झारखंड: आंगनवाड़ी सेविकाओं का धरना स्थगित, हड़ताल जारी रहेगी
झारखंड में चुनाव आचार संहिता के चलते पोटका की आंगनवाड़ी सेविकाओं ने धरना स्थगित किया, लेकिन हड़ताल जारी रखने का निर्णय लिया। जानें इसके पीछे की वजह।
जमशेदपुर, 15 अक्टूबर 2024: झारखंड में चुनाव आचार संहिता लागू होने के मद्देनजर पोटका की आंगनवाड़ी सेविका-सहायिकाओं ने अपने प्रस्तावित धरना-प्रदर्शन को स्थगित करने का निर्णय लिया है। यह निर्णय बुधवार से प्रभावी होगा। हालांकि, सेविकाएं अपनी हड़ताल जारी रखने का ऐलान भी कर चुकी हैं।
पोटका प्रखंड आंगनबाड़ी कर्मचारी एसोसिएशन की अध्यक्ष सीमा बनर्जी ने इस संबंध में कहा कि उनकी मांगें अभी पूरी नहीं हुई हैं। इसलिए, वे आचार संहिता के दौरान घर पर ही बैठकर हड़ताल का समर्थन करेंगी। उनका यह भी कहना है कि वे चुनाव में किसी भी प्रकार की भागीदारी नहीं निभाएंगी।
सेविकाओं की मुख्य मांग है कि सरकार उन्हें मानदेय बढ़ाने के बदले सरकारी कर्मचारी घोषित करे। वर्तमान में, वे केवल मानदेय पर निर्भर हैं और उन्हें सरकारी कर्मचारी का दर्जा नहीं मिला है। इस मुद्दे को लेकर सेविकाएं पिछले कई दिनों से सक्रिय रही हैं।
गौरतलब है कि आंगनबाड़ी सेविकाएं पिछले 5 अक्टूबर से पोटका प्रखंड कार्यालय में अपनी मांगों के समर्थन में धरना-प्रदर्शन कर रही थीं। इस धरने के दौरान, उन्होंने सरकार से अपने अधिकारों की मांग की थी। अब, चुनाव आचार संहिता के चलते धरना स्थगित किया गया है, लेकिन सेविकाएं अपनी हड़ताल को जारी रखकर सरकार पर दबाव बनाना चाहती हैं।
सेविकाओं का कहना है कि जब तक उनकी सभी मांगें पूरी नहीं हो जातीं, तब तक वे चुप नहीं बैठेंगी। इस दौरान, वे अपनी स्थिति को और मजबूत करने के लिए अन्य तरीकों पर भी विचार कर रही हैं।
आगामी चुनावों के मद्देनजर यह देखना दिलचस्प होगा कि सरकार इन सेविकाओं की मांगों पर ध्यान देती है या नहीं। उनका कहना है कि अगर उनकी समस्याओं का समाधान नहीं होता है, तो वे आने वाले दिनों में और अधिक विरोध कर सकती हैं।
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