्थानीय लोगों ने सड़क सुरक्षा और सख्त यातायात नियमों को लागू करने की मांग की है।
झारखंड के चाईबासा में सड़क सुरक्षा को लेकर बरती जा रही लापरवाही ने सोमवार शाम को एक और मासूम की जान ले ली। चाईबासा-कोकचो मुख्य सड़क पर बिरूवा नगर गांव के पास हुए इस दर्दनाक हादसे ने न सिर्फ एक परिवार को बर्बाद कर दिया, बल्कि पूरे इलाके के ग्रामीणों में गहरा आक्रोश पैदा कर दिया। आखिर यह सड़क कितने लोगों का खून बहाने के बाद सुरक्षित मानी जाएगी?
घटना सोमवार शाम की है, जब 12 वर्षीय सोनाक्षी बिड़ऊली अपनी 20 वर्षीय सहेली ललिता सवैया के साथ साइकिल से निकली थीं। अचानक, पीछे से तेज रफ्तार से आ रहे एक टाटा मैजिक वाहन ने उन्हें जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर इतनी भयानक थी कि नन्हीं किशोरी सोनाक्षी बिड़ऊली की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई। वहीं, ललिता सवैया गंभीर रूप से घायल हो गई, जिसका इलाज सदर अस्पताल चाईबासा में चल रहा है, जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है।
आक्रोश में तब्दील हुआ दर्द: वाहन में तोड़फोड़
इस दुखद और हृदय विदारक घटना से स्थानीय ग्रामीणों में रोष फैल गया। यह आक्रोश सिर्फ दुर्घटना के कारण नहीं था, बल्कि सड़क पर लगातार हो रहे हादसों और प्रशासन की लापरवाही से पैदा हुआ था। गुस्साए ग्रामीणों ने तत्काल टाटा मैजिक वाहन में जमकर तोड़फोड़ की। हालांकि, दुर्घटना को अंजाम देने के बाद दोषी चालक मौके से गाड़ी छोड़कर फरार होने में सफल रहा, जिससे ग्रामीणों का गुस्सा और भड़क गया।
सूचना मिलते ही चाईबासा पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रित किया। पुलिस ने बताया कि दुर्घटना के सटीक कारणों का पता लगाया जा रहा है और फरार दोषी वाहन चालक की गिरफ्तारी के लिए जल्द ही कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
क्या प्रशासन जागेगा? सख्ती की मांग
स्थानीय लोगों का दर्द उनकी बातों में साफ झलका। उनका कहना है कि चाईबासा-कोकचो मुख्य सड़क पर पहले भी कई हादसे हो चुके हैं, लेकिन प्रशासन ने कोई ठोस कार्रवाई नहीं की है। यह सड़क मानों यमराज की सड़क बनती जा रही है।
ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि:
-
सड़क की सुरक्षा बढ़ाई जाए, जहां जरूरी हो वहाँ ब्रेकर और स्पीड लिमिट के बोर्ड लगाए जाएं।
-
यातायात नियमों को सख्ती से लागू किया जाए और तेज रफ्तार वाहनों पर कड़ी कार्रवाई हो।
इस दुखद घटना ने एक बार फिर से झारखंड की सड़कों पर बढ़ती लापरवाही की ओर ध्यान आकर्षित किया है। सोनाक्षी बिड़ऊली का परिवार तो अपना सब कुछ खो चुका है, लेकिन अब प्रशासन को जागना होगा ताकि भविष्य में इस तरह की किसी और त्रासदी को रोका जा सके।
आपकी राय में, चाईबासा-कोकचो जैसे मुख्य ग्रामीण सड़कों पर तेज रफ्तार के कारण होने वाले हादसों को रोकने और वाहनों को अनियंत्रित होने से बचाने के लिए स्थानीय यातायात पुलिस और जिला प्रशासन को कौन से दो सबसे निवारक और प्रभावी कदम उठाने चाहिए?
What's Your Reaction?


