Jharkhand Heatwave: 43 डिग्री के पार गया तापमान, दक्षिणी जिलों में अलर्ट जारी
झारखंड में भीषण गर्मी का कहर जारी है। डालटेनगंज में तापमान 43 डिग्री सेंटीग्रेड तक पहुंच गया है। पूर्वी सिंहभूम, चाईबासा, सरायकेला-खरसावां में हीटवेव की चेतावनी दी गई है।

Jharkhand Heatwave की इस बार की तस्वीरें और आंकड़े केवल गर्मी की नहीं, बल्कि चेतावनी की घंटी हैं। झारखंड इस वक्त भीषण गर्मी की चपेट में है और राज्य का अधिकतम तापमान डालटेनगंज में 43 डिग्री सेंटीग्रेड को पार कर चुका है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) की ताज़ा रिपोर्ट के अनुसार, 24 अप्रैल को झारखंड के दक्षिणी जिलों में उष्ण लहर (Heatwave) की चेतावनी जारी की गई है।
गर्मी की मार: तापमान में उबाल
राज्य के कई जिलों में तापमान 40 डिग्री सेंटीग्रेड से ऊपर चला गया है। राजधानी रांची में भले ही अधिकतम तापमान में मामूली गिरावट दर्ज की गई हो, लेकिन 38.8 डिग्री सेंटीग्रेड की गर्मी भी राहत की बात नहीं। न्यूनतम तापमान 23.8 डिग्री पर पहुंच गया है, जिससे रातें भी अब चैन से नहीं बीत रहीं।
चक्रवात और ट्रफ: छुपा असर
बिहार और उससे सटे क्षेत्रों में बने चक्रवात और छत्तीसगढ़ से गुजरती ट्रफ का असर भी झारखंड के मौसम पर पड़ने लगा है। फिलहाल कोई बारिश नहीं हुई है, लेकिन वातावरण में उमस और तापमान की तेज़ी से बढ़ोतरी इसका संकेत दे रही है।
किस ज़िले में कितना तापमान?
झारखंड के दक्षिणी भाग — पूर्वी सिंहभूम (जमशेदपुर), पश्चिमी सिंहभूम (चाईबासा), सरायकेला-खरसावां और सिमडेगा में हालात ज्यादा गंभीर हैं। इन जिलों में तापमान 37.8 से लेकर 42.6 डिग्री सेंटीग्रेड के बीच दर्ज किया गया है। सबसे अधिक तापमान जमशेदपुर में 42.6 डिग्री सेंटीग्रेड और चाईबासा में 42.4 डिग्री सेंटीग्रेड रहा।
डालटेनगंज बना 'तापमान का ताज'
IMD के मुताबिक, डालटेनगंज में राज्य का सबसे अधिक तापमान 43 डिग्री दर्ज किया गया है। दिलचस्प बात ये है कि यही क्षेत्र झारखंड का रिकॉर्डधारी गर्म स्थान भी है। अतीत में 2016 में भी यहीं का तापमान 47 डिग्री सेंटीग्रेड तक पहुंचा था, जो कि अब तक का राज्य का सबसे अधिक दर्ज तापमान है।
तापमान की चाल: कौन बढ़ा, कौन घटा?
आखिरी 24 घंटे की बात करें तो:
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रांची में अधिकतम तापमान में 0.2 डिग्री की गिरावट।
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जमशेदपुर में 0.4 डिग्री की गिरावट।
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डालटेनगंज में 1 डिग्री सेंटीग्रेड की गिरावट।
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चाईबासा में 0.6 डिग्री की कमी।
हालांकि, बोकारो में उल्टा रुख दिखा। वहां अधिकतम तापमान में 0.4 डिग्री की बढ़त दर्ज हुई, जबकि न्यूनतम तापमान में 7.4 डिग्री सेंटीग्रेड की भारी गिरावट दर्ज की गई — जो कि चिंता का कारण है, क्योंकि दिन में लू और रात में ठंडी हवा का मेल बीमारियों को बढ़ावा दे सकता है।
लोगों की मुश्किलें बढ़ीं
झारखंड के नागरिकों को इस गर्मी से राहत मिलती नहीं दिख रही। स्कूलों में दोपहर की कक्षाएं रद्द की जा रही हैं, सड़कों पर ट्रैफिक कम हो गया है और स्थानीय व्यवसाय प्रभावित हो रहे हैं। डॉक्टर लगातार सलाह दे रहे हैं कि लोग धूप में बाहर न निकलें, खूब पानी पीएं और ठंडी जगहों पर रहें।
क्या उम्मीद करें?
मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों में हल्की फुल्की बारिश की संभावना जताई है, लेकिन जब तक वो नहीं होती, तब तक झारखंडवासियों को सतर्क और सावधान रहना ही एकमात्र उपाय है।
Jharkhand Heatwave की यह चेतावनी केवल एक मौसम अपडेट नहीं, बल्कि एक अलर्ट है। बढ़ते तापमान का असर स्वास्थ्य, जीवनशैली और कामकाज पर साफ दिखाई दे रहा है। अब वक्त है सतर्क रहने का, क्योंकि इस गर्मी में एक चूक आपकी सेहत पर भारी पड़ सकती है।
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