जेएसएससी सीजीएल परीक्षा में धांधली का आरोप: छात्रों ने किया प्रदर्शन!
झारखंड कर्मचारी चयन आयोग की सीजीएल परीक्षा में भारी धांधली का आरोप। परीक्षार्थियों ने जेएसएससी कार्यालय पहुंचकर जताई नाराजगी।
गुरुवार, 26 सितंबर 2024 को झारखंड कर्मचारी चयन आयोग (जेएसएससी) की सीजीएल परीक्षा फिर विवादों में आ गई है। यह परीक्षा 21 और 22 सितंबर को आयोजित की गई थी। कई परीक्षार्थी रांची के नामकुम स्थित जेएसएससी कार्यालय पहुंचे। उनका कहना है कि परीक्षा में पूछे गए 72 से अधिक प्रश्न पिछले प्रतियोगिता परीक्षाओं से हू-ब-हू मिलते हैं।
परीक्षार्थियों ने जेएसएससी पर आरोप लगाया है कि परीक्षा में भारी धांधली हुई है। उन्होंने दावा किया कि reasoning में पूछे गए 16 प्रश्न 2019 में जेएसएससी पीटी परीक्षा में पूछे गए थे। इसी तरह, गणित में पूछे गए 16 सवाल 2022 में जेएसएससी सीजीएल मेंस परीक्षा में थे। कंप्यूटर से संबंधित 20 सवाल 2023 में आईबीपीएस आरआरबी की परीक्षा में पूछे गए थे। इसके अलावा, जनरल नॉलेज के 20-22 प्रश्न यूपी पीसीएस की परीक्षा में भी हू-ब-हू पूछे गए हैं।
अभ्यर्थियों का यह भी कहना है कि लैंग्वेज पेपर में पूछे गए सवाल यूपीएससी सीसेट से लिए गए हैं, जो सिलेबस के बाहर के हैं। परीक्षार्थियों ने यह भी कहा कि उन्होंने पेपर लीक होने का सबूत जुटाकर जेएसएससी के कार्यालय में पहुंचकर अपनी बात रखी है।
छात्रों ने जेएसएससी पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि कई वर्षों से वे परीक्षा की तैयारी कर रहे थे। लेकिन इस तरह की धांधली ने उनकी मेहनत पर पानी फेर दिया है।
इसी बीच, रांची सदर एसडीओ ने जेएसएससी के कार्यालय के 100 मीटर के दायरे में निषेधाज्ञा लागू कर दी है। यह निषेधाज्ञा 2 अक्टूबर की रात 10 बजे तक प्रभावी रहेगी। इस दौरान बिना सक्षम पदाधिकारी की अनुमति के किसी भी प्रकार का धरना-प्रदर्शन, घेराव, जुलूस या रैली करने पर रोक रहेगी।
छात्रों की नाराजगी और प्रशासन की इस कार्रवाई ने इस मुद्दे को और भी गंभीर बना दिया है। अब देखना है कि जेएसएससी इस विवाद का समाधान कैसे करता है और क्या छात्रों की मांगें पूरी होती हैं।
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