झारखंड में चुनावी महासंग्राम का बिगुल: जानिए कब बजेगी सियासी जंग की घड़ी!

झारखंड में चुनावी तारीखों का ऐलान आज! जानिए हेमंत सोरेन और गठबंधन सरकार का क्या होगा भविष्य। जम्मू-कश्मीर समेत चार राज्यों में भी चुनावी हलचल।

Aug 16, 2024 - 09:02
झारखंड में चुनावी महासंग्राम का बिगुल: जानिए कब बजेगी सियासी जंग की घड़ी!
झारखंड में चुनावी महासंग्राम का बिगुल: जानिए कब बजेगी सियासी जंग की घड़ी!

झारखंड समेत चार राज्यों में चुनावी हलचल तेज हो गई है, और अब सभी की नजरें चुनाव आयोग की तरफ टिकी हुई हैं। आज दोपहर 3 बजे चुनाव आयोग प्रेस कॉन्फ्रेंस में इन चार राज्यों के विधानसभा चुनावों की तारीखों का ऐलान करेगा। सबसे ज्यादा चर्चा झारखंड की है, जहां हेमंत सोरेन की अगुवाई वाली गठबंधन सरकार के भविष्य का फैसला होने वाला है।

झारखंड: बदलते सियासी समीकरणों का अखाड़ा

झारखंड में 81 सदस्यों वाली विधानसभा के लिए आखिरी बार चुनाव 2019 में हुआ था, जिसमें झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) ने कांग्रेस और राजद के साथ मिलकर सरकार बनाई थी। गठबंधन के पास 48 विधायक थे, जिसमें JMM के 29, कांग्रेस के 17, राजद का एक और CPI(ML) का एक MLA शामिल थे। हेमंत सोरेन मुख्यमंत्री बने और झारखंड की सियासत में एक नई इबारत लिखी गई।

लेकिन, जनवरी 2024 में सब कुछ बदल गया। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को जमीन घोटाले में गिरफ्तार किया गया, जिससे राज्य की सियासत में भूचाल आ गया। गिरफ्तारी से पहले ही उन्होंने सीएम पद से इस्तीफा दे दिया था, और उनकी जगह चंपई सोरेन को मुख्यमंत्री बनाया गया। हालांकि, बाद में हेमंत सोरेन को हाईकोर्ट से जमानत मिली और उन्होंने फिर से सत्ता की कमान संभाल ली।

अब जब झारखंड में चुनाव की तारीखों का ऐलान होने वाला है, तो सवाल उठता है कि क्या हेमंत सोरेन एक बार फिर से सत्ता में वापसी कर पाएंगे, या इस बार झारखंड की जनता किसी नए चेहरे को मौका देगी?

जम्मू-कश्मीर की बदलती सियासी तस्वीर

झारखंड के साथ-साथ जम्मू-कश्मीर भी इस बार के चुनावों में खासा चर्चा में है। यह चुनाव धारा 370 हटने के बाद जम्मू-कश्मीर में पहला विधानसभा चुनाव होगा। इससे पहले, 14 अगस्त को चुनाव आयोग ने केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला के साथ सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की थी। 9 अगस्त को मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने अपनी टीम के साथ जम्मू-कश्मीर का दौरा भी किया था।

सुप्रीम कोर्ट ने भी 11 दिसंबर 2023 को चुनाव आयोग को जम्मू-कश्मीर में 30 सितंबर 2024 तक विधानसभा चुनाव कराने का निर्देश दिया था। कोर्ट ने यह भी कहा था कि जम्मू-कश्मीर को जल्द से जल्द राज्य का दर्जा वापस दिया जाए, ताकि वहां पर लोकतांत्रिक प्रक्रिया सुचारू रूप से चल सके।

चुनाव आयोग की प्रेस कॉन्फ्रेंस पर सबकी नजरें

आज दोपहर 3 बजे चुनाव आयोग जब प्रेस कॉन्फ्रेंस करेगा, तो न केवल झारखंड बल्कि जम्मू-कश्मीर, हरियाणा और महाराष्ट्र की जनता भी इस ऐलान का बेसब्री से इंतजार करेगी। झारखंड की सियासत में जो उथल-पुथल मची है, उसके बीच क्या हेमंत सोरेन फिर से मुख्यमंत्री बन पाएंगे, या जनता किसी नए चेहरे को सत्ता सौंपेगी, यह देखना दिलचस्प होगा।

Team India मैंने कई कविताएँ और लघु कथाएँ लिखी हैं। मैं पेशे से कंप्यूटर साइंस इंजीनियर हूं और अब संपादक की भूमिका सफलतापूर्वक निभा रहा हूं।