Jharkhand Clash: उग्रवादी वसूली करने पहुंचे, ग्रामीणों ने सिखाया सबक

झारखंड के लातेहार जिले के बारी गांव में वसूली करने पहुंचे उग्रवादियों का ग्रामीणों ने साहसिक सामना किया। जानिए इस घटना के पीछे की पूरी कहानी और झारखंड में उग्रवाद के खिलाफ पुलिस की सख्त कार्रवाई।

Jan 28, 2025 - 13:29
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Jharkhand Clash: उग्रवादी वसूली करने पहुंचे, ग्रामीणों ने सिखाया सबक
Jharkhand Clash: उग्रवादी वसूली करने पहुंचे, ग्रामीणों ने सिखाया सबक

झारखंड: लातेहार जिले के चंदवा थाना क्षेत्र के बारी गांव में सोमवार रात एक ऐसी घटना हुई जिसने पूरे क्षेत्र में हलचल मचा दी। झारखंड संघर्ष मुक्ति मोर्चा (JSMM) के उग्रवादी संगठन के सुप्रीमो अभय नायक को ग्रामीणों ने वसूली करने पहुंचे उग्रवादियों के खिलाफ कार्रवाई के दौरान पकड़ लिया और उनकी मौत हो गई।

घटना की शुरुआत कैसे हुई?

यह घटना रात करीब 8 बजे हुई जब 8 उग्रवादी लेवी (जबरन वसूली) के लिए गांव के एक ईंट भट्ठा पर पहुंचे। ग्रामीणों को जब इसकी भनक लगी तो उन्होंने उग्रवादियों को रोकने की कोशिश की। यह संघर्ष धीरे-धीरे बड़ा रूप ले लिया।

ग्रामीणों की साहसिक प्रतिक्रिया

ग्रामीणों का कहना है कि वे लंबे समय से इन उग्रवादियों की हरकतों से परेशान थे। वसूली के नाम पर डराने-धमकाने का सिलसिला झारखंड के इन इलाकों में काफी समय से चलता आ रहा है। लेकिन बारी गांव के लोगों ने इस बार इनका सामना करने का साहस दिखाया।

अभय नायक: उग्रवाद का काला इतिहास

JSMM के सुप्रीमो अभय नायक पर पहले से ही अपराधिक मामलों का लंबा इतिहास है। सीसीएल के तहत उन्हें जिला बदर भी किया जा चुका था। उनका संगठन जबरन वसूली और हिंसा के लिए कुख्यात था। इस घटना से पहले भी अभय कई बार जेल जा चुका था।

क्या हुआ घटनास्थल पर?

ग्रामीणों ने उग्रवादियों को चारों ओर से घेर लिया। मौके पर हुई झड़प में सुप्रीमो अभय नायक को गंभीर चोटें आईं और उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी मौत हो गई। इस संघर्ष में तीन अन्य उग्रवादी घायल हुए, जिनका इलाज चंदवा अस्पताल में चल रहा है।

पुलिस की भूमिका और अगली कार्रवाई

घटना के तुरंत बाद, लातेहार पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने स्थिति को संभाला और इलाके में सुरक्षा बढ़ाने के निर्देश दिए। वहीं, इस घटना में शामिल चार अन्य उग्रवादी भागने में सफल रहे। पुलिस अब उनकी तलाश कर रही है।

इनामी उग्रवादी की गिरफ्तारी

इस घटना के साथ ही लातेहार पुलिस ने एक और बड़ी सफलता हासिल की। पुलिस ने 2 लाख रुपये के इनामी उग्रवादी और जेजेएमपी (Jharkhand Jan Mukti Parishad) के एरिया कमांडर को गिरफ्तार किया। यह गिरफ्तारी झारखंड के उग्रवाद के खिलाफ चलाए जा रहे सख्त अभियान का हिस्सा है।

इतिहास में उग्रवाद का प्रभाव

झारखंड लंबे समय से उग्रवाद का गढ़ रहा है। 1990 के दशक से लेकर 2000 तक इस क्षेत्र में उग्रवादी संगठन काफी सक्रिय रहे। इन संगठनों ने अपने एजेंडे को बढ़ाने के लिए लेवी और हिंसा का सहारा लिया। हालांकि, हाल के वर्षों में पुलिस और प्रशासन की सख्त कार्रवाई के चलते इनकी ताकत कमजोर हुई है।

ग्रामीणों का संदेश

बारी गांव के ग्रामीणों ने इस घटना से साफ कर दिया कि अब वे डर के साए में नहीं रहना चाहते। उन्होंने उग्रवादियों को चुनौती देकर साहस और एकजुटता का उदाहरण पेश किया है।

आगे की रणनीति

झारखंड पुलिस का कहना है कि वे उग्रवादियों की गतिविधियों पर सख्त नजर बनाए हुए हैं। पुलिस गांवों में जागरूकता अभियान चला रही है और ग्रामीणों को ऐसे मामलों में सतर्क रहने की सलाह दे रही है।

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