Jamshedpur Theft : साकची से गायब हुई बाइक का खुलासा, चोर ऐसे चढ़ा पुलिस के हत्थे

जमशेदपुर के साकची थाना क्षेत्र में चोरी हुई स्पलेण्डर बाइक को पुलिस ने 48 घंटे के अंदर बरामद कर लिया। आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया। जानें पूरी कहानी और शहर में बाइक चोरी का इतिहास।

Sep 23, 2025 - 13:35
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Jamshedpur Theft : साकची से गायब हुई बाइक का खुलासा, चोर ऐसे चढ़ा पुलिस के हत्थे
Jamshedpur Theft : साकची से गायब हुई बाइक का खुलासा, चोर ऐसे चढ़ा पुलिस के हत्थे

जमशेदपुर शहर में बाइक चोरी की घटनाएं नई नहीं हैं, लेकिन इस बार पुलिस की तेज़ कार्रवाई ने अपराधियों को कड़ा संदेश दिया है। Sakchi थाना क्षेत्र में चोरी हुई बाइक का खुलासा पुलिस ने 48 घंटे के भीतर कर दिया और आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।

चोरी की वारदात कैसे हुई?

मामला 19 सितंबर की सुबह का है। उलीडीह थाना क्षेत्र के बहांहादरी निवासी देवराज कुमार रोज़ की तरह अपनी स्पलेण्डर मोटरसाइकिल (रजिस्ट्रेशन नंबर JH 05 DS 4774) लेकर निकले। उन्होंने बाइक को जेएनएसी ऑफिस के WSO गेट के पास खड़ा किया और टाटा कंपनी में काम पर चले गए।
लेकिन जब दोपहर करीब 1:50 बजे लौटे तो उनकी बाइक वहां से गायब थी। पहले तो उन्होंने आसपास काफी खोजबीन की, लोगों से पूछताछ भी की, लेकिन कहीं से कोई सुराग नहीं मिला। अंततः उन्होंने 21 सितंबर को साकची थाना में शिकायत दर्ज कराई।

केस दर्ज और जांच शुरू

पुलिस ने देवराज की शिकायत पर साकची थाना कांड संख्या 147/25 दर्ज किया। मामला बीएनएस की धारा-303(2) के तहत लिया गया और इसकी जांच सब-इंस्पेक्टर रमेश राम को सौंपी गई।
जैसे ही मामला दर्ज हुआ, पुलिस ने इलाके में सक्रिय निगरानी और तकनीकी जांच शुरू कर दी। CCTV फुटेज खंगाले गए, मुखबिरों को लगाया गया और संदिग्धों पर पैनी नज़र रखी गई।

पुलिस की सक्रियता रंग लाई

पुलिस की मेहनत ज्यादा लंबी नहीं चली। जांच में सामने आया कि बाइक चोरी के पीछे सीतारामडेरा निवासी रोहित गोराई (24 वर्ष) का हाथ है। पुलिस ने तुरंत दबिश दी और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।
गिरफ्तारी के साथ ही चोरी गई स्पलेण्डर बाइक भी बरामद कर ली गई। थाना प्रभारी ने बताया कि आरोपी को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है और जब्त सामान को केस डायरी में सूचीबद्ध कर लिया गया है।

 जमशेदपुर और बाइक चोरी का इतिहास

जमशेदपुर में बाइक चोरी की घटनाएं अक्सर सुर्खियों में रही हैं। साकची, बिष्टुपुर, सोनारी और कदमा जैसे इलाकों में कई बार ऐसी वारदातें हुईं।

  • 2018 में पुलिस ने एक बड़े गिरोह का पर्दाफाश किया था, जिसने 50 से अधिक बाइक्स चोरी की थीं।

  • 2021 में MGM थाना क्षेत्र से एक ही महीने में 12 मोटरसाइकिलें चोरी हुई थीं।

  • स्थानीय लोगों का कहना है कि बाजार, ऑफिस और कॉलोनियों के आसपास खड़ी बाइक्स अक्सर चोरों के निशाने पर रहती हैं।

 क्यों आसान होता है बाइक चोरी करना?

बाइक चोरी की घटनाएं इसलिए भी बढ़ती हैं क्योंकि लोग अक्सर:

  • सस्ती और कमजोर हैंडल लॉक का इस्तेमाल करते हैं।

  • सुरक्षित पार्किंग की बजाय सड़क किनारे बाइक खड़ी कर देते हैं।

  • अतिरिक्त सुरक्षा उपाय जैसे व्हील लॉक या GPS ट्रैकर का इस्तेमाल नहीं करते।

विशेषज्ञों का कहना है कि चोरी की ज्यादातर बाइकें या तो दूसरी जगह बेच दी जाती हैं या फिर उनका इस्तेमाल छोटे अपराधों में किया जाता है।

पुलिस का दावा और जनता की उम्मीद

थाना प्रभारी का कहना है कि शहर में अपराधियों पर लगातार निगरानी रखी जा रही है। पुलिस का मकसद है कि ऐसी घटनाओं पर तुरंत कार्रवाई की जाए ताकि अपराधियों में भय बना रहे।
स्थानीय लोग हालांकि मानते हैं कि पुलिस को और सख्त होना पड़ेगा। क्योंकि कई मामलों में बाइक चोरी की शिकायत दर्ज होने के बावजूद पीड़ितों को अपनी गाड़ी वापस नहीं मिलती।

साकची की यह घटना पुलिस की तत्परता का उदाहरण है। शिकायत दर्ज होने के महज 48 घंटे में बाइक की बरामदगी और आरोपी की गिरफ्तारी ने आम जनता में विश्वास जगाया है। लेकिन बड़ा सवाल अब भी यही है—क्या शहर में बाइक चोरी की घटनाओं पर स्थायी रूप से रोक लग पाएगी?

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Manish Tamsoy मनीष तामसोय कॉमर्स में मास्टर डिग्री कर रहे हैं और खेलों के प्रति गहरी रुचि रखते हैं। क्रिकेट, फुटबॉल और शतरंज जैसे खेलों में उनकी गहरी समझ और विश्लेषणात्मक क्षमता उन्हें एक कुशल खेल विश्लेषक बनाती है। इसके अलावा, मनीष वीडियो एडिटिंग में भी एक्सपर्ट हैं। उनका क्रिएटिव अप्रोच और टेक्निकल नॉलेज उन्हें खेल विश्लेषण से जुड़े वीडियो कंटेंट को आकर्षक और प्रभावी बनाने में मदद करता है। खेलों की दुनिया में हो रहे नए बदलावों और रोमांचक मुकाबलों पर उनकी गहरी पकड़ उन्हें एक बेहतरीन कंटेंट क्रिएटर और पत्रकार के रूप में स्थापित करती है।