JAC Board Exam: 2025 परीक्षा पैटर्न में नहीं होगा कोई बदलाव, पुराने पैटर्न पर ही होगी मैट्रिक और इंटरमीडिएट परीक्षा
झारखंड एकेडमिक काउंसिल ने 2025 में होने वाली बोर्ड परीक्षा के पैटर्न में बदलाव को रद्द कर दिया। अब मैट्रिक और इंटरमीडिएट परीक्षा 2024 की तरह पुराने पैटर्न पर होगी। जानिए पूरी जानकारी।
झारखंड एकेडमिक काउंसिल (JAC) ने 2025 में होने वाली बोर्ड परीक्षा के लिए पैटर्न में बदलाव के फैसले को रद्द कर दिया है। इसका मतलब है कि आगामी मैट्रिक और इंटरमीडिएट परीक्षाएं पहले की तरह पुराने पैटर्न पर ही आयोजित की जाएंगी। छात्र-छात्राओं के लिए यह एक राहत भरी खबर है क्योंकि उन्हें नई परीक्षा प्रणाली को समझने और उसे अपनाने में समय की कमी नहीं पड़ेगी।
क्या था पहले का फैसला?
2023 में यह घोषणा की गई थी कि 2025 के लिए परीक्षा पैटर्न में बड़ा बदलाव किया जाएगा। तब यह तय हुआ था कि मैट्रिक और इंटरमीडिएट परीक्षाओं में 60 अंक सब्जेक्टिव, 20 अंक ऑब्जेक्टिव और 20 अंक आंतरिक मूल्यांकन या प्रायोगिक परीक्षा के लिए होंगे। इस फैसले के बाद से सभी छात्रों में असमंजस की स्थिति बनी हुई थी, क्योंकि उन्हें नए पैटर्न के हिसाब से अपनी तैयारी शुरू करनी थी।
अब क्या बदला है?
लेकिन झारखंड एकेडमिक काउंसिल ने अब अपना निर्णय बदलते हुए यह स्पष्ट किया है कि 2025 की मैट्रिक और इंटर परीक्षा उसी पुराने पैटर्न पर होगी जो 2024 में लागू किया गया था। इसमें 50 अंक की सब्जेक्टिव परीक्षा, 30 अंक की ऑब्जेक्टिव परीक्षा और 20 अंक इंटरनल एसेसमेंट या प्रैक्टिकल के लिए दिए जाएंगे। यह वही पैटर्न है जिसे छात्रों ने 2024 में देखा और जिसके आधार पर उन्होंने अपनी तैयारी की।
ऑनलाइन आवेदन और मॉडल प्रश्न पत्र
2025 की परीक्षा के लिए ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया पहले से ही जारी है। छात्र-छात्राओं को अब नए पैटर्न के बारे में चिंता करने की आवश्यकता नहीं है, क्योंकि वही पुराना पैटर्न लागू किया जाएगा। परीक्षा का शेड्यूल जारी होने के बाद, झारखंड एकेडमिक काउंसिल द्वारा मॉडल प्रश्न पत्र भी जारी किए जाएंगे। जैक मॉडल प्रश्न पत्र इस महीने के अंत तक छात्रों के बीच वितरित किए जाएंगे।
मॉडल प्रश्न पत्र से तैयारी को मिलेगा मदद
मैट्रिक और इंटरमीडिएट छात्रों के लिए कम से कम तीन-तीन मॉडल प्रश्न पत्र जारी किए जाएंगे। ये प्रश्न पत्र छात्रों को स्कूलों में ही हल करने के लिए उपलब्ध होंगे। इससे छात्रों को परीक्षा के पैटर्न को बेहतर तरीके से समझने में मदद मिलेगी और वे अपनी प्रैक्टिकल तैयारी भी आसानी से कर सकेंगे।
परिणामों की जल्द घोषणा
झारखंड एकेडमिक काउंसिल द्वारा सीबीएसई और आईसीएसई बोर्ड से पहले परिणाम जारी करने की योजना भी बनाई जा रही है। इस फैसले से झारखंड के छात्रों को जल्द परिणाम प्राप्त होंगे, जो उन्हें आगे की शिक्षा की दिशा तय करने में मदद करेगा।
कितने छात्रों की होगी परीक्षा?
2025 में मैट्रिक और इंटरमीडिएट परीक्षा में करीब 6 लाख छात्र-छात्राएं शामिल होंगे। जिनमें से 3.50 लाख छात्र मैट्रिक की परीक्षा देंगे, जबकि 2.50 लाख छात्र इंटरमीडिएट की परीक्षा में भाग लेंगे। इसके अलावा, 9वीं और 11वीं की परीक्षा में भी लगभग 7 लाख छात्र शामिल होंगे।
आकांक्षा प्रवेश परीक्षा
आकांक्षा प्रवेश परीक्षा के लिए सभी जिलों में कम से कम 3,000 परीक्षार्थियों को शामिल कराने का निर्देश दिया गया है। यह परीक्षा झारखंड के विभिन्न क्षेत्रों के छात्रों के लिए एक अहम अवसर होगी।
इस निर्णय से झारखंड के छात्रों को राहत मिली है, क्योंकि अब उन्हें 2025 की परीक्षा के लिए उसी पैटर्न पर तैयारी जारी रखनी होगी जिस पैटर्न के साथ उन्होंने 2024 में परीक्षा दी थी। इससे उनकी मानसिक शांति बनी रहेगी और उन्हें नए पैटर्न के बदलाव से जूझने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी।
झारखंड एकेडमिक काउंसिल का यह निर्णय छात्रों के लिए बड़ी राहत लेकर आया है और अब वे पूरी तैयारी के साथ परीक्षा का सामना कर सकेंगे।
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