Jharkhand Paper Leak: मैट्रिक परीक्षा में बड़ा घोटाला! ऐसे हुआ पेपर लीक का पर्दाफाश
झारखंड मैट्रिक परीक्षा पेपर लीक कांड का बड़ा खुलासा! ट्रक से स्ट्रांग रूम पहुंचाने के दौरान हुआ पेपर चोरी, 10 लोग गिरफ्तार, जानें पूरा मामला।

रांची – झारखंड में मैट्रिक परीक्षा के पेपर लीक होने से हड़कंप मच गया है। पूरे राज्य में इस मुद्दे पर चर्चा हो रही है, और पुलिस ने इस मामले में अब तक 10 लोगों को गिरफ्तार किया है। झारखंड के डीजीपी अनुराग गुप्ता ने इस पेपर लीक घोटाले का बड़ा खुलासा करते हुए कई चौंकाने वाली बातें बताई हैं।
कैसे हुआ पेपर लीक? सामने आई चौंकाने वाली साजिश
रांची स्थित डीजीपी कार्यालय में हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान खुलासा हुआ कि यह लीक कोई संयोग नहीं बल्कि एक सुनियोजित साजिश थी। पेपर लीक ट्रक से स्ट्रांग रूम तक पहुंचाने के दौरान किया गया था। जांच में पता चला कि ट्रक से पेपर ले जाने के दौरान उसमें शामिल कुछ मजदूर असल में छात्र थे।
इन्हीं छात्रों ने ब्लेड का इस्तेमाल करके प्रश्न पत्र के कुछ पन्ने काट लिए और उन्हें अलग-अलग जगहों पर भेज दिया। बाद में इन प्रश्नों को वायरल किया गया, जिससे यह बड़ा घोटाला सामने आया।
पुलिस ने ऐसे दबोचे आरोपित, गिरिडीह से हुए गिरफ्तार
इस पूरे मामले की तह तक जाने के लिए पुलिस ने कई इलाकों में छापेमारी की। मंगलवार को गिरिडीह के न्यू बरगंडा इलाके में पुलिस ने दबिश दी और छह छात्रों को हिरासत में लिया। इन छात्रों ने कबूल किया कि उन्होंने पेपर के प्रश्नों को परीक्षा से पहले ही लीक कर दिया था और इसे बेचकर मोटी रकम कमाई थी।
पेपर बेचकर कमाए 20 हजार रुपये, ऐसे चलता था रैकेट
गिरफ्तार छात्रों में से एक, कमलेश ने खुलासा किया कि उसने पेपर को 15 से 20 हजार रुपये में बेचा था। पुलिस को सूचना मिली थी कि कई संदिग्ध लोग गिरिडीह में रह रहे हैं, जिसके बाद पुलिस ने सुबह-सुबह दो घरों पर छापा मारा और इन छात्रों को गिरफ्तार किया।
डीजीपी अनुराग गुप्ता ने बताया कि इस मामले में कोडरमा पुलिस की भूमिका भी अहम रही। एसडीपीओ अनिल सिंह के नेतृत्व में की गई छापेमारी से कई महत्वपूर्ण सुराग मिले हैं, जिससे पूरे रैकेट का पर्दाफाश किया जा सका।
इतिहास में पहले भी हुए हैं बड़े पेपर लीक कांड
झारखंड में यह पहला मौका नहीं है जब परीक्षा का पेपर लीक हुआ है। इससे पहले भी 2016 में इंटरमीडिएट परीक्षा का पेपर लीक होने की घटना सामने आई थी, जिसमें कई लोगों की गिरफ्तारी हुई थी। इसके अलावा, बिहार बोर्ड में भी 2017 में बड़ा पेपर लीक कांड सामने आया था, जिसमें कई बड़े अधिकारी फंसे थे।
सरकार ने दिए कड़े निर्देश, दोषियों पर होगी सख्त कार्रवाई
पेपर लीक मामले को लेकर सरकार ने सख्त रुख अपनाया है। झारखंड के शिक्षा मंत्री ने इस मामले में कड़ी कार्रवाई का आदेश दिया है। सरकार ने जांच के लिए एसआईटी का गठन किया है, जो इस पूरे मामले की तह तक जाएगी और दोषियों को कड़ी सजा दिलाएगी।
अगले कदम: अब क्या करेगी सरकार?
- पेपर लीक की गहन जांच की जाएगी और इसमें शामिल सभी लोगों को गिरफ्तार किया जाएगा।
- स्ट्रांग रूम की सुरक्षा बढ़ाई जाएगी, जिससे भविष्य में इस तरह की घटनाएं न हो सकें।
- ऑनलाइन परीक्षा सिस्टम लागू करने पर विचार किया जा रहा है, ताकि पेपर लीक जैसी घटनाओं पर लगाम लगाई जा सके।
झारखंड में पेपर लीक की इस घटना ने पूरे शिक्षा तंत्र की पोल खोलकर रख दी है। जिस तरह से छात्रों ने मजदूर बनकर पेपर चोरी किया, वह दिखाता है कि सिस्टम में कितनी बड़ी खामियां हैं। पुलिस इस पूरे मामले की जांच कर रही है, और आने वाले दिनों में और भी बड़े खुलासे हो सकते हैं।
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