झारखंड: आंगनबाड़ी सेविका के पति पर घूस मांगने का आरोप, ग्रामीणों का विरोध
झारखंड के चतरो गांव में आंगनबाड़ी सेविका के पति पर लाभुक स्वीकृति पत्र के लिए घूस मांगने का आरोप। जानें क्या है पूरा मामला।
झारखंड सरकार आपके द्वार कार्यक्रम के तहत गरीब परिवारों को लाभ पहुंचाने की कोशिश कर रही है। लेकिन इसी बीच, सरकारी नुमाइंदों द्वारा योजनाओं में गड़बड़ी करने के मामले सामने आ रहे हैं। ताजा मामला जादूगोड़ा थाना क्षेत्र के चतरो गांव का है। यहां की आंगनबाड़ी सेविका के पति पर लाभुकों से स्वीकृति पत्र के लिए घूस मांगने का आरोप लगाया गया है।
जानकारी के अनुसार, झारखंड सरकार ने मुख्यमंत्री मंइयां सम्मान योजना और सर्वजन पेंशन योजना के तहत स्वीकृति पत्र बांटने की जिम्मेदारी आंगनबाड़ी सेविकाओं को भी सौंपी है। लेकिन चतरो गांव में सेविका के पति द्वारा लाभुकों से पैसे की मांग की जा रही है।
इसको लेकर रविवार को चतरो गांव की महिलाओं ने विरोध प्रदर्शन किया। उन्होंने स्वीकृति पत्र के बदले में पैसे मांगने का जोरदार विरोध किया। महिलाओं ने कहा कि इस तरह की वसूली अनैतिक है और यह सरकारी योजनाओं का मजाक बना रही है।
प्रदर्शन के बाद, क्षेत्र के मुखिया धीरेंद्र नाथ टुडू और उप मुखिया भोला नाथ भक्त ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि वह 5000 से लेकर 1000 तक की राशि लौटाने का प्रयास करेंगे। इसके बाद ग्रामीण शांत हुए।
इस मामले में स्थानीय निवासी विनय महतो ने उपायुक्त से जांच कराने की मांग की है। उन्होंने कहा कि मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए ताकि दोषियों पर कार्रवाई की जा सके।
इस मामले ने यह स्पष्ट कर दिया है कि सरकारी योजनाओं के लाभ को पहुंचाने में किस प्रकार की अनियमितताएं हो रही हैं। ग्रामीणों की मांग है कि सरकार इस मामले को गंभीरता से ले और सच्चाई का पता लगाकर उचित कार्रवाई करे।
यह घटना झारखंड में सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन में गंभीरता की कमी को दर्शाती है और समाज में जागरूकता बढ़ाने की आवश्यकता को उजागर करती है।
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