Maiyan Samman Yojana Protest: मंईयां सम्मान योजना का लाभ न मिलने से महिलाओं का विरोध प्रदर्शन, सरकार पर आरोप
जमशेदपुर में महिलाओं ने मंईयां सम्मान योजना का लाभ न मिलने पर सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। जानें उनके संघर्ष और योजना के लाभ में हो रही देरी के बारे में।
जमशेदपुर, 10 जनवरी: जमशेदपुर प्रखंड कार्यालय पर शुक्रवार को मंईयां सम्मान योजना के तहत मिलने वाले लाभ की देरी से नाराज महिलाओं ने सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। महिलाओं ने न केवल विरोध किया, बल्कि प्रखंड कार्यालय में जमकर नारेबाजी की। उनका कहना है कि पिछले तीन महीनों से वे प्रखंड और अंचल कार्यालय के चक्कर काट चुकी हैं, लेकिन उन्हें किसी भी प्रकार का समाधान नहीं मिला।
महिलाओं का आरोप: लाभ नहीं मिल रहा, अधिकारियों का कोई ध्यान नहीं
विरोध कर रही महिलाओं का कहना है कि सरकार ने लाखों महिलाओं के खातों में योजना की पांच किस्तें भेजी हैं, लेकिन उनकी अकाउंट में अब तक एक भी किस्त नहीं आई है। महिलाएं लगातार प्रखंड कार्यालय का दौरा करती रही हैं, लेकिन हर बार निराश होकर लौटने को मजबूर हुईं। शुक्रवार को जब वे प्रखंड कार्यालय पहुंची, तो पता चला कि वहां कोई अधिकारी मौजूद नहीं था। इस पर महिलाओं का गुस्सा और भी बढ़ गया और उन्होंने नारेबाजी शुरू कर दी।
सरकार से नाराज महिलाएं: "वोट के वक्त नेता आते हैं, लेकिन अब कोई नहीं सुनता"
महिलाओं ने कहा कि अगर उन्हें इस योजना का लाभ नहीं मिल रहा है, तो झारखंड की अन्य महिलाओं को भी यह लाभ नहीं मिलना चाहिए। उनका कहना है कि जब चुनाव आते हैं, तो सभी नेता उनके घर वोट देने के लिए पहुंचते हैं, लेकिन जब योजना का लाभ मिलना होता है, तो कोई उनकी सुनवाई नहीं करता। झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) की सरकार से भी महिलाओं ने शिकायत की कि मंईयां सम्मान योजना का लाभ देने का वादा तो किया गया था, लेकिन अब उनकी कोई बात नहीं सुन रहा।
लापरवाही और सूचनाओं की कमी पर महिलाओं ने उठाए सवाल
महिलाओं ने यह भी आरोप लगाया कि जिम्मेदार अधिकारियों की लापरवाही के कारण उन्हें योजना का लाभ नहीं मिल रहा है। उनका कहना है कि अगर फार्म भरने में कोई त्रुटि हुई है, तो उन्हें इसकी सूचना दी जाए, ताकि वे उसमें सुधार कर सकें। इसके लिए वे उपायुक्त कार्यालय भी गईं थीं, लेकिन वहां से उन्हें अंचल कार्यालय भेज दिया गया, जहां से अब तक कोई समाधान नहीं मिला। महिलाओं ने चेतावनी दी है कि अगर उनकी समस्याओं का समाधान नहीं हुआ, तो वे बड़े स्तर पर आंदोलन करेंगी।
किसी योजना का लाभ न मिलना: महिलाओं के अधिकारों का उल्लंघन
मंईयां सम्मान योजना का उद्देश्य राज्य की महिलाओं को आर्थिक और सामाजिक रूप से सशक्त बनाना था, लेकिन इस योजना का लाभ न मिलने के कारण महिलाएं निराश हैं। इस योजना का लाभ न मिल पाने से यह सवाल खड़ा होता है कि क्या सरकार महिलाओं के अधिकारों का सम्मान कर रही है? महिलाओं का मानना है कि अगर सरकारी योजनाएं इस तरह से लागू होती हैं, तो समाज में समानता और सशक्तिकरण का सपना अधूरा रहेगा।
आंदोलन की तैयारी: महिलाएं तंग आ चुकी हैं
महिलाओं ने अपनी बात को मजबूती से रखा और यह भी कहा कि अगर इस समस्या का जल्द समाधान नहीं होता, तो वे बड़े पैमाने पर आंदोलन करने को तैयार हैं। उनका यह विरोध सिर्फ व्यक्तिगत लाभ के लिए नहीं है, बल्कि यह एक सामूहिक संघर्ष है जो राज्य की सभी महिलाओं के अधिकारों की रक्षा के लिए किया जा रहा है। महिलाएं अब अपने हक के लिए सड़कों पर उतरने की योजना बना रही हैं।
जमशेदपुर में मंईयां सम्मान योजना के तहत मिलने वाले लाभ की देरी और अधिकारियों की लापरवाही ने महिलाओं को सड़क पर आने पर मजबूर किया है। सरकार और संबंधित अधिकारियों से उम्मीद है कि वे इस मुद्दे को जल्द सुलझाएंगे और महिलाओं को उनका अधिकार देंगे। यह मामला न केवल महिलाओं के हक की बात करता है, बल्कि यह समाज में न्याय और समानता की आवश्यकता को भी उजागर करता है।
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