Jamshedpur Election Drama: टिनप्लेट वर्कर्स यूनियन की पहली बैठक में मैनपावर की कमी और ग्रेड प्रमोशन को लेकर उठा बड़ा सवाल!
जमशेदपुर की टिनप्लेट वर्कर्स यूनियन की नई कार्यकारिणी की पहली बैठक में कर्मचारियों की समस्याओं पर बड़ी चर्चा हुई। जानिए कौन-कौन सी मांगें उठी हैं और प्रबंधन को क्या करना होगा!

जमशेदपुर – टाटा स्टील की प्रतिष्ठित टिनप्लेट डिवीजन की अधिकृत यूनियन गोलमुरी टिनप्लेट वर्कर्स यूनियन में हाल ही में चुनाव संपन्न हुआ, और अब नई कार्यकारिणी ने अपने पहले बैठक में कर्मचारियों से जुड़े महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की। यूनियन के अध्यक्ष राकेश्वर पांडेय की अध्यक्षता में आयोजित इस बैठक में श्रमिकों की बेहतरी के लिए कई बड़े फैसले लिए गए।
बैठक की शुरुआत और मुख्य मुद्दे
बैठक की शुरुआत पूर्व कर्मचारियों को श्रद्धांजलि देने के साथ हुई। इसके बाद यूनियन के कोषाध्यक्ष ने आय-व्यय का ब्योरा प्रस्तुत किया, जिसे सर्वसम्मति से पास कर दिया गया। यूनियन के महामंत्री ने पिछले कार्यकाल में हुए महत्वपूर्ण कार्यों का लेखा-जोखा पेश किया।
बैठक में यूनियन के उपसभापति परविंदर सिंह सोहल, महामंत्री मनोज कुमार सिंह, सीनियर वाइस प्रेसिडेंट साइ बाबू राजू, वाइस प्रेसिडेंट वकील खान समेत अन्य वरिष्ठ पदाधिकारी शामिल हुए। इस दौरान कर्मचारियों से जुड़े 10+ प्रमुख मुद्दों पर चर्चा की गई।
कर्मचारियों की मांगें – जल्द समाधान की दरकार!
बैठक में कर्मचारियों से जुड़ी कई समस्याओं को प्राथमिकता से हल करने की बात कही गई। इनमें से कुछ प्रमुख मुद्दे इस प्रकार हैं:
मैनपावर की कमी: कंपनी में सेवानिवृत्ति और ईआरओ लागू होने के बाद कर्मचारियों की संख्या कम हो गई है। यूनियन ने इसकी भरपाई के लिए नई भर्तियां जल्द करने की मांग की।
नौकरी के अवसर: यूनियन ने कंपनी प्रबंधन से डिप्लोमा, आईटीआई और मैट्रिक पास कर्मचारियों के बच्चों को रोजगार देने की सिफारिश की।
कैंटीन सुविधा: ऑनलाइन व्यवस्था के कारण कैंटीन में कर्मचारियों को कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। यूनियन ने इसे दुरुस्त करने और बिलिंग सिस्टम को सुधारने की मांग की।
अस्पताल सुविधाएं: अस्पताल कर्मियों के लिए अलग कैंटीन सुविधा और फिट-अनफिट जांच प्रणाली को दुरुस्त करने की जरूरत पर जोर दिया गया।
वेतन और ग्रेड सिस्टम: कर्मचारियों का ग्रेड लंबित है, जिसे जल्द से जल्द लागू करने की बात कही गई।
ईआरओ पर दबाव: यूनियन ने साफ कहा कि ईआरओ (स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति योजना) पर किसी भी कर्मचारी पर दबाव नहीं दिया जाना चाहिए।
छुट्टी और ऑफ का संकट: मैनपावर की कमी की वजह से कर्मचारियों को छुट्टी और ऑफ नहीं मिल पा रहा है, जिससे वर्क-लाइफ बैलेंस प्रभावित हो रहा है।
संयुक्त समिति की बैठकें: यूनियन ने सभी जॉइंट कमेटी को सक्रिय करने और उनकी बैठकें जल्द से जल्द आयोजित करने की मांग रखी।
पानी संकट का हल: 10 नंबर बस्ती और टाउन एरिया में पानी की समस्या बनी हुई है। यूनियन ने प्रबंधन से इसका जल्द समाधान करने का अनुरोध किया।
फाइनेंस विभाग बंद होने से दिक्कतें: फाइनेंस डिपार्टमेंट के बंद होने से कर्मचारियों को पेंशन, पीएफ और ग्रेच्युटी संबंधी समस्याएं हो रही हैं। यूनियन ने इसे पुनः चालू करने की मांग की।
यूनियन चुनाव और मजदूरों का इतिहास
टिनप्लेट कंपनी में यूनियन की भूमिका हमेशा महत्वपूर्ण रही है। 20वीं सदी में टाटा स्टील और उसकी सहयोगी कंपनियों में संगठित श्रम आंदोलनों का दौर चला था, जिसने कर्मचारियों को बेहतर वेतन, सुविधाएं और अधिकार दिलाने में बड़ी भूमिका निभाई। गोलमुरी टिनप्लेट वर्कर्स यूनियन भी इसी परंपरा का हिस्सा रही है, और वर्षों से मजदूरों के हक के लिए संघर्ष कर रही है।
क्या होगा आगे?
बैठक के दौरान यूनियन ने यह स्पष्ट किया कि यदि इन मांगों को जल्द नहीं पूरा किया गया तो श्रमिक संगठनों के माध्यम से आगे की रणनीति बनाई जाएगी। यूनियन पदाधिकारियों का कहना है कि वे मजदूरों के हितों की रक्षा के लिए हरसंभव प्रयास करेंगे। अब देखने वाली बात यह होगी कि प्रबंधन इन मांगों को कितनी जल्दी पूरा करता है।
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