JEE Mains Exam 2025:रांची में 6 दिन के लिए निषेधाज्ञा लागू, छात्रों के लिए जरूरी जानकारी
रांची में 2025 के JEE Mains परीक्षा के दौरान निषेधाज्ञा लागू, जानें कैसे पुलिस की तैनाती और नई नियमों के तहत परीक्षा को कदाचार मुक्त किया जाएगा।
2025 में होने वाली JEE Mains परीक्षा के लिए रांची में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था लागू की गई है। रांची जिले के तीन प्रमुख परीक्षा केंद्रों में 22 से लेकर 30 जनवरी तक चलने वाली परीक्षा के दौरान, परीक्षा केंद्रों के 300 मीटर के दायरे में निषेधाज्ञा लागू रहेगी। इस निषेधाज्ञा का उद्देश्य परीक्षा को पूरी तरह से कदाचार मुक्त और सुरक्षित बनाना है। इसके तहत कई तरह के प्रतिबंध लगाए गए हैं, जिनसे उम्मीदवारों को कई नई बातें जानने का मौका मिलेगा। तो चलिए जानते हैं इस निषेधाज्ञा के बारे में और परीक्षा की तैयारियों के बारे में।
क्यों लागू की गई है निषेधाज्ञा?
रांची में होने वाली JEE Mains परीक्षा को लेकर प्रशासन ने कड़ी सुरक्षा के इंतजाम किए हैं। रांची जिला में तीन परीक्षा केंद्रों को चुना गया है—ऑक्सफर्ड स्कूल (ओल्ड एचबी रोड), अरुणिमा टेक्निकल सर्विस (लोअर चुटिया), और फ्यूचर ब्राइड (पुंदाग)। इन परीक्षा केंद्रों के 300 मीटर के दायरे में निषेधाज्ञा लागू की जाएगी, ताकि परीक्षा में किसी भी प्रकार की धोखाधड़ी या कदाचार को रोका जा सके। इस आदेश के तहत इन क्षेत्रों में फोटो कॉपी की दुकानों, साइबर कैफे और प्रिंटिंग शॉप्स को पूरी परीक्षा अवधि में बंद रखा जाएगा।
परीक्षा के दौरान क्या-क्या होगा खास?
2025 की जेईई मेन परीक्षा को लेकर प्रशासन ने कुछ विशेष कदम उठाए हैं। परीक्षा दो पाली में होगी। पहली पाली सुबह 9 बजे से 12 बजे तक और दूसरी पाली दोपहर 3 बजे से 6 बजे तक होगी। प्रशासन ने यह सुनिश्चित किया है कि परीक्षा केंद्रों में छात्रों के लिए सभी सुविधाएं उपलब्ध हों और किसी प्रकार का कोई व्यवधान न हो। इसके लिए पुलिस की तैनाती 21 जनवरी से ही परीक्षा केंद्रों पर कर दी जाएगी।
परीक्षा केंद्र पर उपस्थित होने वाले उम्मीदवारों के एडमिट कार्ड और आईडी कार्ड को स्कैन किया जाएगा और यह सब क्यूआर कोड के जरिए किया जाएगा। इस प्रक्रिया से छात्रों का सही पहचान सुनिश्चित किया जाएगा और यह कदाचार को रोकने में मदद करेगा।
फोटो कॉपी और साइबर कैफे पर क्यों लगेगी रोक?
रांची के परीक्षा केंद्रों के पास स्थित फोटो कॉपी और साइबर कैफे पर यह रोक इसलिए लगाई गई है ताकि कोई भी उम्मीदवार किसी प्रकार की धोखाधड़ी या परीक्षा से संबंधित सामग्री न ले सके। साइबर कैफे और प्रिंटिंग की दुकानों को बंद रखने का मुख्य उद्देश्य यह है कि कोई भी छात्र किसी गाइड या उत्तर पुस्तिका को लेकर परीक्षा में कोई नकल न कर सके।
क्या नई व्यवस्था लागू की जाएगी?
इस बार परीक्षा को लेकर एक और नई व्यवस्था की गई है। छात्रों को परीक्षा में आने से पहले कुछ खास निर्देश दिए गए हैं। उम्मीदवारों को अपने कपड़े पहनने में भी कुछ सावधानी बरतनी होगी। उन्हें फुल शर्ट, बड़े बटन वाले कपड़े या ज्यादा डार्क रंग के कपड़े पहनने से रोका जाएगा। यह सब कदाचार रोकने के लिए किया जाएगा, ताकि परीक्षा में किसी प्रकार की गड़बड़ी या धोखाधड़ी न हो।
पुलिस की तैनाती और केंद्र की जांच
उपायुक्त ने निर्देश दिया है कि 21 जनवरी से ही पुलिस की तैनाती परीक्षा केंद्रों पर की जाएगी। साथ ही संबंधित केंद्रों के दंडाधिकारी भी एक दिन पहले केंद्र की जांच करेंगे, और उसके बाद इन केंद्रों को सील करने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। इसके बाद केंद्र को पूरी तरह से जांचा जाएगा ताकि कोई भी बाहरी तत्व या सामग्री परीक्षा में हस्तक्षेप न कर सके।
क्या प्रभाव पड़ेगा छात्रों पर?
इन सभी सख्त व्यवस्थाओं के बावजूद छात्रों के लिए राहत की बात यह है कि यह व्यवस्था उनके लिए ही लागू की गई है, ताकि परीक्षा का माहौल पूरी तरह से कदाचार मुक्त और पारदर्शी हो सके। हालांकि, यह निश्चित रूप से एक चुनौतीपूर्ण परीक्षा हो सकती है, लेकिन प्रशासन के ये कदम छात्रों की सुरक्षा और पारदर्शिता सुनिश्चित करेंगे।
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